00:00नहीं नहीं नहीं ऐसे दिन नहीं चलने वाला, इसका कुछ तो करना होगा, मैं इस बजर का सबसे पुराना रजगुले वाला हूँ, और एक काल का आदमी आके मेरा ही दुकान के समने रजगुले बेच रहा है।
00:21उपरवाला की कृपस से हम लोगों का धन्दा बहुत अच्छा चल रहा है लक्ष्मिन, सच में मुझे तो बिस्वास ही नहीं होता है कि हम लोगों का रजगुला लोगों को इतना पसंद आ रहा है।
00:35कोई भी काम अगर सची मन से करो न, तो सफलता जरूर मिलते है। तुम बस इमानदारी से अपना काम करते जाओ।
00:45आ लक्ष्मिन, इस माहिने का मुनाफ़ा का आदा इस्चा हम लोग गाउ का वहला और उन्नते के लिए दे देंगे।
00:51ठीक है बबा, अब चलो, तुम हाँ आतमोत हो लो, तब तक मैं तुम्हारे लिए खाना लगा देती हूँ, उसके बाद फिर से रसकूले भी तो बनाने होंगे।
01:21अरे भईया, अब आ गए, अब जल्दी जल्दी से रसकूले का प्लेट लगा दो, कब से आपकी रसकूले खाने का इंतेज़र कर रहा हूँ।
01:38जल्दी जल्दी करो भाईया, हमसे तो रहा ही नहीं जाता।
01:43हाँ हाँ भाईयोग, अब सब बेट जाओ, मैं एक एक करके सब को रसकूले देता हूँ।
01:52ओ लला, कर क्या रो तुम अशकल, तुमारे दुकान के सामने रसकूले बना कर बेच रहे हैं, और तुम भोकी चूप चक खरे खरे देख रहे हो।
02:01अरे सेड़ जी, क्या ही कर सकता हूँ, परेशन हो गया मैं सिस से। उसके मुकाबले मेरे दुकान का रसकूले इतना स्वादेस नहीं है, इसके वासे मेरे दुकान पर कोई ग्राहट नहीं है।
02:13पिछले माईने ही इसको मैं नोक्री से धक्का बार कर निका दिया, और आब ये रसकूले बना कर बेच रहे हैं। एसा ही चलता रहा तो कुछी दिन में ये मेरे से भी अमीर बन जाएगा। कुछ तो करना होगा इसका लाला। पर हम क्या ही कर सकते हैं सेड़ जी, आपके प
02:43रगू तो है कि हमारा ही अदमी। उसको बोलकर दूट में कुछ तो घोटाला करना होगा।
02:50फिर साब भी मारेगा और लाठी भी नहीं तूटेगा।
03:00ओ दिदी इधार आओ और दूड लेकर जाओ।
03:09अरे रगू, आज इतना सुबा सुबा दूड लेकर आए हो।
03:13आ दिदी, कुछ काम है आज मेरे को, तो आज थोड़ा जल्दी ही दूड देकर जा रहा हूँ।
03:20अच्छा ठीक है, तुम दूड डाल दो इधार।
03:32अरे जी, कितना सोगे, उड़ भी जाओ अभी, बजार भी तो जाना है।
03:44ये रजगुले का दुखन पर इतना भील लगा है जो, लगता है इस दुखन का रजगुला बहुत स्वाधिस्ट है। चा कर इबर खा के आता हूँ।
03:56भाईया, दो रजगुले लगा दो प्लेट में। अच्छा ठीक है, अब बेटिये, मैं लगाता हूँ।
04:01जितना रजगुले बेचना है, तुझे आज ही बेच ले। आज जो तेरा घर में दूद गया है ना, सारा का सारा रजगुले बेच दिया मैंने आज लक्षमी। और मुनाफ़ा भी बहुत ज़्यादा हुआ है। इस महिने का जितना भी मुनाफ़ा हुआ है, उसका आदा �
04:32आख्तु, ये किस तरह का रजगुला है, इतना घटिया।
04:38अरे, मेरा पेट दर्द कर रहा है ये खाकर, क्या खिला दिया रे, उल्टी आने बला है अब मुझे। ची ची ची
04:49अरे, क्या हो आए तुम सबको, इसा क्यों कर रहे हो?
04:53अरे लाला, क्या खिला दिया इसने, सबका तव्यत खराब होने लगा है, मुझे तो पेले से ही शक था इसके उपर, पेले अच्छा बनने का नाटक करता है, फिर मोका मिलते ही, थोड़ा सा ज़्यादा मुनाफ़ा के लिए इतना घटिया हरकत, ची ची ची
05:14मैं सच पोल रहा हूँ, मुझे इसके वारे में कुछ नहीं पता, देखो देखो अब इसका नाटक इतना भुला बनने का कोशिश कर रहा है
05:22कुछ तो गर्बर है इदार, काल तो मैं इसका रजगुले खाया था, मुझे ऐसा लग नहीं रहा है कि ये बन्दा अपने रजगुले के साथ कुछ गर्बर ही करेगा, इसके पिसे किसी का ना किसी का तो हाथ होगा ही होगा
05:37अच्छा आप लोग सुनो जड़ा, आप लोग का जितना इलस का खर्चा होगा वो सब मैं दे रहा हूँ, तुम हो कौन भाई, तर असल मैं शेर का एक सबसे बड़ा रेस्टुरेंड का मालिक हूँ, काल ही मैं इस भाईसाब का रजगुले खाया था, और मेरे �
06:07रेस्टुरेंड में लगने बला जितना भी रजगुला को ये भाईसाब भी बनाए, आगर भाईसाब हा बोल दे तो, मैं नहीं जनता कि मैं आपको किस हिसबसे धन्यवाद बुलू, आपने जो आस मेरे ने किया, वो मैं कभी नहीं भूल सकता, आप चाहते हो कि आपका र
06:37कोई दिक्कत नहीं है, मैं और मेरा पत्नी दोनों मिलकर ये बना लूँगा, तो मैं रोज सुबा आपको देसी गाय का दूद फिज़वा दूँगा, और दोपेर को मेरा बनदा आके आपसे रजगुला लेकर जाएगा