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  • 12 hours ago
Welcome to Episode 20 of “Jinn Ki Shadi Unki Shadi”!
In this episode, surprising revelations and magical twists create chaos in the lives of both humans and jinns. As misunderstandings grow deeper and unexpected guests arrive, the story takes a hilarious yet emotional turn.

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Transcript
00:00में चाहता हूँ कि जवाल से पहले ये काम खतम कर ले
00:07जी, जी आई
00:10जी आई
00:14जी आई पेकड़ी दिये
00:22वो बाबाजी आपनों जिन भगा दिये
00:28अभी हसार किया है
00:30वो अभी हाँ दाखिल नहीं हो सकते
00:33बाबाजी ये मेरा भाई है अली
00:38और अली ये बाबा बदुलिस्लाम है
00:42वोई जिनका तावीज समीरा लेकर आई थी
00:46ओप, मैं बहुत अच्छा किया बाबाजी यहां आगए
00:50आई में आपको हवेली दिखाता हूं सारी और वो जगप भी दिखाता हूं जहां पर जिनका बैसे रहा है
00:54बेटा कल हम हवेली देख चुके है
00:57कल आप आए थे?
01:03हाँ आए थे किसी टाइम पर तुम थे नहीं आपर बातरूम में थे इसलिए
01:08नी मैं बातरूम भी था मैं बातरूम में सो नहीं रहता या
01:12ओ ओ अली क्या हो गया तुम्हें अब बाबाजी आ गए न आप सारे मसलों का हल कर देंगे
01:16हाँ मिल्गू ठीक कर देंगे
01:18आज जाली को लेकर आए
01:20करमता नहीं क्या करने है थे
01:22पावजी प्लीज बताए ना
01:24हमारे मसाइल का क्या हल है
01:26बेटा
01:26हल हमारे पास नहीं
01:30हल तो तुम्हारे पास है
01:32हमारे पास?
01:35कैसे?
01:38लाँ
01:46खुशी?
01:55यह प्या किया रहे है बावजी
01:56खुशी हमारे मसलों का अल है
01:58हाँ
01:59यह जीनजादिय तुम्हे तुम्हारे
02:02मसाइल से शुटकरा दिलाएगी
02:04सबसे पहले
02:07इसे आजाद करना होगा
02:09और हमें अमल करने के लिए
02:11कुछ चीज़े दरकार है
02:13क्यो?
02:16मतलब के?
02:17मैंना मतलब यह है कि
02:19यह कैसे हो सकता है
02:21आप तो यहाँ पर जिन अजाद करने के लिए आए
02:23यह बावाजी
02:24तो इसको क्यों अजाद कर रहे है
02:26और इसका क्यूं अलाज कर रहे है
02:27इस जिनजादी का अजाद होला
02:30भी इस सिलसली के घड़ी है
02:33लेकिन बाबाजी एक आग से बनी हुई मखलूक है
02:37और अभी मुझसमा बनके बिरकुल साकित खड़ी है
02:40इसमें दुबारा से हरकत लाना ये क्या ही सही होगा
02:43भाई खुशी बिलकुल भी ऐसी नहीं
02:45वो बहुत अच्छी साफ दिल की लड़की है
02:47मुझसे मुखबत करती है हम दोने दूसरे से शादी करना चाते है या
02:50अली यहां पर किसी खांदानी बड़ी लड़की की बात नहीं हो रही है
02:54एक भूती की बात हो रही है
02:56जिसा तुमारे किसी बंदरी से शादी नहीं हो सकती है
02:59उसी तरह एक जिन की बच्ची से भी शादी नहीं हो सकती
03:03पाबाजी आप बताएं
03:04क्या एक इनसान और एक जिन की शादी नहीं हो सकती
03:06हमें गुलाब के फूल
03:12अगर बत्यां
03:13कोईला और लुबान
03:16और एक बरतन में पानी
03:18ये लाजी जी
03:20अगर आप लोग इस हवेली
03:22और अपने जिन्दियों के मसाइल
03:24हल करना चाहते हैं
03:26तो आपको
03:27मुझ पर पूरा भरोसा करना होगा
03:30पापा सर्दार
03:36पापा सर्दार
