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  • 2 days ago
بہار اسمبلی انتخاب میں ملازمتوں کا وعدہ ایک بار پھر گونجنے لگا ہے۔ مہاگٹھ بندھن کے بعد این ڈی اے نے بھی اپنے انتخابی منشور میں ملازمتوں کا وعدہ کیا ہے؟ لیکن حکومت کے زیر اثر میڈیا یا بی جے پی و ایل جے پی سمیت این ڈی اے لیڈران یہ نہیں پوچھ رہے کہ یہ ملازمتیں دینے کے لیے پیسہ کہاں سے آئے گا؟ بجٹ کہاں ہے؟ حالانکہ این ڈی اے اپنے وعدے کو لے کر کتنا سنجیدہ ہے، اس کا نمونہ پریس کانفرنس میں ہی دیکھنے کو مل گیا، جب ایک منٹ سے بھی کم وقت میں پوری پریس کانفرنس ختم ہو گئی۔ ان سبھی موضوعات پر دیکھیے ’قومی آواز‘ کا خصوصی مباحثہ، جس میں سیاسی ماہرین نے کھل کر اپنی رائے سامنے رکھی۔

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00:00दोस्तों नमस्कार मैं हूं नंदलाल सर्मा और आप देख रहे हैं नेशनल हेराड नौजीवन और कौमी आवाज की साचा पेसकस आज बिहार में एक प्रेस कॉन्फरेंस होई प्रेस कॉन्फरेंस क्या होई एंडिये का घोस्ट्रापत्र जो लॉंच होने वाला था वो कारेक
00:30समाप्त होई इसका मतलब क्या है क्या एंडिये में ओल इस वेल है या फिर कहीं न कहीं दिक्कते हैं और इस प्रेस कॉन्फरेंस से एंडिये पूरी तरह से एक्सपोज हो गया है हमारे साथ एक वरिश्ट पैनल है अग्दुलकादिर साव हैं उत्तम से इंगुत्ता सरेंग
01:00ये क्या कहता है कुछ लोग तो कह रहे हैं ये कॉपी पेस्ट भी है त्योंकि महागडवंदन का जो घोष्णापत्र है वो पहले आ गया और तेजस्वी यादों को मुख्यमंत्री का चेरा घोसित किया गया सारे निताओं ने अपनी बात रखी सब ने बोला लेकिन जो एं
01:30उसको नौकरी दी जाएगी तो इधर इंडिये ने वादा किया है कि एक करोन प्लस नौकरी और रोजगार दिया जाएगा साथ रोजगार जोड़ दिया गया हो कि किसी भी तरीकी का रोजगार साथ पकोड़ा तलना या रील बनाना भी अब्दूल-कादिर सर मैं आप से स�
02:00है और अनंत सिंग के इलाके में चुनाओं के बीच में मर्डर हो जाता है कि वो यह जो घोशना पत्र जिसे आप कह रहे हैं उसे मैं एक एंडिये का पैनिक रियक्शन मानता हूं इसलिए कि एक तो यह बात हैं कि यह रियक्टिव है महाकटबंधन ने जो अपना घोशना प
02:30करता ही है आपने कहा कि कट पेस्ट का मामला बहुत सब्सक्राइब बनता है और सबसे बड़ी चीज़ यह है कि एक तरह से से से कॉंडरेक्ट्री है आपको याद होगा कि जब तेजस्पी आदब ने कुछ दिनों पहले 10 लाक नोकरी देने की बात कही थी तो उस वक्त इंत
03:00है कि इसे क्रोंट के लिए पैसा कहां से आएगा और मेरे खाल में ये तो तेजस्पी जी से भी कुछ आगे इसलिए बढ़ गए कि तेजस्पी जी ने जब नोकरी देने की बात कही थी तो उसमें जो बिहार का पॉपलेशन है उसमें 26 लाक लोग पहले ही से ऐसे हैं जिनको
