00:00पुराना नाई का मकान एक छोटे से गाउं में एक नाई रामू रहता था। वह बहुत हंसमुख और इमानदार था। लेकिन एक दिन गाउं के राजा ने उसे बुलाया और कहा।
00:30हवा सीटी बजा रही थी। दर्वाजे चर्मर आते थे और चारों ओर सन्नाटा था। रामू ने सोचा डरने की क्या बात है। भूत भूत कुछ नहीं होता। वह एक कोने में बैठ गया और बाल काटने का सामान साफ करने लगा। अचानक खिड़के अपने आप खुली। ह�
01:00अंबे बाल जमीन तक थे और चेहरा जैसे राक से ढखा हुआ। भूतनी बोली। हम। मैं इस मकान की मालकिन थी। मेरे पती ने मुझे धोखा दिया और यहीं जला दिया। अब कोई यहां आता है। तो मैं उसे अपने जैसा बना लेती हूँ। रामू डर से काप गया। �
01:30रामू ने उसके बालों में उस तरह चलाया और अचानक उसके बालों में छिपा एक ताबीज काट दिया। जैसे ही ताबीज गिरा। भूतनी जोर से चीखी और धुएं में बदल कर गायब हो गई। सुबह जब गाउंवाले पहुँचे रामू जिंदा था। उसने रा