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  • 2 days ago

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Transcript
00:00दोस्तों कि आपने कभी सोचा है कि जो हमारे संस्कार, विचार और व्यक्तित्व का आईना है।
00:30मुख से निकला हुआ सब्द वावस नहीं आता है।
01:00तो अगली बार जब आप किसी से बात करी, थोड़ा रुखिए, थोड़ा सोचिए, क्या मेरे सब्द किसी को सुकून देंगे या दुख पहुचाएंगे।
01:07बोलने से पहले विचार जरूर करिए।
01:09हमारी वाड़ी से हम किसी के चेहरे पर मुस्कान ला सकते हैं या आपों में आसु भी ला सकते हैं।
01:14आए आज से एक संकल्प लेते हैं दोस्तों, हम अपनी वाड़ी से प्रेम, सकारात्मक्ता और मीठास फैलाएंगे।
01:19हमारे सब्द दिलों को जोडेंगे नकी तोडेंगे। मीठे सब्द सिर्फ सुने नहीं जाते, महसूस किये जाते। और यही बनती है एक अच्छे इंसान की पहचान।
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