मोहनगढ़ नहरी क्षेत्र में सागर मल गोपा शाखा नहर के 25 आरडी के पास अचानक नहर टूट जाने से सैकड़ों बीघा खेत पानी में डूब गए। किसानों की छह महीने की कड़ी मेहनत और फसलों पर किया गया लाखों रुपए का खर्च कुछ ही घंटों में बर्बाद हो गया। आस पास का पूरा इलाका जल मग्न हो गया। खेतों में पानी के भरने से किसान फसलें बर्बाद होते देख कर आंसू बहाते नजर आए। किसानों ने बताया कि देर रात नहर में अचानक पानी का बहाव तेज हो गया, जिससे नहर का किनारा टूट गया और पानी तेजी से खेतों में घुस गया। कई किसानों के खलिहानों में रखा अनाज और चारे का स्टॉक भी पानी में बह गया। खेतों में खड़ी मूंग, बाजरा, मूंगफली, ग्वार सहित अन्य फसलें पूरी तरह जलमग्न हो गई। खेतों में बने कच्चे पक्के आवास भी पानी से घिर गए। किसानों ने बताया कि उन्होंने तत्काल नहर विभाग के अधिकारियों को सूचना दी, लेकिन सूचना देने के घंटों बाद भी विभाग की कोई टीम मौके पर नहीं पहुंची। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय रहते नहर में पीछे से पानी रोक देते तो इतना बड़ा नुकसान नहीं होता। किसानों ने भावुक होकर कहा कि दिन-रात मेहनत कर खेतों को सींचा था, अब सब कुछ बर्बाद हो गया। कई किसान मौके पर रोते-बिलखते नजर आए। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि सागरमल गोपा शाखा की टूटी नहर की तुरंत मरम्मत कराई जाए और प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जाए।
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