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सुप्रीम कोर्ट में आज Mehrauli के 12वीं सदी के स्मारकों से जुड़े मामले की सुनवाई के दौरान बहस इतनी तेज़ हुई कि माहौल गरम हो गया।
वकील ध्रुव कुमार ने कहा — “यह मामला भी धार्मिक महत्व का है, ठीक वैसे ही जैसे खजुराहो में भगवान विष्णु की प्रतिमा का था। उस समय सुनवाई करने वाले हिंदू जजों ने पूरी निष्पक्षता दिखाई थी।”
उन्होंने आगे कहा कि “न्याय के मंदिर की साख तभी बचेगी जब जज बिना किसी पूर्वाग्रह के काम करेंगे।”

इस दौरान वकील सुनीता और कई युवा वकील भी पहुंचे। सबका कहना था कि CJI BR Gavai पर जूता फेंकने की कोशिश किसी भी रूप में सही नहीं है, लेकिन कोर्ट में की गई टिप्पणी पर असहमति जताना हर वकील का अधिकार है।

यह पूरा विवाद उस समय उठा जब कोर्ट ने Mehrauli Archaeological Park के Ashiq Allah Dargah और Chillagah of Baba Farid की सुरक्षा और मरम्मत की जिम्मेदारी ASI को देने की बात कही।
जस्टिस BV Nagarathna और R. Mahadevan की बेंच ने कहा — “यह स्मारक 12वीं सदी के हैं, इन्हें छेड़ा नहीं जा सकता।”

वकीलों की इस बहस ने न्यायपालिका में धर्म और निष्पक्षता की भूमिका पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

A fiery debate erupted inside the Supreme Court during the hearing on Mehrauli’s 12th-century monuments, including Ashiq Allah Dargah and Baba Farid’s Chillagah.
Advocate Dhruv Kumar argued that the issue was “religious in nature,” similar to the Khajuraho Vishnu idol case, and that impartiality should prevail irrespective of faith.
He said — “Judges must act without bias, or the credibility of the temple of justice will suffer.”

Advocate Sunita and several young lawyers joined in, condemning the shoe attack attempt on CJI BR Gavai, saying disagreement doesn’t justify disrespect.
The Bench of Justice BV Nagarathna and Justice R. Mahadevan directed the ASI to oversee preservation, stating — “These are 12th-century monuments; they cannot be touched.”

The debate has reignited discussions about faith, heritage, and neutrality in India’s judicial system.

#SupremeCourt #CJIBRGavai #MehrauliCase #DhruvKumar #SunitaAdvocate #Oneindia #ASI #CourtDebate #Justice #SupremeCourtNews #BVNagarathna #BabaFarid #DelhiNews

