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पूरा वीडियो : ज्ञान बंधन कैसे हुआ? || आचार्य प्रशांत, शिव सूत्र पर (2019)
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Transcript
00:00मुक्त वो बुद्ध वो जिसने ज्ञान से परे अपनी पहचान पाली
00:05जिसने ज्ञान से आगे का ज्ञान पालिया
00:10कुछ भी जान पाओगे तुम अगर तुम्हारे पास मस्तिश्क न हो मेधा न हो और स्मृति न हो
00:16और मस्तिश्क माने शरीर जो ज्ञान से मुक्त हो गया उसको कहना कि ज्ञानी है
00:23वास्तव में जो अपने आपको ज्ञानी कहे उसने अपने आपको ज्ञानी कहकर के ही ये सिद्ध कर दिया कि वो अल्प ज्ञानी है
00:34ज्ञान के दम पर नहीं जिया जाता
00:37ग्यान सहायक होता है संसारिक निर्वाह के लिए
00:43तुम संसार में हो ताकि अंततर संसार से मुक्त हो सको
00:47संसार के पार जा सको
00:49ग्यान संसार में टिके रहने में तुम्हारी सहायता कर देता है
00:53क्योंकि सारा ग्यान ही संसारिक है
00:56मैं कौन हूँ वो जिसके पास ग्यान है
00:58ये ग्यानी अब बंधन में है
01:00ग्यान तो बिचारा अपने आप में दुर्बल है
01:07पंगु है
01:09अचेतन है
01:10क्या कर लेगा
01:12आकड़ा मात्र है
01:13सूचना मात्र है
01:15बंधन ग्यान उसके लिए बन गया
01:20जो अपने आपको ग्यान के तल पर परिभाशित करने लग गया
01:26जो कहने लग गया कि मैं वो हूँ जो मैं जानता हूँ
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