03:30लेवल की होंगी तो वहने ही जाना चाहेंगे तो ये सब एक तरह का घाल मेल हो रहा है और इसे हम पैनिक रियक्शन की तरह ज्यादा देखते हैं और इस घुशना पत्र में एक बात और जो देखने को मिली कि इसके पीछे कोई तेजस्पी ने अपने इंट्रूव में कहा क
04:00ये संकल पत्र ये घुशना पत्र बनाया है उन्हें या तो जानकारी नहीं थी या हरवड़ी में वो बहुत सारी बात ही भूल गए हैं जैसे एक मुद्द में उठा रहा हूँ कि उन्होंने अपने घुशना पत्र में कहा है कि क्रेजी से पीजी तक फ्री पढ़ाई होगी
04:30स्टूडन्स तक्सिमित हो जाता है जो बारहमी से आगे पढ़ना चाहते हैं तो ये कुछ अजीब सी बात लग रही है उसके बाद फिर आप अगर दूसरे और देखेंगे तो महागरबंधन के घोशना पत्र में एजुकेशन से जहां पर डील कर रहे हैं वो उन्होंने रा
05:00और इसमें कोई बहुत ही ज्यादा सोच समझ भी अपलाई किया गया हो ऐसा नहीं रखता है
05:05तो उत्तम सर मैं आपसे ये समझना चाहूंगा कि ये फ्लॉप सो क्यों हो गया एंड ये का जो गोश्रा पत्र है वाला जो पूरा कारेक्राम है ये फ्लॉप सो क्यों हो गया
05:18अब अपने आप को अन्म्यूट करिए सर अब आवाज आ रही है जी जी जी जी देखिए मैं सहमत हूं कादीर साब से कि जब वो कहते हैं कि वही एक पैनिक रियाक्शन
05:46ये डिस्परेशन जो है एंड ये का वो जह लगता है और कोई ओरिजिनालिटी हो या कोई नौविल्टी हो ऐसा कुछ दिखता नहीं सबसे वड़ी बात है कि ये घुशना पत्र करने की ज़रुवत क्यों पड़ी ये एंड ये की सरकार लगबक उनीस बीस साल से बिहार में
06:16कि वही बीस साल में हम लोगों ने ये एक हासिल किया और अगले पांच सालों में हम लोग ये हासिल करने वाले हैं या ये हमारा जो है वो उद्देश है लेकिन जिस तरीके से इनोंने किया तो जाहिर है कि जो महागट बंदन ने वादा किया कि वही हर एक घर में एक परिव
06:46इसमें तो कोई शक की गुंजाईश लगता नहीं कि है और इन्हों ने पिछले तीन दिनों से माखौल उड़ा रहे थे मजात कर रहे थे कि वह इते जिस्वी का ये बक्वास है ये बेवकूफ है ये बेवकूफी भरा ये है और मीडिया के भी बहुत सारे लोग ये पूछ र
07:16है तो फिर ये इंडिया जब कहती है कि वह एक करोड़ की नौकरी देंगे और जब सरकार वादा करती है तो सरकार दूसरे की तरफ से वादा नहीं करती सरकार अगर वादा कर रही है कि वह एक करोड़ की नौकरी देंगे और आप गौर कीजिएगा कि इसमें कोई टाइम फ
07:46यह देना शुरू करेंगे. वह भी यह नहीं कह रही है कि वह यह प्रिक्रिया जो है वो पांच साल में पूरा होगा, यह पांच साल से ज्यादा लगेगा. यह कोई भी गड़बंधन यह नहीं कह रहा है. तो जहां तक दोनों गड़बंधनों का सवाल है, इनकी नियत अच्�
08:16गड़बंधन के साथी हैं, जो दल है, वो इस पर गौर किये हैं, उन्होंने इसको लेकर डिसकस किया है, उनका एक ब्लूप्रिंट जो है, वो बात किया उन्होंने और उन्होंने यह तै किया है कि हां, यह कोशिश करनी चाहिए और यह फीजिबल है, यह लगता है कि हम लो