03:38सर्दार आज़र और उनकी एलिया
03:40मैमान खाने में मौजूद नहीं है
03:42खारन बता रहा था कि वो वहाँ से चले गए है
03:44आप मुझ से इजाज़त लेकर गए है
03:47खुशी की तवियत कुछ चीप नहीं है
03:51बापा सर्दार
03:52अगर आपकी इजाज़त हो तो मैं खुशी की खरीयत
03:54मालूम करके आ जाओ
03:55तुमारा दिमाग खुरा हुए
03:57घर मेमानों से बढ़ा हुआ है
04:00पापा सर्दार खुशी मेरी हो नहीं है
04:02मेरे कहा नहीं
04:27अब आप लोग सब मेरे साथ बैठ जाएं
04:31हम अमल शिरू करेंगे
04:35बिसमिल्ला आहिर रह्मानों
04:37या लाहिया लाहिया
04:42अल्लाहुम्रादा
04:44अल्लाहुम्रादा
04:48अमल के बीच कुछ भी हो जाए
04:52आपने ये हसार नहीं तोड़ना
04:55इससे बाहर नहीं जाना
04:58तोरान अमल
04:59आप लोग अपनी आँखें बंद रखेंगे
05:02तो बेहतर है
05:04क्योंके
05:06अमल में खनल पड़ सकता है
05:08जब ऐसे अमलियात किये जाते हैं
05:12तो हवाई मखलूक
05:13अमल करने वाले उन तबंदोस्तों को
05:16ड़ानी की कोशिश करते हैं
05:20लेकिन आप लोग महफूज हैं
05:23इसलिए आप लोगों को
05:24ड़ने की ज़रूरत नहीं
05:26बिस्मिल्लाहि रहुरान इसलिए आप लोगों
05:34लेकिन आप लोगों को
06:04अप लोगों कर रहा है
06:19मैं देखा अंदर कैसी गुटेगो रही थे
06:22मॉज़र यह कौन यह तो बहुत दाकतवारा में लगता है
06:28यह चाहता गया है
06:30लोगों
06:31बहुत सारी बाते मेरी समझ में नहीं आ रहीं
06:34वसी उतीन की यह नसल तो हमारी जान का अजाब बनती जा रही है
06:37अवैली के बाहर इस हार लगावा है
06:39हम अदर नहीं जा सकते हैं
06:41अंदर पतर यह क्या हौर है
06:42पतानी अमल किस मकसद के लिए किया जा रहा है
06:45मुझे तो खुशी की फिकर खाय जा रही है
06:47पतानी मेरी बेहन किस हाल में होगी याजर
06:49कही अमल उसका सक्ता खतम करने के लिए तो नहीं किया जा रहा
06:54जानी याजर
06:56तक इस अमल के बारे में नहीं जान लेते
06:59कोई अत्मी राय काइम नहीं कर सकते
07:01हमारा तो अपने गर भी रहना अजाब हो किया
07:05पहले उन्होंने अगले सिवर गबजा किया
07:07अब अग्वी इस सिवर भी असरात दरा रहे
07:10यह लोग हमें यहां से बेतखल कर गई दम लेंगे
07:12लेकिन हम अपना घर छोड़के जाएंगे कहा अजर
07:15वो परसे कुशी के शादी जर पे है
07:17अगर जासिम के घरवालों ने यह सब देख लिया
07:19तो हमना कितना मजागू रेगा
07:22चुमकी
07:25मेरा ख्याल है अब हमें जासिम को बता देना चालिए
07:28वोगर खलफान बहुत ताकत्वर है
07:30वो बहुत असानी से इन इंसानजादों को अपने जया कर सकते
07:33और इस हवैली पर से उनका कबज़ा भी चुड़वा सकते
07:36अगर जासिम को सब बता दिया
07:38तो मेरी बेहन की जान को भी खत्रा है
07:40वो उसे माल डालेगा
07:42क्या हो गया वहां से क्यो उठाए हैं हम
07:53वो बाबा जी अमल कर रहे है
07:56अगर उनका अमल मुकमल हो गया
07:58तो खुशी अजाद हो जाएगी
08:00अब फिर क्या होगा वाली से शादी कर लेगी
08:02तो ममा मारे या आने से क्या होगा
08:05बाबा तो बाहर अमल कर रहे है
08:07इन एनी केस खुशी ठीक हो जाएगी, हम बिला वज़ा बुरे बन जाएंगे
08:11आ तो ये सोचो सरा
08:12अगर बाबा जी का अमल मुकमल ना हो
08:16और खुशी ठीक ना हो
08:18तो फिर
08:20ये कैसे होगा?
