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Mehandipur Balaji Mandir ka Rahasya – Where Real Exorcisms Still Happen | मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का रहस्य – जहाँ होते हैं असली भूत-प्रेत का इलाज
Deep in the hills of Rajasthan lies a temple where faith meets fear — Mehandipur Balaji Mandir.
They say real exorcisms happen here… where unseen forces scream, cry, and beg for release.
A place where divine chants echo louder than any ghostly voice.
But is it divine intervention — or human psychology?

राजस्थान की पहाड़ियों के बीच स्थित — मेहंदीपुर बालाजी मंदिर।
यह कोई साधारण मंदिर नहीं, बल्कि वह स्थान है जहाँ हर दिन भूत-प्रेतों का इलाज होता है।
कहते हैं, यहाँ बालाजी महाराज की कृपा से अदृश्य शक्तियाँ नष्ट होती हैं।
पर सवाल यह है — क्या यह सचमुच अलौकिक है, या फिर आस्था और मन का खेल?

⚠️ सावधान रहिए — यह कहानी कमज़ोर दिल वालों के लिए नहीं।
🕯️ "जहाँ डर खत्म होता है, वहीं बालाजी महाराज की शक्ति शुरू होती है।"

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00:00राद का समय, राजस्थान के दौसा जिले के एक छोटे से गाव में, पहाडियों के बीच बसा एक मंदिर, जिसकी घंटियों की गूंज दूर तक सुनाई देती है, ये मंदिर किसी साधारन देवस्थान जैसा नहीं है, यहां हर दिन अजीब घटनाए घटती है, ऐसी घटन
00:30में दीपूर बालाजी मंदिर, कहते हैं, यहां आज भी भूतपरेत, जिन और अद्रिश्य शक्तियों का सामना किया जाता है, मंदिर के भीतर आपको ऐसे द्रिश्य देखने को मिलेंगे, जिन पर यकीन करना मुश्किल है, कोई जमीन पर गिर कर तडप रहा है, कोई जजी
01:00लोग इन अद्रिश्य शक्तियों से छुटकारा पाते हैं, लेकिन सवाल ये है, क्या ये सबसच है, क्या वाकई इस मंदिर में परालो के घटनाय होती है, या ये सब मनो विज्ञान और आस्था का खेल है, आज राद की खामोशी में हम खोलने वाले हैं, मेंदीपूर बाल
01:30कि ये मंदिर लगभग हजार साल से भी अधिक पुराना है, कि मुदंती के अनुसार एक साधू को स्वप्न में हनुमान जी के दिव्य स्वरू के दर्शन हुए, उस सपने में उन्हें आदेश दिया गया, कि इस भूमी में गहराई से खुदाई करो, यहां तुमें मेरी द
02:00मंदिर भगरिया में विराजमान है, मंदिर के भीतर तीन प्रमुक देवता माने जाते हैं, बाला जी महाराज, हनुमान जी का दिव्य स्वरूप, प्रेतराज सरकार और भैरव बाबा, इन तीनों की सन्युक्त शक्ति ही यहां आने वाले लोगों को मुक्ति देती हैं, लो
02:30तो उसके भीतर की अद्रिश्य दागते बेचैन होने लगती हैं, धीरे धीरे ये स्थान इतना प्रसिद्ध हुआ कि आज हजारों लोग हर रोज यहां पहुचते हैं, कोई श्रध्धा से, कोई भैसे और कोई मजबूरी में, मित्रो, अगर आप कभी दिन के समय भी इस मं�
03:00रहे होते हैं, कुछ जमीन पर गिर कर तड़ते हैं, और कई बार तो उनकी आवाजे बिलकुल बदल जाती हैं, पुजारी और पंडित लोग मंत्रों चारण शुरू करते हैं, जै बालाजी महाराज की, कहा जाता है कि जैसे ही ये मंत्र गूंचते हैं, व्यक्ति के भीतर ब
03:30कई बार तो रोगी को जजीरों में बानना पड़ता है, ताकि वो खुद को या दूसरों को नुकसान न पहुंचा सके, सबसे डरावनी बात ये हैं, कि कुछ मामलों में उनके चहरे का भाव बदल जाता है, आखे पलट जाती हैं, और आवाज पूरी तरह किसी और की हो जा
04:00कि हमें छोड़ दो, हमें मत चलाओ, यकी मानिये, ये द्रिश्य देखने वाला व्यक्ति जीवन भर इसे भुला नहीं बाता, आईए अब सुनते हैं कुछ वास्तवे का नुभव, राजस्थान के ही एक परिवार की बेटी अचानक अजीव व्यवार करने लगी, राद को �
04:30उसे मेंदीपुर बालाजी मंदिर लेकर आए, जैसे ही मंदिर के द्वार पर पहुँची, वो बेकाबू होकर जमीन पर गिर गई, उसके मुँसे अजीव शब्द निकलने लगे, पुजारियों ने मंत्रो चारण शुरू किया, धीरे धीरे वो शान्त होने लगी, परिव
05:00अजीब आवाजे गुंच्ती थी, खिड किया अपने आप बंध हो जाती थी, सपनों में उसे लगता था, कोई उसे दबा रहा है, वो भी इस मंदिर आया और विशेश अनुष्ठान के बाद उसकी समस्या समाप्त हो गई, कई लोग बताते हैं कि मंदिर परिसर में प्रव
05:30नहीं बलकि रहस्यमी शक्तियों का केंद्र है, अब सवाल उठता है, क्या ये सब सच है या सिर्फ भरम, कई मनों वैग्यानिक कहते हैं कि भूत प्रेट जैसी चीजें वास्तव में मानसिक बिमारिया है, मरीज अक्सर स्किजोफ्रेनिया या एपिलिप्सी जैसी बिमारिय
06:00इफेक्ट कहा जाता है, लेकिन अगर ये सिर्फ मानसिक बिमारी है तो फिर क्यों हजारों लोग बिलकुल एक जैसे अनुभव बताते हैं, क्यों ज्यादातर मामले इसी जगे ठीक होते हैं, यहीं वो बिंदु है, जो विज्ञान और आस्था के बीच की रेखा को धुंध
06:30अगर आप यहां से प्रसाद बाहर ले जाते हैं, तो दुर्भाग्य आपके साथ जाता है, दो, फोटोग्रफी पूरी तरह निशिद है, मंदिर के अंदर कैमरा ले जाना या फोटो लेना मना है, तीन, मंदिर परिसर में रात गुजारना वर्चित है, स्थानिय लोग मान
07:00अस्तव में किसी रहस्य से भरा हुआ है, तो मित्रों, ये था महंदीपूर बालाजी मंदिर का रहस्य, कोई कहता है ये आस्था का जमतकार है, कोई कहता है ये मनो विज्ञान का खेल, लेकिन सच्चाई ये है कि यहां रोज कुछ न कुछ ऐसा घटता है, जो इनसान को सो�
07:30और शायद इसी वज़े से आज भी ये मंदिर भारत का सबसे रहस्य में स्थल माना जाता है
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