08:46नियत कुछ भी हो, नियत जो है, इंडिये के खुशनप्रित का बहुत साफ नहीं नहीं नजर आता है।
08:53काजिब साब जो है, अगर हम देखें माग अडवंदन की प्रेस कॉन्फरेंस को, तो वहां पर तेजस्वी को चेहरा घोसित किया गया था, लेकिन नितिस को ऐसा नहीं किया गया है, और लोग कहते हैं कि उनकी लीडर्सिप में चुनाव लड़ेंगे।
09:11आपको लगता है कि साइद जो कुछ भी हुआ उस प्रेस कॉन्फरेंस में उसकी एक वज़ा ये भी हो सकती है, कि नितिस को चेहरा घोसित नहीं किया गया है।
09:23अगर घोड से देखें तो उन्होंने चेहरा घोशित कर दिया। वो चेहरा नितिश नहीं है, ये अलग बात है।
09:33एक तो यह है कि जब उस घोशना पत्र पर थोड़ी बहुत जो भी चर्चा हुई, explanation आया, वो उक मुक मंतरी समरार चौधरी की तरफ से आया।
09:45उससे पहले अमित्शा जी कह चुके हैं कि मोदी जी समरार चौधरी को बहुत बड़ा आदमी बनाने वाले हैं।
09:56तो जो बड़ा आदमी उक मुख मंतरी वो पहले से ही हैं और उनको बड़ा आदमी बनाया जाएगा तो दो ही और पोस्ट है जिसको बड़ा माना जा सकता है एक विहार का मुख मंतरी और एक प्रधान मंतरी तो या तो वो प्रधान मंतरी तो बनाएंगे नहीं तो भरहाल एक
10:26कम से कम campaign period में आगे इसलिए करना चाहते हैं, ताकि वो OBC का ब्लॉक है, अफरका स्टोन के साथ बाई अलाज पहले से ही हैं, और नितिश कुमार की जब सिहत खराब होने लगी और भी जब समाचार आने लगे, तो उनको यह चिंता सदारी है कि हमारा OBC और EBC वोट का क्या हो�
10:56उन्हें बनाएंगे, सरकार बनेगी, क्या होगा यह कहना मुश्किल है, लेकिन आज की तारीख में BEP के लिए नितिश कुमार से बड़ा चेहरा समराच चोधरी का है, ऐसा प्रतीत होता है.
11:07उत्तम सर जो है, अगर देखा जाए, कि मतलब आपने तो बिहार की राजनीती को कई दसक तक देखा है, नितिश कुमार का मतलब मीडिया के साथ बिहार ऐसा नहीं रहा है, वो जब भी आते रहे हैं, सामने बात करते रहे हैं, एक मिनट तो मतलब घोशना पत्र को जारी करन
11:37बहुत ही बेमन से उस कारेक्रम में सामिल हुए थे, और आगे जो कुछ भी होगा, सायट 14 दिन बाद भी, इक्वेशन यहीं नहीं रहने वाले हैं, क्या आप इसको रीड कर रहे थे, आपको देखकर ऐसा लगा?
11:52नदलाल जी ऐसा है कि कोई भी नेता जो है, वो जेपी नडड़ा हो, या नितीश कुमार हो, या चिराग पाश्वान हो, या जीतन राम माजी हो, या उपेंदर कुश्वाह हो, मुझे नहीं लगता है कि कोई भी इस प्रेस कांफरेंस के लिए दियार था, और कोई भी जो ह
12:22लास्ट मिनिट का डवलाप्मेंट है, वो आखरी वक्त पर जो है, ये गोशना पत्र तयार की गई है, इस पर जो है, सला मश्विरा किया गया है, ऐसा नहीं लगता है, इस पर कोई विचार विमर्श हुआ हो, वैसा भी नहीं लगता है, अगर ऐसा हुआ होता, तो ये NDA के
