हरियाणा के हिसार की "भीख नहीं किताब दो" संस्था गरीब बच्चों में शिक्षा की अलख जगाने की कोशिश कर रही है. संस्था ना सिर्फ गरीब बच्चों को फ्री शिक्षा मुहैया करवा रही है बल्कि उन्हें फ्री खाना भी दिया जा रहा है. संस्था की कोशिश भीख मांगने वाले बच्चों की प्रवृत्ति छुड़वाकर उन्हें मुख्यधारा में लाने की है. संस्था की कोशिशों से अब तक 50 बच्चे कामयाब भी हो चुके हैं. हरियाणा की हिसार की रहने वाली अनु चिनिया बच्चों की शिक्षा के लिए काम करती है. वे भीख मांगने वाले बच्चों की प्रवृत्ति को छुड़वाना चाहती है और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना चाहती है. अनु ने अपना घर परिवार छोड़कर सारा जीवन इन बच्चो के लिए समर्पित कर दिया है. अनु चिनिया अब तक हिसार में 850 बच्चों का स्कूल में एडमिशन करवा चुकी है. ये बच्चे पहले भीख मांगा करते थे लेकिन अब ये स्कूलों में पढ़ाई कर रहे हैं. अनु तलवंडी राणा में पंचायत की गुर्जर धर्मशाला में छात्रावास चला रही है जिसमें 60 बच्चों की देखभाल भी की जाती है.
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