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  • 2 days ago
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में अलग-अलग राज्यों से सैकड़ों शिल्पकार पहुंचे हैं . लोग उनकी शिल्पकला को खूब पसंद कर रहे हैं. लेकिन अब अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को और भी ज्यादा आकर्षित करने के लिए विदेश से शिल्पकार पहुंच चुके हैं. जिन्होंने कुरुक्षेत्र ब्रह्मा सरोवर के पुरुषोत्तमपुरा बाग में अपनी प्रदर्शनी लगाई है.अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में उज़्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, युगांडा, मिस्र , सीरिया सहित कई देशों के शिल्पकार पहुंचे हैं.  उज़्बेकिस्तान की शिल्पकार शख़नाज ने कहा कि वे अपने देश से 20 साथियों के साथ यहां पहुंची है. उन्होंने यहां पर महिलाओं के लिए विशेष तौर पर कपड़ों की स्टॉल लगाई है जो उनके देश में बनाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि वे पहले भी कई बार इंडिया आ चुकी हैं क्योंकि वे एक फैशन डिजाइनर है और अपने कपड़ों का एग्जीबिशन वे समय-समय पर लगाती रहती हैं. वे पहले भी भारत के अलग-अलग राज्यों में कई बार आ चुकी हैं और अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में वे दूसरी बार पहुंची हैं.  तजाकिस्तान से आई हुई शिल्पकार मदीना ने बताया कि वे पहली बार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहुंची हैं. वे यहां पर विशेष स्तर पर अपने देश में बनी हुई घर की सजावट की चीज लेकर पहुंची है जो उनके देश में काफी प्रचलित है.यहां पर आए हुए सीरिया, युगांडा और मिस्र के शिल्पकारों ने भी अपने देश की संस्कृति से जुड़ी हुई शिल्प कला प्रदर्शित की हुई है. ये भी लोगों को काफी पसंद आ रही है. इसमें युगांडा की लकड़ी से बने हुए काफी प्रोडक्ट है तो वहीं सीरिया और मिस्र के भी काफी सामान यहां पर लगाए गए हैं. सीरिया के शिल्पकारों ने ऊंट की खाल से बने हुए चमड़े के बैग की खास तौर पर प्रदर्शनी लगाई हुई है. उनकी परंपरागत हैंडमेड पेंटिंग भी लोगों को काफी लुभा रही है.

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Transcript
00:00I am bringing with me my items I am half in my country
00:29I am bringing a jacket, a shawl and also ceramic items
00:54Tajakistan से आई इस सिल्पकार ने पहली बार गीता महत्सों में अपना स्टॉल लगाया है
01:00इनके घर के सजावट के सामानों में इनकी देश की संस्कृती जहलकती है
01:06यूगांडा के सिल्पकार लकडी से बनिये मुर्तियां लेकर पहुचे हैं
01:34तो सिर्या के सिल्पकारों के उट की खाल से बने हुए बैग लोगों को खूब भार रहे हैं
01:41परंपरागत हैंडमेड पेंटिंग भी आकरसन का केंद्र है
01:45तो कह सकते हैं कि गीता महत्साव विदेशी सिल्पकारों को भी मंच दे रहा है
02:09जो अपने अपने देश की संस्क्रिती को अपनी कला के जरिये प्रदर्सित कर रहे हैं
02:15गीता महत्साव पर इस बार जो रुषेतर विकास बोडर ने विदेशों से सिल्पकार बुलाए हैं
02:20काफी अच्छा उनको यहां पर रुजान मिल रहा है
02:23और कहीं न कहीं अंतराश्टे गीता महत्साव को जो अंतराश्टी स्थर पर द्रसाने के जो बात कही जाती है
02:29यहां पर जलक मिलती है कि विदेशों की सिल्पकार अंतराश्टे गीता महत्साव पर देखने को मिल रही है
02:34इस बीबात के लिए कुरुषेतर से मुनिश टूरन
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