00:00मैं बहुत कुछ सोच कर आया था कि आप से ये बोलूंगा वो पूलूंगा बट अभी मैं सब कुछ भूल चुका हूँ
00:06मैं आपके लिए गिफ्त लाया हूँ हूं एक च्छोटी से गिफ्त है जो कि मैं आपकी ही प्रेड़ना से फिलॉसफी पढ़ रहा हूं
00:14मैं आपको यह बेट करना चाहता हूँ मैं आपके लिए छोटा सा नोट यहां पे लिखा है और आचारीजी मैं पढ़ाता हूं लोगों को तो जो भी मैं जीवन भी बदल पा रहा हूं थोड़ी बहुत भी वो आपके वज़े से है सब कुछ आपके वज़े से एक चीज पू�
00:44चीज के लिए ना जो आपको बहतर बनाएगी तो अगर श्रम सार्थक है तो तो एहंकार कम हो जाएगा ना और अगर आपने श्रम करके कुछ ऐसा पाया जो एहंकार को पोशन दे रहा है तो श्रम तो विर्थी हो गया फिर नहीं जी हो आपने श्रम कर रहा है कुछ पाया �
01:14ब्रान को है और आक्टार हझां अगर अक्ट्रविछ पह और रोर्टल्न एपकाया।
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