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00:00बेटा अने मां बड़े बचा-बचा के कुदम रखे हैं सेाथ बढ़ाऊँ इतना बचा के किया मिला तौह थोड़ा पिसली लिया हो तो अमर नहीं तो जा रहा हैं
00:17यह बचा बचा के अमर हो लिया, जब बहुत बचाने उचाने का कारिकरम कर रहे हो न, तो थोड़ा ऐसे कुबड निकाल के, और ऐसे ऐसे करके, और खाकते खाकते चल लिया करिये, अपने आपको याद दिला करिये, इसी के लिए बचा रहे हो सब, इसी के लिए बचा रहे हो
00:47कि जीवन का अर्थ है प्रतिपल चुनाओ, नहीं फर्क पड़ता अतीद में आपने क्या किया, हर पल आपके सामने एक नया आउसर बनके खड़ा होता है, अतीद को कौन बदल सकता है, कोई नहीं, पर भरतमान देखो, खुला हुआ है, आकाश है, जो चाहिए मांगो, नहीं म
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