ओडिशा के नयागढ़ जिले का नेपाल गांव आज भी बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहा है.. जिला मुख्यालय से महज 47 किलोमीटर दूर इस गांव में आज भी सड़क, बिजली, स्कूल और अस्पताल जैसी सुविधाएं नहीं है.. लोग फूस के घरों में रहते हैं. 150 की आबादी वाले इस गांव में 30 घर हैं. पूरा गांव घने जंगलों से घिरा है. ग्रामीणों को हमेशा जंगली जानवरों का खतरा रहता है. जंगली जानवर अक्सर उनकी फसलों को बर्बाद कर देते हैं. जिला कलेक्टर अक्षय सुनील अग्रवाल को जब इस गांव के बारे में जानकारी मिली तो वो जमीन हालात जानने के लिए खुद नेपाल गांव आए.. पेड़ के नीचे जमीन पर बैठकर लोगों के साथ बात की.. और ग्रामीणों को उनकी समस्याओं के जल्द सुलझाने का भरोसा दिलाया.
00:00ना तो सडक है और ना ही बिजली स्कूल और अस्पताल की दुबात ही छोड़ दीजी ये तस्वीरें ओडिशा के नायागर जिले के नैपाल गाउं की है जिला मुख्याले से महज 47 किलिम्टर दूर इस गाउं के लोग फूस के घरों में रहते हैं
00:30देड़सो की आबादी वाले इस गाउं में 30 घर हैं पूरा गाउं घने जंगलों से घिरा है ग्रामिनों को हमेशा जंगली जानवरों का खत्रा रहता है जंगली जानवर अकसर उनकी फसलों को बरबाद कर देते हैं जिला कलेक्टर अक्षय सुनील अगरवाल को जब इस गा�
01:00का हवा का था तापई प्रधानमंतिक रामसड़क जोजना अंतरगत प्रपोजल मदे डिपार्टमेंट को जाई छी बट तारा पॉपुलेशन क्रेट्रे जोगुस एटा है पारूनी तापई आमें रिक्वेस्ट करीवू डिपार्टमेंट को कि तारा मनें आमको सांक्शन
01:30गाव में अगर किसी की सेहत बिगर जाय तो एम्बुलेंस गाव में नहीं आ सकती ऐसे में बिमार लोगों को स्टेचर में उठा कर ओडा गाव मेडिकल सेंटर ले जाना पड़ता है लोगों को उम्मीद है कि गाव में कलेक्टर साब के आने से यहां की समस्षा हैं कुछ ह�
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