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Muslim Wedding Rules: आज के दौर में सोशल मीडिया, फोन और चैटिंग ने लोगों को बहुत करीब ला दिया है।

कई नौजवान लड़के-लड़कियाँ शादी से पहले एक-दूसरे से मिलने या बात करने लगते हैं।

लेकिन सवाल ये उठता है —

क्या इस्लाम में शादी से पहले मिलना या डेटिंग करना जायज़ है?

क्या कुरआन या हदीस में इसकी इजाज़त दी गई है?

आज हम जानेंगे इसका जवाब — कुरआन, हदीस और इस्लामिक उलमा (विद्वानों) के नजरिए से।

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Transcript
00:00आज की दौर में सोशल मीडिया फोन और चैटिंग ने लोगों को बहुत करीब ला दिया है
00:07कई नौजवान लड़के लड़कियां शादी से पहले एक दूसरे से मिलने या बात करने लगते हैं
00:12लेकिन सवाल ये उड़ता है क्या इसलाम में शादी से पहले मिलना ये डेटिंग करना जायज है
00:16क्या कुरान या हदीस में इसकी इजाज़त दी गई है
00:18आज हम जानेंगे इसका जवाब
00:20इसलाम में इनसान की जिंदगी का पहलू हया यानी शर्म, इजज़त और परहिज़गारी पर बेज़ड है
00:25कुरान में अल्ला ताला फरमाते हैं
00:28और मुमिन मर्दों से कहो कि अपनी निगाहें नीची रखें और अपनी शर्मगाहों की हिवाज़त करें
00:33और इसी के अगले आयत में है
00:34मुमिन औरतों से कहो कि अपनी निगाहें नीची रखें और अपनी शर्मगाहों की हिवाज़त करें
00:39इसे साफ होता है कि ना मेरहम जो शादी के लिए मुम्किन हो
00:42सेव बेवज़ा बात करना, मिलना या चैट करना इसलाम में पसंद नहीं किया गया
00:46कई बार शादी से पहरे लड़का लड़की एक दूसरे को समझने के लिए बात करना चाहते है
00:50इस पर इसलाम में कोई स्कॉलर्स का कहना है
00:52अगर बात सिर्फ निका के इरादे से, शरीयत के दाइरे में और शराफत से की जाए तो इसमें कोई गुनाह नहीं है
00:58लेकिन अगर बातें दिल लगने, फलर्ट, प्राइविट चैट या मुलाकातु तक बहुँच जाए तो ये हराम यानी नाजाइज मना जाएगा
01:04प्राइविट मिलना या अकेले में बात करना गुनाह की तरफ ले जाता है
01:16इसलाम में नजरों की हवासत और दिल की पाकिज़गी पर काफी शिक्षा दी गई है
01:21कई इसलामिक स्कॉलर जैसे मुफ्ति तारिक मसूर, डॉक्टर जाकिर नायक और मुलाना, तारिक जमील सहाब का कहना है
01:26कि शादी से पहले अगर किसी से बात करनी जरूरी हो तो वो महतात यानी कौश्यस तरीके से हो
01:32जैसे परिवार या वली यानी कोई गारजन की मौजूदकी में या किसी तीसरे जरीय यानी की माबाप की जानकारी में फोन पर
01:38यानी इरादा साफ हो, नियत निकाह की हो और हरकते शरीयत के मताबिक हो तो ये हराम नहीं
01:43लेकिन फ्री रिलेशन्शिप या डेटिंग बिलकुल मना है
01:46तो दोस्तों इसलाम का मकसद प्यार को रोखना नहीं बलकि उसे हलाल और पाक तरीके से निखाना है
01:51अगर किसी से पसंद है तो सबसे बहतरी तरीका है निकाह का रास्ता अपना ये
01:55ना कि प्राइविट चैट या डेटिंग का
01:57क्योंकि हाया और इज़त वो जेवर है जो इसलाम में सबसे एहम माना गया है
02:00हलाल रिष्टा सुकून देता है हराम रिष्टा अफसोस
02:03अगर आप भी इसलाम की रोशनी में सही रहा पर चलना चाहते हैं
02:06तो शादी से पहले दिल नहीं दुआ से बात कीजिए
02:08फिलाल इस वीडियो में इतना है अगर आपको ये जानकारी पसंद आई हो तो इसे लाइक करें शर करें
02:12और चैनल को सब्सक्राइब करना बिलकुल न भूले
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