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  • 3 days ago
मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में जिस कोल्ड्रिफ कफ सिरप के पीने से 10 बच्चों की मौत हुई.. उस कफ सिरप में डाय-इथिलीन ग्लाइकोल यानी DEG की मात्रा तय मानक से ज्यादा मिली। DEG एक जहरीला पदार्थ है जिससे किडनी खराब हो सकती है। तमिलनाडु के कांचीपुरम की कंपनी कोल्ड्रिफ सिरप बनाती है और यहीं से ये सिरप मध्यप्रदेश में भेजी गई थी। मध्यप्रदेश सरकार के कहने पर तमिलनाडु की FDA ने कोल्ड्रिफ की जांच कराई और जिसकी रिपोर्ट में ये बात सामने आई। रिपोर्ट मिलने के बाद मध्यप्रदेश सरकार ने पूरे प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप को बैन कर दिया है. सीएम डॉ मोहन यादव ने ट्वीट कर फैसले की जानकारी दी.. उधर, जबलपुर जिला प्रशासन ने कोल्ड्रिफ के अलावा नेस्ट्रो-डीए सिरप की खरीद-बिक्री पर भी रोक लगा दी है.  उधर, राजस्थान भरतपुर और सीकर में डेक्सट्रोमेथॉरफन हाइड्रोब्रोमाइड कफ सिरप के पीने से दो बच्चों की मौत हो गई थी... जिसके बाद राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने इस दवा की बिक्री पर रोक लगा दी थी.. हालांकि जब लैब में इस दवा की जांच कराई गई तो रिपोर्ट में सामने आया कि ये दवा पूरी तरह सुरक्षित है.. लेकिन ये सिरप पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए नहीं है.इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मध्यप्रदेश और राजस्थान में हुई मौतों को लेकर एडवाइजरी जारी की थी.. जिसमें हिदायत दी गई थी कि दो साल से कम उम्र के बच्चों को कफ सिरप ना पिलाई जाए. 

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00:29इस तरह से कोई भी दवाई जिसका की इस तरह का विपरीत असर किसी भी पेशेंट पर किसी व्यक्ति पर होगा तो उसको मध्यप्रदेश में बेशने की कही अनुमती नहीं मिलेगा
00:52उधर जबलपुर जिला प्रशासन ने कोल्ड रिफ के लावा नेस्टो डिये सीरफ की खरीद विक्री पर भी रोक लगा दी है
00:57राजिस्तान के भरतपूर और सीकर में
01:18हाला कि लैब में इस दवा की जाच कर आए गई तो रिपोर्ट में सामने आया कि ये दवा पूरी तरह से सुरक्षित है
01:34लेकिन ये सीरफ पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए नहीं है
01:37इससे पहले केंद्रिय स्वास्त मंतराले ने मध्यप्रदेश और राजिस्तान में हुई मौताव को लेकर एडवाईजरी जारी की थी
02:04इसमें हिदायत दी गई थी कि दो साल से कम उम्र के बच्चों को कब सिरफ ना पिलाई जाए
02:09Bureau Report, ETV भारत
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