00:00दोस्तों, अगर आप सच में अपनी जिन्दगी बदलना चाहते हैं, तो बस एक आदत बना लीजिए, सुबा ब्रह्म महूर्थ में उठने की, ब्रह्म महूर्थ दोस्तों होता है ब्रह्मा का समय, देवताव का समय, हमारे धर्म गरंथों और आयोरवेड में कहा गया है, सु�
00:30हवा और ओस से भीगी हरियाली, इन सबका मिलकर बना वातावरण, हमारी थान मानव गुद्धी को नई उर्जया देते हैं, जो व्यक्ति समय पर उठता है, वो दिनभर सक्री प्रसन और प्रेरित रहता है, सुबा की ये ठंडी हवा, हरा वातावरण, और सुरज की पहली की
01:00होती है और आप अपने सपनों पर काम कर रहे होते हैं, तो क्या आपको सफलता मिलने से कोई डोब सकता है, आपको सीधे-सीधे तीन गंटे का समय
01:07जो साथ वजी उठ रहा है और आप चार वजी उठ रहा है तो आप तीन गंटे ज्यादा काम करने वाले हैं, आप तीन गंटे लोगों से आगे हो गए, ब्रह्म महुरत वो समय है जब मन सांत और बुद्धी तेज होती है, इसलिए ध्यान, साधना या किसी नई योजना की सु
01:37मन एकदम सांत होगा, इकाग्र होगा और बुद्धी तेज होगा, तब उसको आप करोगे, साल्ब करोगे, तो आप चल्दी उसको कर लोगे, और दिन भर की अपिछ, ये समय दोस्तों सबसे अच्छा माना गया है, यही वो वक्त है जब विचार सबसे निर्मल होती है, और
02:07सफलता का अधिकारी बनता है, तो आज से एक वाधा करिए, कल सुबा, चार बजे नहीं, अपने सपनों को जगाने उठीए, क्योंकि जो सुबा को जीत लेता है, वो पूरा दिन जीत लेता है, चाहे जीवन में कितनी भी मुश्किले क्यों न, सुबा की ये सुरुवात आ�
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