जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ने एक अहम उपलब्धि हासिल की है. यहां शोधकर्ता भारत की पहली जीन में बदलाव कर भेड़, तमीम, विकसित करने में कामयाब रहे हैं. जीन बदलाव एक वैज्ञानिक तकनीक है जो किसी जीवित जीव की आनुवंशिकी में डीएनए अनुक्रम डाल कर या उसमें परिवर्तन कर बदलाव लाता है. तमीम विकसित करने वाले शोधकर्ताओं की टीम ने कुछ भेड़ों के भ्रूणों में एक खास जीन डाला. फिर उन्हें प्रयोगशाला में विकसित किया. इसके बाद उन्हें एक सरोगेट भेड़ में स्थापित किया. इस वैज्ञानिक कोशिश से जुड़वां मादा मेमनों का जन्म हुआ जिनमें से एक में संपादित जीन था. शोधकर्ताओं ने कहा कि वे जीन-संपादन का असर समझने के लिए भेड़ों का विस्तृत अध्ययन कर रहे हैं. शोधकर्ताओं का दावा है कि जीन संपादन तकनीक से स्वस्थ और ज्यादा उत्पादन करने वाले पशुधन विकसित करने में मदद मिल सकती है.