12:52गोशना पत्र तयार हो रही है, और इस गोशना पत्र में क्या रहेगा, क्या होगा, तो ये आखरी वक्त का ये दाओं है, और जिस पर जब कोई सला मश्विरा हुई नहीं होगी है, तो फिर वो प्रेस कांफरेंस कैसे कर सकते है, वाँ, तो ये एक मामला है, दूसरा है कि �
13:22वह ही आपको ये तियार करना है, उसको किसी ने अप्रूव जरूर किया होगा, लेकिन बाई अनलाज जो है, वो एक पियार एजिंसी कंसल्टेंट जो है, उसने बनाया हुआ है, वादा, तो ये जो वादे हैं, उसमें कोई नयापन नहीं है, जैसा कादिर साब ने भी पहल
13:52दूसरे शब्दों में जो है, वो कहा गया है, तीसरी बात जो ये दिखती है, कि भई अभी जो बिहार में, बिहार में स्थिती है, जो लॉइन और्डर की स्थिती है, और दुलार चन्द यादव की जो हत्या हो गई है, और उसको लेके भी ये सरकार परिशान है, और जंग
14:22चाहते थे, और इसलिए जो है, वो फोटो आप करके, वो एक मिनट के अंदर जो है, वो निकल गया है, लेकिन सर इसे एक मैसेज तो ये भी जाता है, कि एक मैसेज ये भी जाता है, कि एंडिये के नेता ये अपने घोश्रा पत्र को ले करके गंभीर नहीं है, कादिर सर आ�
14:52है, कि ये तो हम लोगों को लगता है, कि वो गंभीर नहीं है, वो सुचते होगे कि वो बहुत गंभीर है, और दूसरी बहुत है, कि ये मैनिफेस्टों से चुनाओ के इस वक्त, जब एक हफते बचे हैं, या पाश दिन बचाया प्रचार के, वहाँ पे, उस वक्त कोई फा
15:22उस पर जो है, वो कोई बहस होती है कि नहीं, ऐसा मुझे दो नहीं रहता है, कादिर साब, और यह अगर हम लोग इतिहास देखेंगे, तो यह जो है, लगवग सभी पार्टिकल पार्टियां, मैनिफेस्टों को एक जुम्ले की तरह या उसको एक फॉर्मिलिटी है, एक रि
15:52तो उनके नेता और केंडियर्स भी नहीं पता पाते कि उनके मैनिफेस्टों में है क्या, और मैनिफेस्टों से ज्यादा, जो बात अभी समझ में लोगों को आ रही है, वो यह कि तेजस्वी आदव ने अपना जो उनका मेन प्लैंक है, आनिम्प्लाइमेंट का, उसके माध
16:22पैठिया, जंगलाज की बाद तो कभी कभी कर देते हैं, लेकिन उनको भी मजबूर कर दिया, कि वो इनकी पिछ पर आकर के खेलें, हर कैप्टन ये चाहता है, कि बैटिंग पिछ ऐसी हो जो उसके सीट करें, और तेजस्वी आदव ने एक उनको बीजेपी को ऐसी पिछ प
16:52हर आदमी ये मानता है कि जो वादे हुए है, जो गोशना हुई है, इसको पूरा करना बहुत ही कठीन है लगभगा संबह पर, लेकिन दूसरी बात जो लोग ये कह रहे हैं, कि कम से कम फोकस में ये बात आ गई, अनेंप्लाइमेंट दूसरे वैसे मुद्दे, जिनका जंता
17:22अगर 20-30-40% भी पूरा हो जाता है, तब भी लोगों को ऐसा लगेगा कि कुछ हुआ, तो वादा से ज्यादा ये कि बेरोजगारी जैसे मुद्दे को, इस मुद्दे को पिछले चुनाओं में भी तेजस्वी ने उठाया था और इसको उन्हें फाइदा ही मिला था, और ऐ
17:52अभी तक जो सुरत है, उससे ऐसा लगता है कि आने वाले चुनाओं भी, इसका उनको अच्छा ख़सा फाला मिलेगा.
