भारतीय हॉकी के महान खिलाड़ी, पद्मश्री सम्मानित और ओलंपियन स्वर्गीय मोहम्मद शाहिद का पुश्तैनी घर अब इतिहास बन चुका है। यह वही मकान था जहां से हॉकी के इस चमकते सितारे ने अपने करियर की शुरुआत की थी और देश को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई थीं। लेकिन रविवार को यह घर बुलडोज़र की जद में आ गया। लोक निर्माण विभाग (PWD) ने पुलिस और प्रशासन की कड़ी सुरक्षा के बीच इस मकान समेत कुल 13 मकानों को ढहा दिया। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई है, लेकिन इसके बावजूद सबसे ज्यादा चर्चा और भावनात्मक प्रतिक्रिया मोहम्मद शाहिद के घर को लेकर रही। कभी जिस मकान की दीवारों से भारतीय हॉकी की दास्तानें जुड़ी थीं, वह अब मलबे का ढेर बन चुका है। स्थानीय लोग और खेल प्रेमी इसे एक युग का अंत मान रहे हैं और अफसोस जता रहे हैं कि देश का गौरव माने जाने वाले खिलाड़ी की विरासत यूं धूल में मिला दी गई।
00:00देखिए घर तूटने वाला मामला तो यही है कि भाई उस घर के नौदस लोग हिस्सेदार थे
00:04कागा सरा बन करके पी डबलुडी चला गया और सारे लोगों को मौज़ा भी मिल चुका
00:10तो मकान तो तूटने ही है अगर मौज़ा मिलने के बाद तो मकान तूटे गही
00:13तो फोन कई बार हमारा आया पिडलू से कि आपने मौज़ा ले चुकी है तो मकान तो तोड़ना है लेकिन हम उन लोग से बोल चुके थे कि जब मकान तोड़ीगा तो बता दीजेगा अपना हम समान वहां से निकाले
00:23तो फोन आया संडे के दिन कि हम लोग आज जाएंगे तोड़ने आपका समान कनिसर आप आपके आपनी कारवाई जो करना है करिए हमने जो समान हमारा था हम उसको हटा दिए तो वो लोग आए थोड़ा बुस आगे से बार जा है या जो भी थोड़ा बहुत गिरा करके लो�
00:53समान है थोड़ा बहुत अभी हम चलके निकाल लें उसमें जाली भी पर लगी हुई है बहुत बड़ी सी जाली लगी थी बारजा पुरा कवर करने के लिए तो बहुत लोग बोला थी कि आएंगे लोग जैसी भी से पुरा गिरा देंगे सब बारबात हो जागा नुकसान हो
01:23बहुत अराम से निकल जाता है कोई मकान तोड़नी की जरूरत थोड़ी रहती है हम मकान तोड़ेंगे हम जैसे लोग कल गए मिस्तरी हम लोग बता के चले गए हम हमारे जाने के बाद हम लोग भगा दिये तो हो लोग हमारे पस नंबर नहीं था वो सब कुछ बताएं नहीं
01:53आना मत दोबारा ये तूटेगा नहीं ये इसे ही रहेगा हम लोग की सरकार से लड़ाई है तो ठीक है आप सरकार से लड़ाई अपनी लड़िये जो हमारा उपर का ही सिस्सा है पूरा हमारा मकान बनवाया हुआ है पूरा मकान हमारे ही बनवाया हुआ है ठीक है वो किसी उ
02:23अब कुछ भी मत निकालिए, कुछ भी मत करिये, तो वही क्यों नहीं करें, अपने हिस्से का तो हम करेंगे ही ना, तो वही गये तो आज हमारे उपर हाथ उठाया गया, वही जेड थे हमारे, बताईए, देवर होते तो हम चली एक बार मार्ग कर लेते, जेड हो करके, हाँ इ
02:53अभी तक चंचनाट हो रही है, और उसके बाद में फिर हमें बाहर कर दी, तब हो यह गुस्ते में हमका कि नई कुछ इनके साथ होना, यह दूसरी बार हमारे साथ की है, दूसरी बार हुआ, एक बार और गया थे, उस बार भी हम को वार्निंग दिये थे, कि तुम्हें इस �
03:23भाई सब भाई हमारे साथ थे कहें कยसे उनका कभ जा रहे है, सरकार हम लोग को दे रिये तो हम लोग लेंगे, अब हाथ उठाने अब जेथ हैं, आब हाथ उठाएंगे, वह उनके नाम से रपट निकाने, होना है, नहीं होगा, हम कुछ नकुछ तो करेंगे
03:53तो यह फेक चीजे चल लेह थी, आपार के साथ है, बाढ़ की आपको अ कर सारकार के साथ है?
04:23इसलिए कि सारा माकान तूटेगा तो उसमें हमारा भी आएगा, चाहे हमारे हज़मन पदमिशरी पाएगा, वो भी थे वो भी इस बात को कहते थे, भाई ये तोड़ने-फोड़ने के ता काम बहुत से जहां, बहुत दिन से चल रहा है, वो भी कहते थे, कि सरकार माकान सब्त
04:53हो सकता है, ये भी हो, कि भाई ये अगर ये बीच में आती है, तो हो सकता हो बच जाता, हम सरकार के खिलाब के हो जाएगे, जब सबका मकान तूटा है, तो हमारा भी तूटेगा, अब हम अपने मकान को ले कि हम सड़क पर उतरेंगे, इन लोगों का यही गुस्ता है, हम स�
05:23तूटेगा, तो हम से इसे, हम से क्यों इतना लड़ाई किया जा रहा है, हम तो आप लोगों का कुछ निए, आप लोगों अपनी लड़ाई लड़िया, हम अना नहीं करें, आप लोगों बस भी मांगा कि जिसने हमारे उपर हाथ उठाया, उनकी गिरफतारी होना चाहिए,
05:53पैसा वो पा चुके हैं, और किनी कारणों से वो तोड़ नहीं पा रहा हैं, तो समाती इनके दोरा दे जी गई थी, और कुछ ऐसे भी थे लोगों कि इसमें जो है, लंबे समय से लोग मुहाबजा लिये थे, नहीं तोड़ रहे थे तो उनके मुहाबजी करवाई की गई थ
06:23भवन के प्रतिकर लेने के समती दो साल पूर्वी दे दी गई थी, और एक महापूर, दस्तिकरण के एक महापूर जो है, इनके दोरा भुकतान पाया गया, प्रतिकर का, और इन्होंने सहर्ष कहा था कि भई सरकार की ये बहत्पूर प्रयोजना है, और इसके उनको कोई आ�
06:53कारवाई मेरे हिस्ते में करना चाहें कर दें हैं, और इस संबन मेर उनको अपना एफिडेविट भे दिया था बाद में, कि जो ह हम दे धोस्तिकरण करें, उनका उत्तरी छोड बिल्डिका है, वो उनके हिस्ते में आता, उसका दवस्तिकर कर सकते हैं, कि बट्मान में अभी
07:23मुहमस साहित साब के हिस्सा जो था वहां पे वो उत्तरी छोर पे था उसको आंशिक रूप से ही ध्वस्तिकरण किया गया मात्र 10% ही हिस्सा क्योंकि जो है बाकी चार जो भुकता नहीं पाया थे उनकी बिल्डिंग भी उनका भी हिस्सा उसी में था और अगर हम ज्यादा ध्
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