राजस्थान के अलवर जिले में बने मिट्टी के उत्पादों की मांग ना सिर्फ देश के कोने-कोने में है, बल्कि विदेशों में भी है.. यहां की मिट्टी के दीये हों या मिट्टी के घड़े या फिर मिट्टी की सुराही.. डिमांड पूरी करने के लिए यहां के कुंभकारों को दिन-रात कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. अलवर की मिट्टी अपनी विशेष चिकनाई और लचीलेपन के कारण यहां के कुंभकारों की पसंद बन गई है. अलवर के कुंभकारों ने अपनी अनोखी कला, मेहनत और चिकनी मिट्टी से बने शानदार उत्पादों के दम पर बड़े-बड़े महानगरों तक अपनी पहचान बनाई है. हालांकि इस साल लगातार हुई बारिश ने कुंभकारों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.
Be the first to comment