18:00विशुदीपक जी, आप दिहार में घूम रहे हैं, आपने देखा होगा, NDA का गोशा पत्र जारी हुआ है, और महागडवन्दन का कुछ दिन पहले जारी हुआ था, आपको जमीन पर कुछ सुनाई दे रहा है कि लोग महागडवन्दन या NDA किसी के भी मैनिफेस्टो को क
18:30बहुत ही मतलब आप सका सकते हैं कि एक बहुत ही जागुरुक और सिक्षित समाझ चाहिए और यह बहुत सिक्षित समाझ के आलक्सन होता है कि वो किसी परटी के परग्राम पर मैनिफेस्टो पर बात करें, Nepैकिन मैनिफेस्टो नसी इत्र अगर आप बात करें तियू inspect
18:31सकते हैं कि ईक बहुत ही जागुरू और शिक्षित समाच चाहिए
18:37ें एक शिक्षित समाच के आलक्षन होता है कि वह किसी प्रग्र्रैम क Saguma बद करें लेकिन बात यह है कि
18:45कि उसके बारे में तो बात होती है और बिरोजगारी और बिरोजगारी और पलाएंग यह से जो मुद्धे हैं जिसको आजस्वेजादों ने खास्तों से बड़ी जोड़ शोड़ से उठाया था और महागट बंदर ने जिस पर काफी फोकस किया था पलाएंगों को यातरा किय
19:15प्रशित रूप से चर्शाय का विशय है और अगर आप यह बात करेंगे कंपरिजन के कौन एंडिय की ज्यादा चर्चा हो रही है या महागट बंदन की मैनिफेस्टों के ज्यादा चर्चा हो रही है तो आप यह कह सकते हैं कि मैंने ऐसा लोगों को कहते हुए सुना है कि �
19:45मजभूट करनी क gute बाते हो चाहे लोगों को ट्रांस कैस्ट ट्रांसफर करके मार्केट में पैसा देनी की बाते हो जो मंत्री जो पेंशन मिलीती मैंलाओं को उसको देनी की बाते हो रोजगार की बाते हैंstones moisa
20:06अपने गटवंदन में अपने गुष्णा पत्र में पर ऐसा लोगों की भी चर्चा है कि यह जो है इनोंने उसको हां से कॉपी कड़ किया और इस तरीके से आप ही कह सकते हैं कि मजबूरी में उन चीज़ों के अपने अपने गुष्णा पत्र में शामिल किया है
20:16अगर वो यह कह रहे हैं कि कॉपी किया है तो क्या वो यह कह रहे हैं कि तेजस्वी नौकरी का जो वादा कर रहे हैं उसे पूरा करेंगे उन्होंने पिछली बार 17 महीने के कारेकाल में किया था जो आरजेडी बात करती है क्या वो इस तरीके की बात करते हैं कि तेजस्वी के �
20:46लोग उसको recall करते हैं और यह कहते हैं क्योंकि यहां पर देखिए विरोजगारी बहुत बड़ी समस्या है बिहार में एक खाल से देश कभूर आजया है यहां पर सबसे ज़्यादा है यह यूवा लोगों की population सबसे ज़्यादा है proportion में बाकी राजों के मुकाबले में तो लो�
21:16ने उनसे इंडिरेक्शन ने कि इस लाइन पर पर हां यह बात जरूर है कि नौकरी के वादा जो है ज़्यासवी कि वो जो 17 महीने का जो कारिकाल था वो एक चार्चा का विशे है
21:25क्या मैं एक सवाल पूछ सकता हूँ मैं एक सवाल सवाल पूछना चाह रहा था दिपक से कि दिपक 20 सालों से यह सरकार सत्ता में है और नरेंद्र मोदी हमारे प्रदानमंत्री जो हैं 11 सालों से हैं और वो 2015 से बिहार में आकर बहुत सारे वादे किये
21:50और ये मुदी है तो मुम्किन है ये बिहार में आज मयाक बन गया है या अभी भी लोगों को भरोसा है कि मुदी की गारंटी में और अभी भी लोग भरोसा करते हैं कि मुदी जी ने कहा है तो इसको पूरा करेंगे ये जुमला है या नहीं देखे इसको अगर हम दो तरीके से
22:20है यह क्या है यह जुमला है मजाख है यह क्या है तो लोग हस देंगे और हस के बोलेंगे कि निशी तुरूप से जुमला है और महा जुमला है बिहार के लोग तो आज में जाले में था और जाले में लोगों ने कहा कि भाई बिहार के लोग को बेवकूप बनाने की कोशिस मत क