08:25वाई यो पीट सोसली
08:26कभी आज तक ऐसा हुआ है कि तुमने कोई खायश की
08:29और मैंने तुमाई खायश पूरी ना कियो
08:30है ममा
08:33इस्तीत होती तकलीफ हो रही है मुझे
08:37पिटा पे तुमने कैसे सोच लिया
08:39कि मैं तुमाई ये खायश पूरे नहीं करूंगे
08:42करनमा वो बाबा बहुत दाकतवर है
08:48आप कैसे रोकेंगे उसका मल
08:50हाँ नहीं रोकेंगे
08:52कोई और रोकेगा
08:54कौन
08:56तुमाई मेरे साथ
09:00आजो
09:12कर दो
09:42था करदएक
09:47नहीं
09:49Lakini, प्सक्त दियूए
09:51पर क्प्राग‍े भेव तुम केट्री
09:54पवरे टीव
09:56कर ये कर दो में ऑंको
09:59करा का क्प्रेशन में, जाम
10:02कर दो कर दो कोई बीनेजर नही नहीं
10:05कर दो
10:08ओन ये कर दो
10:10खङो पिल titかった
10:11मुझे कोई नजर में या रहा है
10:13हूँ किया है
10:14हाँ
10:15इस है
10:17मुझे है जिसके शीशे जागू है
10:20जातो है
10:22हाँ तूटी नहीं है
10:35चोड़ो चोड़ो पीज
10:37अब तुझे मुझसे कौन बचाएगो
10:40जोड़ो
10:42आपके वाइदे के लिए
10:44आएभ
10:46तमभाकीर इंसान
10:49हम जन्हों का क्या फायदा कर सते हो
10:51आज़र में प्रीज चोड़ो
10:53प्रीज चूड़ो
10:54आरली खुशी दिशादी करने लादे
10:57आएभास करेंगा लड़की
11:02खुशी तो सकता बंद हुई थी है
11:04तुम यह सब हमें क्यों बताने आई हो बेटी के गाले से मौपन करते हैं इसकी शादी ना हो यह ली से तो यह मत जाएगी
11:24तो मैं क्या कर सकता हूँ उस खवीज बुठे ने हवेली के करद हैसार खेंचा हुआ है
11:31मैं अंदर दाखिल नहीं हो सकता खुशी को कैसे बचाँ हूँ
11:35हैसार को तोने का क्या तरीका है
11:38सिर्व एक सूरत मैं अगर घर का मालिक या घर का फर्द मुझे अंदर आने की इजास्त दे दे तो मैं दाखिल हो सकता हूँ
11:49अगर मैं इजास्त दिमाने का कोई तरीका ने कि मालूं तो
11:57अगर अगर अगर अगर आने की जास्त अगर अगरूं तो
12:09कर दो कर दो कर दो
12:39अंटी क्या हो गया है आप मुझे हिसार तोर कर ऐसे बाहर क्यो लाई है
12:45मैं तुम से सिफ एक दफा करना चाहरी थी कि तुम दिल से चाहती हो ना क्या लिगी शादी खुशी से नहीं बल्कि मेरी बेटी नादिया से हो
12:52यह कैसी बात है आपको मेरे लियर पर कोशक है क्या नहीं शक नहीं है लेकिन तुम भी कर दो कर दो कि दिल से प्रार करती हो चाहती हो कि वह वागए वो इस घर का इससा बने
