निर्मला का दर्द! घर होकर भी बेघर क्यों? सरकारी मदद से वंचित परिवार का रुला देने वाला हाल, सुनिए उनकी आपबीती! इस वीडियो में देखिए निर्मला और उनके परिवार की दर्दनाक कहानी। कैसे घर होने के बावजूद उन्हें पेड़ के नीचे रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। निर्मला का पति इकलौता कमाने वाला था, जो अब बेरोजगार होकर घर बैठा है। परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। About the Story: This video highlights the tragic plight of Nirmala's family, who despite owning a house, are forced to live under a tree. Her husband, the sole earner, is now unemployed, and the family is not receiving benefits from government schemes. This story raises crucial questions about the implementation of welfare programs and the struggles of marginalized communities in India.
00:00कितना लोग रहें लाएगर में तो इस छोटे से कमरे में यहां छे-साथ लोग रहते हैं कितना फाइदा होता होगा समझें दू-300-400 दिन का मतलब दियारी मजदूरी से भी कभी फाइदा है
00:27हां डिख रहा है आजबास का लोकेशन दिखा ये एक के चापा कल भी दिख रहा है एक टापा कल्वally है अहां पर अ द
00:53कौनों बात नेखे हमने के कौनों दिक्कत नेखे हैं यही पिंप खाना पकाती हैँ यही चोटा से कमरा भी है अच्छा से डिखाई यही पर घाना पकाती हैकि- मतलब विला है is GOT तो सरकार के दौरा मिला
01:06प्रक्राइब अपने भरत है योजना में लेकिन आपको मिला नहीं नहीं आया है अपका नहीं आया है
01:35तो जो बनना रहा हो और तो उन्होंने क्या बताए क्यों नहीं बना तो फंड नहीं तो अभी कहीं तो यह करकट में रहते हैं अपनों गर्मी में तो बहुत दिक्कत होता है
02:02कितना लोग रहे लाए गर में साथ लोग रहते हैं आप देखिए अगर एक अगर हम अगर हाथ फड़ा कसके फिलाएंगे तो कमरा दो हाथ में मेरे खतम हो जाएगा
02:24तो इस छोटे से कमरे में यहां छे साथ लोग रहते हैं कि बड़े कितने हैं बच्चे कितने हैं बड़े लड़की बड़े लड़की बड़े लड़की लड़की अच्छा लड़की बड़े लड़की अच्छा लड़की बड़े लड़की बड़े लड़की बड़े लड़क
02:54करते हैं तो कमाते हैं कि यह क्या करते हैं
03:23कितना फाइदा होता होगा दू तीन सो चार सो में आप साथ परिवार का गुजारा कैसे चलाते हैं
03:40का किजिएगा उसी में चल रहा है जखत वरल बन वह इंगे चल ला चलाओ लेला मैंने सबसे माला महमनी यह गरीब बनी से
03:50तो निर्मला जी का कहना है कि जो पहले से
04:20अच्छा पोटो किच-किच के जाता है लिए पैसा पैसा नहीं है तो चुला आप कभी कुछ सरकार जो सरकार का चलता है उसका कुछ पाइदा मिला है गैस गैस देती है सरकारी उज्वाला योजना से ना कहां मिला नहीं
04:38कुछ महिला पैंशन महिलाओं को दस सचा रुपया दिया गया है ना वह नहीं मिला ना आपको किसी भी उसका लाव नहीं मिला ना हमने कुछ नहीं मिला
04:50काप को पता है कि सिवां कि पहले क्याश सिती रही है लेकिन हम चाहते हैं कि वहां पर रहते हैं तो ज्यादा समझ में आएगा
05:18पहले मतलब कमल चाप का विचेश लगाओ क्यों है उसका राज में गुंड़ागर्दी नहीं है अतियचार नहीं है
05:29आप कोई से कमा मा गयाते हैं तो सांती से खाते हैं यह पहले कुंड़ा पहले कारी बहुत खराब था अब भाजपागराज में तो बहुत अच्छा आपका नाम क्या है अशोक साँ अपने वला बताईए ना तो यह कहानी है अशोक जी की और निर्मला जी की
05:59चोटे से घर में रहते हैं शेज सात घर के लोग है अशोक जी लौते हैं कमाने वाले सब्सक्राण करते हैं खेती इनकी खुद्की नहीं है
06:09नहीं है सब्जी खरीदते हैं और इनका इंकम जो है डेली एक दिहाडी मजदूर से भी कम है 400-500-300 और अभी ये बैठे हो अभी कैसे काम चला रहे हैं आप लोग
06:20अब का कोई लोग अनिया का फेकर जिया तो बहुत मुश्किल से इनके घर में चुला जल रहा है एक टाइम बनता है खाते हैं अभी तो बैठे हुए हैं तो अशोक जी तो खाना भी नहीं बन रहा है सही से और बाकी परेशानी है
06:50ठीक है और देखते हैं तो यह है जिन्दगी निर्मला जी की और अशोक जी की साथ परिवार और यह छोटा सा घर आप देख रहे हैं घर की स्तिती इसी में एक जगे चुला रखा हुआ है और सेफटी क्या है क्या नहीं है यह एक अलग कंसर्न है फिलाल तो इनके पास रहन
07:20पक्का मकान इनको अभी तक मिल नहीं पाया है प्रिधार मंतरी योजना की जो बात होती है इनका कहना है कि फोटो कई बार गाये है नाम गाये है लेकिन वेस्था भी बनी नहीं है इनकी
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