22:50कि समाज में जो चर्चाय का विश्य है, जो मजाग की बाते हो रहे हैं, हासी मजाग चलना है, क्या वो पॉलिटिक्स में भी रिफ्लेक्ट करता है, वहाँ पर मुझे तपर सा वो ब्रिज जो है, मिसिंग दिखता है, कि जो बाते हैं, वो चाओ चोराहों पर चाय की दुखान
23:20पर मुझे गैप दिखता है, यह मेरा अब्सर्वेशन लिए, कानिव सर, आज दिपक, अखरी सवाल, दिपक से, कि भाई, आज जो बातचीत हुई, क्या इतना जल्दी लोगों में यह पहुंचा, कि एंडिये ने क्या वादा किया है, और सरकारी नौकरी को लेके, दूनों
23:50एक करोड़ और हर एक परिवार में एक सरकारी नौकरी, यह दोनों को लेके क्या बातचीत हो रही है, जी, मैनिफेस्टों से इसका सम्मन नहीं है, मतलब लोगों की बीच में नौकरी की बातचीत तो है, और लोग यह रिकॉल करते हैं कि अपने पहले कारिकार में बहुत अ
24:20आपे सकते हैं कि वो आधिकारी घोषना जैसी उसकी हो गई है, लोग इसको इस रूप में देखते हैं और इसकी चर्चा है, मैं अभी दरवंगा में हूँ, जयनेगर में हूँ, उसके पहले में जाले में था, मधवनी में था, बेनी पट्टी में था, उन तमाम इलाइकों
24:50हिलाइकों में गया, और उन्होंने बड़े दुख के साथ कहा, कि देखी अबुदाभी में जाकर के मज़़ूरी करना कोई हमारा शौक नहीं है, लेकिन हम क्या करें, दूबई में में मेरा एक बेटा रहता है, वहां दाकर मज़़ूरी करता है, मज़़ूरी ही तो कर रहा
25:20कादिर साब जो मुकामा में हुआ है अनंद सिंग के छेत्र में, और नरेंदर मोदी जब बिहार में चुनाव प्रिचार कर रहे हैं तो कह रहे हैं कि कॉंग्रेस और आजएडी का जो कल्चर है, वह कठा कुरूरता कुसासन करप्सन का है, यह कोई मुद्दा बन रहा है जो
25:50देखे, यह जंगल राज एक ऐसा सिक्का है जो बहुत सब तक घिस्पिट चुका है, उसकी एक बज़ा यह है कि अब आबादी का एक बहुत बड़ा हिस्सा है जिसने वो वक्त देखा नहीं है, और आज के जो हालात हैं, अगर आप देखें, तो विहार में लाइंड और की
26:20हैं, उससे कोई बहुत बहुत बहुतर सिच्वेशन है, ऐसा मैं नहीं मानता हूँ, और एक तो राजनीती में ड्रामाबाजी का जो एक पहलू आया है, और खासकर कि NDA जिस तरह से उसको आगे बढ़ाती है, मैं बहुत ही दिल्चस्त बात आपको बताने जा रहा हूँ हू
26:50उन्हीं के पार्टी के स्रोथ से जो अंदर की जानकारी आ रही है, जिनकी मैं फिर से कादू, जिनकी मैं पुस्टी नहीं कर रहा हूँ, लेकिन बहुत हद तक विश्वसनी ये लगती हैं, वो ये है, कि जो निरेशन बर आया है, जो कि घटना कैसे घटी, उसके अनुसार ह
27:20कि लोगों ने उनके काफले को रोका और एकता से उन्हों कहा कि आप खुद पैदर चल कर देख लिजे कि इसकी हालत क्या है, अगर आप खुद 20-25 कदम भी चल लेंगे, तो बात समझ में आएगी हम, तो विधाय जी से गलती होगी कि उन्होंने वो चैलेंज, वो चुनोती
27:50विधाय जी गिर गए, और गिरने से उन्हें कुछ चोटाई, उनके हाथ में चोटाई, गिरने के बाद वहाँ पर का एक युवक उसे हंसी आगे, बिहार में या बहुत जगह पर आप लेखेंगे, कि लोग अगर कोई गिरता है, तो एक सक्षन वो भी है, जो अगर बहुत
28:20विधाय जी के खाफले के किसी सदस ने उस लड़के को थपड़ जड़ दिया, और उसी के बाद जो भी घटना घटी हो, पत्थरबाजी हुई हो, ये सब उसी के बाद हुई है, ऐसा कहा जा रहा है, मैं फिल से कह दूँ कि पुखता तोर पर तो मैं लेकिन बात बहुत ही �
28:50आएंगे, ऐसा नहीं लगेगा कि वो पीड़ा में हैं, और उसके बाद फिर कुछी घंटों में उन्हें छुटी भी मिल जाती है, जबकि पहले बात हो रही थी कि उन्हें काफी घंभी चोटे आई हैं, और तो इस तरह से एक narration build करने की, एक story build करने की कोशी होती है, जिसका
29:20हुआ, तो उसके लिए बहुत हद तक खुद उनकी सरकार भी जिम्यदार मानी जा सकती है, उन्हें की सरकार हैं, और मैं आपको एक और बिचस्प बता दूँ कि यह कुछ पहली बार इस तरह की घटना नहीं हुए, मुझे याद है कि Congress के एक इधायक हुआ करते थे और चु
29:50उन्होंने अफोटो किशा करके डिसर्ट हो रही है, तो इस तरह की बाते भी आ रही है, इसलिए यह बात भी सही है, कि जो सिटन्ग विधायक हैं, बहुत जगह से यह खबर आ रही है, कि उनका विरोध हो रहा है, उन्हें लोग गो बैक भी कह रहे हैं, उनके साथ कुछ अ
30:20और एक बात तो साबित कर दी, कि अगर बिहार में कभी जंगल राज था, तो वह अभी भी काइम है, जिस तरह से वो बोलते हैं कि अंधिरा काइम रहे, तो जंगल राज भी किसी ना किसी रूप में काइम है, और सबसे बहुत सारे लोग ऐसे हैं, जो यह कहते आए हैं, और
30:50तो बियूर जेल में वहां जतने बड़े अपराधी थे उनका आशिवाद लेने नितिश कमार जी गय थे
30:59तो उन्हें अपराध से कोई बहुत घर्णा रही हो मैं तो असन ही मांगता
31:05ठीक सर हम आएंगे आपके पास वापस बिश्व दीपक जी जो है आप कुछ सुन रहे हैं ग्राउंड पर क्या इसको लेकर कि आक्रोश है लोगों में कि यह क्या जंगल राज बना रखा है यह मंगल राज है
31:17प्रुश्य मित्र से बात कर रहा था मैं देख रहा था कि उन्हों ने लिखा है और बादा है कि जब उनके शौपों के बाद उनका अंतिम संसकार के लिए जा रहा था तो रास्ते पर लोगों ने लाइल निम लगा करके खड़े रहे और लोग एक तरीके से उनकी जो अंतिम �
31:47उनके खिलाब भी नारेबाजिया हुई तो निशीत रूप से इसको लेकर क्या आक्रोश है लोगों में लेकिन एक जो चीज मुझे दुखा दे और जो मुझे महसूस हो रही है वो यह है कि यह जो आक्रोश है वो सिर्फ एक तबके तक ही सीमित है इसका ब्यापी करण नही
32:17समय नराब को वैसे ही प्रभावित करे या वैसे ही आकोशी हूं जैसे मैं जिस इलाके में हूं उस तरह इसको लेकर कि कोई बहुत जादा मुझे नराजगी या गुश्ता नजर नहीं आया तो यह इसकी एक मैं इसकी मतब्स आकोश की सीमा भी मुझे दिखाई पड़ती है
32:47है क्योंकि जो कादिर साब कहा रहे थे कि अगर एक ब्यक्ति गिर जाता है तो बाकी लोग देखकर उसे हसने लगते हैं क्याई जो मान सिक्ता है इसकी वज़से है और यही बात है
32:57बिहार के लोग कहते हैं कि हम बड़े-बड़े लोगों को पचार देते हैं, पटक देते हैं, वो आर्थिक और समाजिक तौर पर पिछड़ा ही रह जाता है, क्योंकि पिछले 20 साल से नितीष कुमार का सासन है, और नरेंद्र मोदी हों या फिर नितीष हों, वो लगतार चलत
33:27नरसंगार में 25-50 लोगों के मित्व हो जाती थी, उसमें बुज़ूर्ग बच्चे महिलाएं किसी को बक्षा नहीं जाता था, और ये जो सामंत्वाद का एक छेहरा है, वहां पे, वो बिहार के कई इलाकों में जो है, वो बहुत प्रोनाउंस्ट रहा है, बहुत प्रामिन
33:57दूसरा लोरिक सेना हो, बगर वगर, तो वो सेना जो है, वो क्या था, वो सौ, दो सौ, चार सौ लोगों का जमात था, जो बंदू के अपना चलती थी, रात में कहीं गये, किसी गाओं पर एटैक किया, गाओं जला दिया, लोगों को मार दिया, बात गया, तो ये था आपक