13:02कैसी बात ही कर रही है आप यह कोशने के लिए आप मुझे बाहर लेकर आई है अगर करती हो तो एक दफा क्या ही कह सकती हो कि मैं आपको अजासत देती हूँ कि आप मेरे घर में दाखल हो जाए वो आँटी यह आपका अपना घर है यहां दाखल होने के लिए इस ज़रूर क
13:32करेंगे चलिए हां तो यह तो मैं कह रही हूं कि अगर असन देख लिए आंके खोल के तो बहुत नाराज होगा इसे तुम जल्दी से बस कह दो एक दफा अच्छा बताएं क्या कहना है तुमने कहना है कि मैं आपको इजाज़त देती हूं कि आप मेरे घर में दाखल हो जाएं
14:02के अपको इजाज़त देख लिए लाग SHK अपको कि अगराज़त आपको कि आपको कि अपको कि अगराज नारी है झालिए हो फुम में आपको कि राज़त की घटानी की अपको इसे अग।
14:32जुँ भापनाई, वापनाई, भानाई, वापनाई, पुरोल दे डिखेश आफे आफे ही।
14:49पूसी खालतर छोड़ा, वापनाई, मैं हुआ है।
14:51पानी पानी दम किया हुआ है
15:21खुशी के लिए और ये पहले उसको ये तावीस पहताना और उसके भूपी छड़गाना पानी
15:30प्यात काई अर खुशी कि प्यात को सर्फ काई ये उसके भिगने पुशी कि बहित father
15:41रिएुशी कि अरूपीनि ग्यात का 아� Natुमी
15:50ऑजसे पुशी हुए।
15:57पुशी पुशी वो तो भाग गई है नहीं बेटा भागी नहीं है वो डर गई है डर गई है दर गई है वो उल्टा चल रहा है इंसान जेनों से डरते हैं जेन इंसानों से डरते हैं बाबाची आपने तो कहा था वो हमारे मसलों का हाल करेगी वो तो खुद भाग गई है अली
16:27क्या खुशी अभी भी वहां सक्ता बन थी
16:36तो ना क्या लगता है
16:38खुशी ठीक हो गए तो वह वापस आएगी
16:42पता नहीं आजर
16:44उसने मुझसे वादा तो किया था कि वह अली को भूल जाएगी
16:47लेकिन शायद उसे मालूम हो गया है
16:50कि मैंने उसके साथ धोका किया है
16:53लेकिन नादिया और उसकी माँ का
16:57हमारे साथ दिन माँ हमारे बहुत कामा सकता है
17:03खुशी का दमाग को ही नहीं बदल सकता
17:05वो नादिया और उसकी माँ की बात क्यूं मानेगी
17:09वह हमसे नहीं मैठेगी
17:11मैंने नादिया की आँखों में
17:14कुशी के लिए नफरत देखिये
17:16और तुम जानती हो
17:18ये दुनियावी औरते अपनों
17:21उख जदा सिब परने के लिए
17:22किसी भी आता जा सकती
17:24तुम्हारे दमाग में कोई प्लान है?
17:27वो गुद्धा
17:30अब जदा देर घर में नहीं ठीके का
17:33अब ऐसे भी
17:34मेरे लिए इसार खत्म हो चुका है
17:37जारा मुझे इजास्ट दे चुकी है
17:40तो फिर?
