Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 2 days ago
कहानी: खिचड़ी का स्वाद

Category

😹
Fun
Transcript
00:00गुपता जी के घर में सास, श्रीमती गुपता, बहु, नेहा और बेटा, राहुल रहते थे
00:07एक दिन सास ने बहु से कहा
00:09बहु आज तू खिचडी बना, मेरा मन बहुत कर रहा है
00:13बहु ने प्यार से खिचडी बना दी
00:15पर जैसे ही सास ने चखा बोली
00:18अरे ये खिचडी तो फीकी है, नमक कम है
00:20नेहा ने जट से थोड़ा नमक डाल दिया
00:23इस बार राहुल ने चखा और बोला
00:25अरे मा, अब तो नमक ज्यादा हो गया है
00:28अब दोनों की बातें सुनकर बहु थोड़ा परेशान हो गई
00:31तब ही सास मुस्करा कर बोली
00:33अरे बहु, चिंता मत कर
00:35घर की खिचडी का स्वाद तो कभी नमक से नहीं
00:39बलकि सास बहु की नोकचोंक से बढ़ता है
00:41सब हंस पड़े और फिर सबने मिलकर खिचडी का आनंद लिया
00:45खिचडी के आनंद के बाद गुपता जी का परिवार एक सुखद शाम बिताता है
00:49जहां हंसी मजाक और प्यार की बातें होती हैं
00:53नेहा और राहुल आपस में मजाक करते हैं
00:55जबकि श्रीमती गुपता उनकी हंसी से खुश होकर उन्हें देखती हैं
00:59श्रीमती गुपता और नेहा रसोई में एक शांत पल साजह करती हैं
01:04जहां वे साथ मिलकर सफाई कर रही हैं और पुराने किस्से सुनाती हैं
Be the first to comment
Add your comment

Recommended