34:27हुए में चाहार के बारे मं एक कहानी मुझे हमेशा याद आती है, हमारे दोस्त हैं जो प्रफिसयर सहाब हैं, वो उपने गाओं में गह थे, तो लोग मिलने के लिए थे उर लोग मिलने के लिया आए
34:51क्यों की नौकरी के लिए ये प्राफिसर साब हसने लेगे के वाई तुम यहां खेदी वाई बारी कर रहे हो तुम क्यों जाना चाहते हो और क्यों दस लाक रुपया तुम गूस देना चाहते हो बाकी लोग हसते हुए बताया कि यह मड़र एक्यूस्ट है तो गवडाय बहु
35:21तो यह बहुत कैजूली जो है यह सब होता है प्लस यह जो सवाल है मुकामा में जो हुआ है वो सवाल यह है कि वह चुनाव के दौर में फायर राम्स लेके बंदूक लेके लोग भूम रहे हैं तो चुनाव आयोक और पुलीस क्या कर रही है
35:50पटना से जो कुलीस का बयान जारी हुआ है उसमें कहा गया है कि हम लोग को सुचना बिली तो हम लोग वहां गये वहां जाके यह देखा अरे जब अनंद सिंग जैसे आदमी जो है भूम रहा है वहां पर प्रचार कर रहा है तो उसके अगल वगल में कोई कुलीस नहीं एक क�
36:20सिसी टिवी उनको वहां पे मिलेगा तो कहीं न कहीं चूप भी हुई है और चुनाव आयोग को के लिए भी सबक है कि वहीं बिहार में अगर आप छूट देते हैं तो यह बहुत भयानक हो सकती है और जातिवादी हिंसा पनपेगा कि नहीं पनपेगा इतना जल्दी तो कहा
36:50किर्किया लगाया गया तो यह हाथ से बाहर निकल सकता है तो यह बहुत बैयानक स्थिती होगी आप बहुत सर आपने जो कहा वो बिलकुल वाजिब बात है लेकिन एक आखरी बात में कहना चाहता हूं कि दोनों मैनिफेस्टों को अगर आप पढ़ें तो एक चीज में जो है �
37:20जो दल है उन लोगों ने आपस में जो है इसको लेके सलाम शुरा किया है क्योंकि वो जब डिग्री कॉलेज की बात करते हैं तो लिखते हैं कि वही एक सो अड़तिस प्रखंड में डिग्री कॉलेज नहीं है हम एक सो अड़तिस प्रखंड में डिग्री कॉलेज लगाएग
37:50सब है जब कि वहां गडवंदन कह रही है कि हम MSP देंगे मंडी सिस्टेम को वापस लाएंगे हम APMC को वापस करेंगे वहां तो यह
38:01procurement जो है वो state करेंगी सरकार जो है वो procure करेंगी वह बहुत specific
38:06जो है वो remedy जो है वो suggest कर रही है तो यह बहुत distinctive feature है दोनों
38:13manifesto को अगर आप compare करें तो आपका जो शीर्षक था कि किसमें है कितना दम तो वैसे
38:22तो शायद दोनों में दम है या दोनों में दम नहीं है वह अलग बात है लेकिन यह चीज़ जाहिर है कि वह इंडिये ने जतना ध्यान
38:30दिया है अपने manifesto में उससे कहीं ज्यादा ध्यान जो है वह मागट बंधन ने दिया है ऐसा लगता है अब बिल्कुल सर्व मैं इस
38:39बात से सहमत हूँ और शुरू में जो है कादिर साब ने गिनाया कि क्या क्या पॉइंट है लेकिन अगर आप हमने स्क्रीन पर दिखाया भी और अभी भी दिखा सकते हैं हम लोग कि अगर इस manifesto को देखें संकल पत्र जो है बिजेपी का तो सिर्फ पॉइंट लिखा हुआ ह
39:09बात आती है पिर वही बात आ जाती है जैसे कि तेजसुई से सवाल की जाता है कि बजट कहां से आएगा कैसे करेंगे पैसा नहीं है यह सारी चीज़ें है आगे हम बातचीत करते रहेंगे इस पर और यहां कि अगर वीडियो आपको पसंद आए तो इसे सेर करें दोस्तों �
39:39झाल झाल
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