00:00एक छोटे से घर में एक चूहा और एक बिल्ली रहते थे, दोनों को एक ही रसोई में रहना पड़ता था, लेकिन दोस्ती तो दूर, वे एक दूसरे के दुश्मन थे
00:10चूहे की चाला की एक दिन चूहा बोला, अरे बिल्ली रानी, तुम हमेशा मेरा पीछा क्यों करती हो, क्या मैं तुम्हारा खाना हूँ, हाँ, चूहे मिया, तुम तो मेरे लिए स्वादिष्ट नाश्ता हो, चूहा डर गया, लेकिन उसने एक चाल चली,
00:28वह बोला, अगर तुम मुझे खा लोगी, तो तुम्हें रोज मुझे ढूनना पड़ेगा, क्यों न हम दोस्त बन जाईं, और साथ में खाना बांट ले, बिल्ली की चाल, बिल्ली ने मन ही मन सोचा,
00:43यह चूहा बड़ा चालाक है, अगर मैं इसे दोस्त बनाऊंगी, तो मौका देखकर पकड़ लूँगी, वह बोली, ठीक है, आज से हम दोस्त, दोनोंने साथ में चीज और दूद बाटा, जगड़ा शुरू, कुछ दिनों तक सब ठीक चला, लेकिन एक दिन चूहे ने बि
01:13मेरी चीज चुरा ली थी, बस फिर क्या था, घर में म्याहूं म्याहूं और चूंचूं की आवाज गूंजने लगी, दोनों में जबरदस्त जगड़ा हुआ, आखिर में दोनों को एहसास हुआ, कि जगड़े से किसी का भला नहीं होता, अगर दोनों इमानदारी से बाटत