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पूरा वीडियो : अपनी ज़िंदगी की असलियत जाननी है? || आचार्य प्रशांत (2020)
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00:00सिधार्थ गौतम का तो कहना क्या? अभी उन्होंने कुछ करा नहीं, कुछ कमाया नहीं, कहीं अपनी कोई योगिता सिध्ध नहीं करी, फिर भी दुनिया उनकी वहवाही कर रही है, उनकी शिक्षा का विशेश प्रबंध किया गया है, उनके मनुरंजन इत्यादी का विशे�
00:30कुछ भी पता न लगे इसको, और सुनिये, आप सभी ने कहानी, चले जा रहे थे, युवा महुत्सव था, और देख रहे हैं एक बीमार आदमी को, नहीं, खुद नहीं बीमार थे, एक चला जा रहा है बीमार आदमी, फिर देख रहे हैं एक वृद्ध आदमी को, नहीं, �
01:00पुरत देह दलाश देख ली और समझ गई बोले कि व्यक्ति में समश्टी है एक व्यक्ति में ही पूरा संसार है जो पूरी दुनिया की कहानी है वही प्रत्येक व्यक्ति की कहानी है
01:23मैं कैसे कह दूँ अपने आपको कि मैं सुखी हूँ जब मेरे सामने ये पूरी दुनिया इतनी दुखी है जरूर मुझे सुखी होने का भ्रहम हो रहा होगा
01:34ये उन लोगों के लिए है जो बहुत जाच पड़ताल करके खोजबीन करके भी अपनी जिंदगी में कहीं दुख नहीं खोज पाते
01:44सिधार्थ अगर अपने निजी जीवन में दुख खोजने निकलते तो शायद दो-चार दशक खोजते रह जाते उन्हें दुख कहीं दिखाई नहीं पड़ता
01:52तो उन्होंने फिर ये परोक्ष तरीका निकाला निकाला या ये कहदो कि विधी ने उन्हें भेट कर दिया
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