17:41बस
17:42मुझे किसी ना किसी तरह
17:44घर के अंदर दाखिल होना एक बार
17:46तो कि
17:48मैं उन पर नज़र रख सकूँ
17:50बादियों फरीदा
17:53पहली हाल करने में हमकी मदद कर रहे है
17:55एक बार हत्यार मेरा हाथ हो जाए
17:59बाजी परट जाएगी चुकी
18:01बाजी परट जाएगी
18:03हाँ
18:06और इस तरह तुम खुशी पर भी नज़र रख सकोगे
18:08लेकर
18:09खुशी तो मुझे फान देख लेगी
18:12मैं नज़र आजाओंगा उसे
18:13तो सुलिमानी हिसार क्या सिर्फ खुशी कर सकती है
18:17तुम नहीं कर सकते
18:19खुशी
18:24खुशी
18:27खुश
18:30खुशी
18:34खुशी तुम वहां से ऐसी क्यों चे नहीं आई यार
18:37तुम तो अब भी तक उनसे ठीक करना से मिली भी नहीं हो
19:05तुमने उन्हें बाते करते सुने
19:08ज़र मैं सत्ता बन थी
19:10हाँ बोल सकती थी
19:13हाँ देख सकती थी
19:16सिर्फ सुन सकती थी
19:19मैंने जारा भावी और असित भाई के लिए
19:22ज़र मैं अपने लिए नफरत महसूस किया अली
19:24मैं अच्छी नहीं लगती
19:28वो इसलिए खुशी क्योंकि वो अभी तक तुम से मिले ही नहीं है
19:31वो तुम में जानते ही नहीं है
19:32उन्हें ये पता ही नहीं है कि तुम सर्फ शकल की नहीं
19:35बिल्की भी बहुत प्यारी हो
19:37कि मुझे जाने बगहर उन्होंने मेरे बारे में राए क्यों काइम करी
19:40ये तो ज्यात्ती है ना
19:43खुशी एक इनसानी कमजोरी है
19:46हम लोग ऐसे ही होते है
19:48किसी से भी मिले बगहर उसके बारे में जाने बगहर उसके बारे में एक राए काइम कर लिते है
19:53और कभी कभी तो उससे मिलने के बाद भी सिर्फ अपनी जिद में अपनी राय चेंज नहीं करते
19:59यह हम लोगों की एक कमजोरी है
20:01कर उनके साथ रहने के बाद भी वो नहीं माने पे
20:05तुम्हें कोई भी छोड़े यह तुम्हें कोई भी अपनाए
20:10मैं तुम्हारा साथ सारी जिन्दगी नहीं छोड़ाँगा
20:13I promise
20:14इतनी महबबत करते हैं मुझसे
20:17मैंने नहीं सोचा था कि मैं एक जिन को अपनी महबबत का यकीन दिलाँगा
20:23दुनिया की कोई भी मखलू को
20:26औरत को महबबत का यकीन दिलाना पड़ता है
20:40नादो क्या हो गया बिटा
20:45क्यों हिम्मत हा रही हो क्यों जा रही हो यहां से जाने से क्या होगा
20:49कैसी हिम्मत ममा
20:50तुम मुझे सिल्लब महसोस होती है यहां पे रहते होई
20:54तुम्हें जन से डर गई हो
20:56कम यूने सोचा भी था तुमारे में कि तुम इतनी ड़पोग निकलोगी
20:59मा मैं खुशी से इंटर्ती नही हूँ
21:02जो तो अदीके पड़ता हूँ से जड़ लगता है
21:06वो अश्रमिंदगी होती है मुझे
21:09इस रगता जिसम बार बार कोई मुझे रजेक्ट कर रहे
21:15मुझे रीक्षण प्र॥ी नहीं अची हूँ
21:21भाप भाप भाप
21:24साही होँ
21:26अल्ला, में मैं बच्चों सब ठीक जाएगा
21:29घगं अचाब आप
21:31सब ठीक जाएगा
21:33मैं उसी गुना है
21:35अल्ला नarाज हो जाते
21:36अल्ला है ना रासता निकलाएगा
21:38मा पाबी पर यही कह रही है
21:42क्या रास्ता निकलेगा
21:44अरी खुशी से नफ़त करके फिर से मुझ से प्यार करने दगेगा
21:47हाँ
21:48इस दुनिया में कोई भी चीज ना मुँखे नहीं है
21:50और बिटब
21:51मैंने काऊ है ना आठिस का कोई ना कोई हल होता है
21:54इस तरह मैदान छोड़के नहीं भागते
