00:00मीठे बच्चे, तुम अभी वर्ल्ड सर्वंट हो, तुम्हें किसी भी बात में देह अभिमान नहीं आना चाहिए।
00:08प्रश्न, कौनसी एक आदत इश्वरिय काइदे के विरुध है, जिससे बहुत नुकसान होता है।
00:15उत्तर, कोई भी फिल्मी कहानिया सुनना वा पढ़ना, नाविल्स पढ़ना, ये आदत बिल्कुल बेकाइदे है, इससे बहुत नुकसान होता है।
00:38एम उब्जेक्ट का चित्र सदा साथ रखना है। नशा रहे कि अभी हम श्रीमत पर विश्व का मालिक बन रहे हैं।
00:45हम ऐसे फूलों के बगीचे में जाते हैं, जहां हमारे नैन ही शीतल हो जाएंगे।
00:51नंबर दो, सर्विस का बहुत बहुत शौक रखना है।
00:54बड़े दिल वा उमंग से बड़े बड़े चित्रों पर सर्विस करनी है।
00:58बेगर टू प्रिंज बनाना है।
01:00वर्दान
01:02कर्मों की गती को जान गती सदगती का फैसला करने वाले मास्टर दुख हरता सुख करता भवा।
01:08अभी तक अपने जीवन की कहानी देखने और सुनाने में बिजी नहीं रहो, बलकि हर एक के कर्म की गती को जान गती सदगती देने के फैसले करो।
01:18मास्टर दुख हरता सुख करता का पार्ट बजाओ।
01:21अपनी रचना के दुख अशान्ती की समस्या को समाप्त करो, उन्हें महादान और वर्दान दो, खुद फैसलिटीज न लो, अब तो दाता बन कर दो, यदी साल्वेशन के आधार पर स्वयम की उन्नती वा सेवा में अल्पकाल के लिए सफलता प्राप्त हो भी जाए, तो �
01:51शरीरी वा विदेही स्थिती का अभ्यास बढ़ाओ, जैसे ब्रम्ह बाप अव्यक्त बन, विदेही स्थिती द्वारा करमातीत बने, तो अव्यक्त ब्रम्ह की विशेश पालना का पात्र हो, इसलिए अव्यक्त पालना का रिस्पॉंड विदेही बन कर दो, सेवा और स्थि
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