Lecture Series on Indus Valley Civilization, History of Sindh, Pakistan and south Asia.
Ruk Sindhi Ruk Sindhi is a Historian, Writer and Journalist. He earned his Bachelor’s degrees at the University of Sindh, Jamshoro, Sindh, Pakistan. Considered one of the famous writer on the Ancient Indus Valley Civilization, Ruk Sindhi is involved in ongoing research on the Indus Civilization in Pakistan. He had more than 20 published and unpublished books in Sindhi Language and numerous journal articles to his credit.
00:26जबान नहीं समझते वो भी सिद्ध के बारे में मालूमाद हासु कर सके आज मैं उर्दों में ये पहला विलाग करते हुए कुशी मैसुस कर रहा हूँ
00:36उमेद है कि दोस्तों को ये सीरिज पिसंद आएगी चैनल को सबस्क्राइब करेंगे वीडियो को देखेंगे लाइक करेंगे दोस्तों के साथ शेयर करेंगे ताके सिंद्ध की तारीख के बारे में ये मालूमाद दुन्या के कोने कोने तक पहुंचाई जा सके
00:56हम आपको सिंद्ध का रोशन रुख दिखाएंगे सिंद्ध का रोशन रुख दिखाएंगे सिंद्ध की तहजीब से रोशनास करेंगे
01:11सिंद्ध की हजारु साल पुराने सकाफत पर बात करेंगे सिंद्ध की अजीम शक्सियाद पर बात करेंगे
01:23सिंद्ध और सिंद्ध कभी खतम नहीं होगे ये तारीख का फैसला है लेकिन ये फैसला उस वक तक काइन नहीं रह सकता
01:41जब तक हम सिंद्ध के बेटे अपनी मसलसल कोशचों और चुस्तजों से सिंद्ध को उसका वही मकाम वही मकाम नहीं दिल्वा देते जो डिर सु साल के बिल अंग्रेज़ों के कबजे से पे तालकुन की दोर में था या उससे भी पहले कलहुरूं समूं सुमुरूं राजा
02:11उस वक्त सिंद्ध अपनी किस्बत के फेसले खुद करने की सलाहियत रखता था ये फेसले किसी खेर मुर्गी हुक्मरान की जाती पिसंद्ध या ना पिसंद्ध के मुताज नहीं थी
02:25सिंद्ध पड़ोसी रियास्तों और कौमों के साथ अपने ब्रादराना और दोस्ताना तालकात को बरकरार रखने के लिए किसी किस्म के हुक्म और फर्मान की मुताज नहीं थी
02:40इस दोर में सिंद्ध कुशाल था सिंद्ध के लोग कुशाल थे सिंद्ध के लोग हर किसम की पिरुनी हमल्यावरों की लूट मारके खत्रे से आज़ा थे
02:52और अपने मुल्की तक्दीर समारने के लिए दिन रात मेहनत करते थे
02:59वो नई तखलीकात कर रहे थे वो अपना पसीना सिंद्ध की बुन्याद में डाल कर उसे मजबूत और मुस्ताकिब कर रहे थे
03:10लेकिन जब गेर मुल्की कौमें और उनके जाबर हुक्बराद दोलत की लालच और हवस में सिंद्ध पर अमले आवर हुए
03:22अपनी सरदू को तोसीर देने के लिए सिंद्ध पर गबजा किया उसकी आज़ादी और खुशाली खुद्बक्तियारी च्छीन ली
03:32तो सिंद्ध के लोगों के तखली की जोहर जंग और वुलामी के स्याह बादलों के नीचे दुखकर तबाह और बरबाद हो गए
03:45सिंद्ध अवाम की वो सलायतें जो आज़ादी और अमन के दोर में परवाद चल रही थी और उबर रही थी
03:55वो फना हो गए तबाही और बरबादी काभूत खुशाल सिंद्ध में कुनी रक्स करने लगा
04:05इसके साथी सिंद्ध के बेटों और बेटों ने अपनी तारीखी तसलसल
04:13अपनी तारीखी तसलसल को बहाल करने के लिए जदोज़ब और जुस्दज़ शूरू की
04:21तखलीक और तहकीक करने वाले हाथों में जदोज़ब जदिन साइनिस टेक्नलाजी के हथ्यार मजबूत से थाम लिए
04:33ताके आज़ादी लूटाए अमन लूटाए तखलीक और तहकीक पर पापन्दी खतम हो और इस देश में कुशाली आए
04:43क्योंके आज़ादी के बगएर खुशाली आज़ादी के बगएर अमन एक ऐसा ख्वाब है जिसकी तैबीर ममकिन नहीं
04:55कि मैं आप सबसाथियों का शुक्र गुजार हूं आपको यकिन दिलाता हूं कि कि इस चैनल
05:07पर सिंद्ध की तारिए वादिये सिंद्ध की तारिए मुझूदा पाक्तस्तान की तारिए साउथ एश्या की तारिए के बारे में
05:19we will be able to take a look at this.
05:25This is the fact that Pakistan is the most important thing
05:32that we have in our country, our country, our country,
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