21:56तुम्हारा बाप मैदान छोड़के गया था
21:58तुम्हें बाप जैसा बनना है अपने
22:00तुम्हार डाट तो कभी मैदान में थे ही नहीं
22:05मुझे नहीं रगता कि उनना अपसे कभी मुख़त किया
22:08मुझे तो रखता है सिर्फ हम इना आपके साथ टाइंप पास किया
22:12दुनियादारी निभाई है
22:15और पुष्टन
22:16चलो छोड़ गया ना मैदान
22:19लेकिन मैं तो मैदान में डटी रही ना
22:22बाला ना मैंने तुम्हें सिंगल एंडिड ली
22:23इसलिए हम भागने वालों मुझे नहीं है
22:26ठीक है
22:27जो भी है
22:29आप किसी को किसी के साथ जबर्दस्ती नहीं बान सकते
22:34बात खत्म
22:35बेटा
22:46हर मखलूक में
22:49अच्छे और बूरे
22:50दोनों किसम के लोग होते हैं
22:53बता है नहीं बाबा मैं तो जब भी किसे सुनें
22:55जिनों के बारे में वो बुरे ही है
22:57और अब तो देख भी लिए
23:00आप भूल रहे हैं या
23:03जिन्नात को ऐसे भी कवीले थे
23:07जिनों नहीं हुझे
23:09रुजू सलल्लाह आले वाले वासलम के
23:11दस्त मुबारग पर
23:14इसलाम कबूल किया था
23:15सुन रही है आप
23:21आप करेंगी इसलाम कबूल
23:23जी असद भाई
23:25मैं करूंगे इसलाम कबूल
23:28बेटा किसी फर्द की मुभबत में पुतला होकर
23:33अकर उसकी दिन को अपना ले
23:37तो ये दिन के साथ नाइंसाफी है
23:40नहीं बाबाजी
23:43इसलाम कबूल करने की वज़ा
23:46अली नहीं है
23:48बिल्के मैं तो बहुत पहले से इस दिन से मतासिर हूँ
23:52अच्छा ये तो बहुत अच्छी बात है
23:55जी हाँ
23:57ये मेरे दिल का फैसला है
23:59तो आग बेटा
24:01बैठो
24:03आजाओं
24:10हम तुम्हें कर्म पढ़ाते हैं
24:22अच्छा ये जी है
24:51अच्छा बहुत भी उदास नहीं होना हूँ
24:53हुच पर भरूसा करना है
24:55देखो बिटा
24:57ये जो अली और खुशी का रिष्टा है ये गहर फित्री है
25:01अली पर सर्फ और सर्फ तुम्हारा आख है
25:03ये रिष्टा जादा देर नहीं चलेगा
25:05जादा देर नहीं चलेगा
25:07किसी इंसान की जिन के साथ
25:09शादी हो ही नहीं सकती है
25:11देखो तुम इसको ऐसे समझो
25:13कि जैसे किसी इंसान के उपर किसी जिन ने कब्सा किया वाए
25:17और अगर किसी इंसान पर कोई जिन कब्सा कर ले
25:21तो क्या हम उस इंसान को छोड़ देते
25:23नहीं
25:27मैने तो फिल्मों में यही देखा है
25:29कि आमिर इंसान को जिनके कबज़ी से चुड़वाते है, आना ना दो, तो पिर पेटा आमिर भी यही करना है, अली के लिए बहुत बएड़ी नेकी होगी, ने, कैसा आमिर अठाके रहे आई या, अली को जिनके कबज़े से चुड़वाने के बज़ाए है, खुशी की मद़�
25:59यह बाबाजी जाएंगे हम अपना प्लाइन बनाएंगे
26:02लेकिं ममा वो खुट ताकफ़र बाबा है
26:06ऐसा दुबारा नहीं मिलेगा
26:08अब जो करना है उन बाबा नहीं करना है
26:11देखो खुशी जो है वो आज़र की बेहन है
26:16और मतलब है कि चमकी की बेहन है
26:19और तुमने देखा था ना चमकी अपनी बेहन के लिए कितनी परेशान होती है
26:22चमकी और आज़र नहीं चाहते कि अली और खुशी की शादी हो
26:26जारा और असद नहीं चाहते कि अली और खुशी की शादी हो
26:29तुम और मैं नहीं चाहते कि अली और खुशी की शादी हो
26:32तो जब इतने सारे लोग मिलके नहीं जाते हैं कि अली और खुशी की शादी हो तो पिर ये शादी कैसे हो सकती है
