00:00दोस्तो आप रियल में खुश होना चाहते हो, आप वास्ताओं में हमिशा मस्त रहना चाहते हो, ये वीडियो देखो भाई, स्वस्त मन ही स्वस्त सरीर की असरी पहचान है, तन और मन का गहरा संबंध होता है, सरीर और मन का दोस्तो गहरा संबंध होता है, जब सरीर विमार हो
00:30इस्थिर्ता और प्रसनता नहीं होती तब तक सच्चा स्वास्थ अधूरार रहता है।
01:00प्रसनता का प्रकास, जीवन की उदासी, भय और चिंता को मिटा दे। इसलिए हमेशा प्रसन रहिए, मस्त रहिए, ना कुछ आप लेके आये थे, ना कुछ लेके जाओगे।
01:08जीवन को चिंता और भय से मुक्त करना हमारी सबसे बड़ी आवसकता है।
01:12क्योंकि चिंता एक ऐसा जहर है, जो धीरे-धीरे शरीर और आत्मा दोनों को खा जाती है।
01:16इसलिए कभी भी चिंता करने से कुछ होता भी नहीं .
01:42सकारात्मक सोच के साथ जीता है वह हर परिष्थिती पर विजय पा लेता है। संतुली पिचार और सकारात्मक सोच मनिस्य को भीतर से सक्ति देती है। महालोग हमेशा कहते आए हैं आनंद और प्रसंदता ही जीवन का आधार है। जब हम द्वेश, इर्ष्या, चिंता और प्
02:12तो दोस्तों अगर सच में जीवन को सुखी और स्वस्थ बनाना चाहते हो तो सबसे पहले अपने मन को संतुली हर दिन मुस्कुराओ, हर प्रिष्थिती में प्रसंदर हो क्योंकि स्वस्थ मन ही स्वस्थ सरीर की असरी पहचान है। याद रखिए, खुश रहना ही सबसे ब
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