🧔🏻♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें: https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00021
📚 आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं? फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00021 ➖➖➖➖➖➖ ये वीडियो श्रीमद्भगवद्गीता - 26 अक्टूबर , 2025 के लाइव सत्र से लिया गया है। ➖➖➖➖➖➖ #acharyaprashant
00:00मोर डींग ही तो हाकता है ये देखो मेरा 4BHK मोर नहीं बन गई था कुछ नहीं बस वो ऐसे चोड़ा करके बैठ गया था
00:17साब भी ऐसे चोड़ा हो रहा है इतना चोड़ा होता थोड़ी है वो तो रबर की पाइप है लेकिन पाइप अपने आपको चोड़ा कर लेती है शेर भी अपने आपको चोड़ा करता है यहाँ इतने सारे बाल का जब्बा दिखा करके मैं इतना बड़ा हूँ इतना बड़ा ह
00:47नाग अपने आपको बड़ा दिखाता है कि उसका अपना जो व्यक्तिगत शरीर है वो चलता रहे
00:52और इनसान भी जब भी कभी अपने आपको बड़ा दिखा रहा हो
00:57जान लीजिएगा एक ही उसका वहाँ पर उद्देश है कि शरीर चलता रहे
01:04और हम सब बड़ा दिखाते हैं अपने आपको नहीं दिखाते हैं
01:09तो ले दे करके अपने आपको बड़ा दिखाने से क्या मिल रहा है
01:13शरीर चलता रहेगा
01:15तो आप भी जब अपने आपको बड़ा दिखा रहे हूं तो और कोई बात नहीं है
01:20बस यही है कि यह किसी तरह से चलता रहे या तो उस संतान के रास्ते से या फिर यही देह और आगे बढ़ती रहे
Be the first to comment