26:36लेकिन अली को कैसे रोकेंगे
26:39यह एक मुश्किल बात
26:43लेकिन कोई बात नहीं बिटा
26:45हर मुश्किल का कोई ना कोई हाल होता है
26:48हाँ हर पालम की सिलूशन होती है
26:50मैं ढूलनोंगी इसका भी हल
26:51ने पैसान नहीं हो न
26:53मैं हैरान इस बात पर हूँ
26:59कि आजर हमिली के बाहर का हसार तोर कर
27:03अंदर कैसे आ गया
27:04वो बगैर घरवालों की इजाज़ते अंदर नहीं आ सकता
27:08नव अंदर आता
27:10और नए अहलात पेशाते
27:13पाबजी एक सवाल है
27:16पूछो
27:17पूछो बेटा
27:19दीन इसलाम के बारे में मुझे मालूमात तो है
27:22जैसे नमाज पढ़नी है
27:24रोजे रखने है
27:26लेकिन ये सब कुछ करना कैसे है
27:28इसकी मालूमात नहीं है
27:29बेटाई इस सिल्सले में तो पर हमें
27:33जारा से दर्खास करनी पड़ेगी
27:35कि वो आपको नमाज पर न सिखाएगी
27:39बस फिर तो इनको सिर्फ इद की नमाजों के बारे में ये पदा चलेगा
27:43नहीं मेरा मतलब है कि हमें बड़ी खुशी है
27:50इन्होंने इसलाम कबूल कर लिया है बड़ी अच्छी बात है
27:53लेकिन ये हमारी से मेदारी तो नहीं है
27:56ये देख लें जारा से क्यों सीखेंगी
28:00तो भी भी सिखा देगा है न
28:01भाई ये आप कैसी बाते कर रहे है आपको पता भी है कि खुशी मेरी जिन्तगी है
28:04मैं उसे शादी करने बाला हूँ
28:07अली
28:09मैं अभी तक ना तुम्हारा बच्पना समझता रहा हूँ इन सब चीजों को
28:15अर तुम्हें पता है न हम यहां किसी मकसद से आये हुए है
28:18अबाजान की वसीयत याद है तुम्हें
28:20वसीयत में शादी भी है
28:22लेकिन किस से शादी करनी है इस बारे में कोई जिकर नी किया
28:25अबाजान चाते थे कि तुम्हारी शादी हो
28:26ताकि हमारी नसले आगे बढ़े
28:28वो चाते थे कि इस हवेली में रहने वाले जिन कमजोर पड़े
28:32इसलिए नहीं कि तुम दुश्मनों से ही रिष्टा जोड लो
28:34तुशी हमारी दुश्मन नहीं है भाई
28:36भूल गयो तुम
28:39इसके भाई ने हमारे बाबा का कतल किये
28:43चचा चंगेज ने खुद बताया है
28:45किसी अंदेखी कुट ने अबबा जान को सीडियों से धक्का मारा था
28:49तो हमारे बाब के कातलों में शादी करना चाते हूँ
28:51तो इसमें इसका क्या खसूर है या है
28:53अपने घरवालों के इमाल की ससा ये की बुखते
28:56भाई, मैं प्रीज आप एक दुखा उसके साथ कुछ
29:01आप उसको जान कर तो देखें, बहुत अच्छी लड़की है
29:07नहीं या बश्चपन से लेके आज तक मैंने तुम्हारी हर बात मानी है
29:12हमेशा तुम्हें सपोर्ट की जब अबबा जान हयात भी थे
29:15तुम्हारे हर फैसले में तुम्हारे साथ मैं खड़ा रहा हूँ
29:18लेकिन अब नहीं यार
29:19तुम मेरे भाई हो, मैं तुम्हें ये खुदकुशी करने नहीं दूँगा
29:22प्लीज आप मेरी जिन्दगी की आखरी खुशी मुझे दे दे
29:25प्लीज
29:26प्लीज इसका सिर्फ नाम खुशी है
29:29ये हमारी जिन्दगी में आगी तो सबाए घम के और कुछ भी नहीं होगा यार
29:32ठीक है भाई साथ में
29:35अगर आपका ये फैसला तो मेरा फैसला भी सुने
29:40मैं सारी जिन्दगी खुशी का साथ दोगा उसे कभी भी नहीं चुड़ूँगा
29:45क्या मतलब हो तुम्हारा
29:51अगर तुम्हें मुझ में और इसमें से किसी को चूस करना हो
29:54तो तुम किसका साथ हूँ?
29:56मैं हग का साथ दोगा भाई
29:57यह अच्छी नियत और महबत के साथ इस खांदान में शामिल होना चाहती है
30:10और मैं इसको इस घर में दाखिल होने नहीं दूँगा
30:13यह मेरा आखरी फैसला है
30:16यह आपका फैसला है
30:17और मेरा फैसला यह है
30:19कि मैं खुशी को नहीं चोड़ूँगा
30:23जा रहा हूँ यह घर चोड़के
30:26चलो खुशी
30:30अली अली असद खुशी
30:33असद उसको रोको वो जा रहा है
30:38असद अली जा रहा है
30:40असद
30:42अली
30:45अली तो चला गया
30:48चला चला चला चला चला
30:50इसको अलकत है
30:52माइ गॉर्ड, माइ गॉर्ड, अम्मा, अब क्या होगा अली तो घर चोड़कर चला गया, वक्त ये गुस्त है उसका, आ जाएगा भी बापस, अगर उनोंने अहर जाकर कोट मेरेज कर ली तो, यह से कर लेंगे, कोट मेरेज, इतना असान काम नहीं होता, बहुत जादा पेप
31:22जाए बात है, उनको बताना चाहिए, लेके एक मसला है ना दो, अली ने तो गले में तावीस पेना हुए, और वो बद्रुल इसलाम बाबाजी ने, उसको खुशी को भी तेती है, तो अमा, आपको क्या लगता है, अब वो दोनों आजर के हाथों से महफूस हो गए होगे, म
31:52अब कोई, जो भी तीन साल का था ना तो इसको स्मॉल बॉक्स हुए था, चीचक
32:22अम्मी का इंतकाल हो गया था, अब बाजान शहर में नहीं थे, बिसनस के सिलसले में गए वे थे, पूरी कमर पर पूरी जिसम के उपर इसके फोड़े निकले वे थे, फिंसिया निकले थे, पूरी रात रो रहा था ही, और पूरी रात बैट कर, मैं ठंडे पानी से टकोर कर
32:52सब मैं, मैं जानती हूं कि आप अली से बहुत महबबत करते हैं, आपने हमेशा बाप बन कर उसको पाला है, अबाजान की जिन्दगी में भी उनसे ज़्यादा उसका ख्याल रखा है, और आज ये सलादी है उसमें मेरी महबबत का, एक चिन्नी के लिए, जो के इंसान भी न
33:22अपने हूं को छोड़ दिया, अपनी फैमिली से घबदारी किर रहा है, ये नहीं असाद वो बेवकूफ है, बच्चा है, तोड़े से वक्त में उसको अकल आ चाएगी, बच्चा नहीं है वो, खुदगर्ज है, मफाद परस्त है, ठीक है, उसको मेरी मखबत की परवा नही
33:52अली और खुशी हवेली छोड़ कर जा चुके है, वो फिर भी मुझे नजर नहीं आ रहे है, हाला कि वो हिसार से बाहर है, कहीं खुशी ने अपने हर्द करद सुलमानी चादर को नहीं खेच ली, वो परबिबली इस ते क्यूंकि वो जो बाबा बद्र अलिसलाम है उन्हों
34:22अब सोचना ये है कि करना क्या है, हल तो है मेरे पास, लेकिन मुझे तम लोगों की मदद के जरूर पड़ेगी, मैं अपनी बेटी के लिए कुछ भी घरने के लिए तयार हूँ, आप लोग बस हुक्म करें, पहली हाल करो, अब अली नहीं है, तो असब को उकसाओ के वो पह
34:52एक बार वो हत्यार मुझे मिल गया, सब ठीक हो जाएगा, वो हत्यार मुझे इतना ताकतवर बना देगा, जि मैं गले से पकड़ कर खुशी को वापस या ले आँगा, फिर किसी बावे का कोई तावीज मुझे पे असर नहीं करेगा,
35:09असर नहीं हो, हविली से बाहर हैं, फोन टाएं, तावीज के बगएर कैसे जाएगा, तो नहीं किंदा चिकेस, या लाह, कैसे आगा करो असर नहीं को,
35:39असर नहीं को, तावी जाएं, या लाह, कैसे आगा, तावीज के बाहर हैं, या लाह, कैसे आगा को,
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