~HT.410~ED.104~

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00:00तो दोनों को एक चिल्ला दरगा को भी और ये चिल्ला और बाबा फडीद को भी और आपको आशिक अल्ला दरगा को भी दोनों को पॉपर जो है एस्टेट के खर्चे से ASI ने उसको मेंटेन किया जब खजुराहों के भगवान विश्णु के उपर जो है सेम आर्टिकल 32 के व
00:30आर्टिकल और आपको 49 उसमें भी आता है जो एस्टेट को डिया जा सकता है अगर आप भगवान विश्णु के बड़े भक्त हैं तो जाए आप अपने भगवान विश्णु के सामने मेडिटेट किजे पूजा अर्चना किजे ध्यान किजे वो अपने ही खुद अपना गल
01:00कराते हैं उन्होंने मुशलमान के इशू को बाकाइदा मतलब से स्ट्रमेटिक ढंक से सुना और उस पर जो है बाकाइदा उनके पक्ष में पास किया बहुत सारे ऐसे हिंडूों के मतलब अगर रिलिजियस अगर मैटर देखा जा तो सुप्रीम कोट में उसको नजर अंदा
01:30और पिछले दिनों से जो लगातार बात चल रही है कि अदालतों के खास्तों से सुप्रीम कोट में कई बारे आरोप लगा है कि सुप्रीम कोट में बहुत से चीजें धरम के अधार पर भी डिसीजन दिये गई आरोप लोग लगाते हैं लेकिन ऐसा नहीं है कई जगे पर ड
02:00यह दिल्ली के महरोली का मामला है, आसकी अल्ला एक दरगा और एक है चिल्ला गाह बाबा फरी महरोली की है, हम ज़्यादा बात उन्हीं से करेंगे, क्या है मामला आप कैसे देखते हैं, इसमें आप बता रहे थे कि यह निर्णे जो है, आपको बताएगा कि सुप्रिम कोर्ट
02:30प्रोटेक्ट किया जाए जो डीडिये जो है उसको डेमोलिस करना चाहती है और वेगरा वेगरा बहुत सारे इशूस थे तो डीडिये ने इस पेटिशन को खारिज कर दिया और बोला कि इस नॉट मैंटेनेबल ओके तो वो जो अपील हुआ अनुरेबल सुप्रिम कोर्ट में
03:00पार महानेदन के बेंच में गया और उनीस अगस्त दूहजार पचीस को इसकी सुनवाई हुई इस सुनवाई के दोरान जो अपिलेंट थे उन्होंने कहा कि यह जो बारवी शदी की जो है यह अल्ला अल्ला दर्गाह है असकी अल्ला दर्गाह और एक और इशू था उनका �
03:30और उसको जो प्रोटेक्ट करें और उसको रिनोवेट करें प्रोपरली तो पूरे जो तनमयता के साथ जो है सुनवाई हुई और दोनों ऑनरेबल जज ने एक रिपोर्ट मंगाया बाकाइदा एसाई के थूप और अपने एजिंसिच के थूप और उसके बाद जो है प्र�
04:00और ऑनर्खांच में जो दी दीए का कहना थे एन्खोच्मेंट तो कहा कि जो पुरानी चीजह है जो एसाई से के परिफेड़ि में है जो डायमीटर में नहीं है उसको प्रटेक्ट किया जाए अप तो लिजे अपना बाकी जो चीजहों पर आप है तो वहां पर जो जो हैरि
04:30दरगा को भी और यह चिल्ला और बाबा फरीद को भी और आपको आसिक अल्ला दरगा को भी दोनों को प्रॉपर जो है एस्टेट के खर्चे से एस आई ने उसको मैंटेन किया आगे तो उसमें जो चीज अगर कहीं तूट पूट थी कुछ था तो उसको सही कराए गया यह आ�
05:00कहां तहां लोग उसको घूस रहे थे तो उसको प्रॉपर धंग से जो है उसको एक समझ सकते हैं कि एक पार्क में और एक हिस्टोरिकल प्लेस में बहुत सारे लोगों का इरेगुलर आना जाना भी होता है उसको बाकाइदा जो रेगुलराइज किया गया उसको सिस्टेमे�
05:30और यह भी आर्टिकल 32 के अंदर प्यायल फाइल हुआ था और सेक्शन भी जो है 25 आर्टिकल और आपको 49 उसमें भी आता है जो एस्टेट को डिया जा सकता है कोट दे सकती है तो उसमें जो है जब ऑनरेबल सीजे आई के कोट में यह भगवान विश्णु वाली मेटर गई
06:00करते हुए उन्होंने आउट अफ वे जाकर जो है अन्वारेंटेड रिमाक्स दिया अन्वारेंटेड रिमाक्स क्या है उनका कि अगर आप भगवान विश्णु के बड़े भक्त हैं तो जाए आप अपने भगवान विश्णु के सामने मेडिटेट कीजे पूजा अर्चन
06:30विकाउज हम लोग जो है यह भारतिय संस्कृती में है न्याय की जो अस्थल होती है उसको न्याय का मंदिर भी कहते हैं
06:39तो एक तरफ आप देख सकते हैं कि आप जश्टिस वीवी नागा रतना भी हिंदु है
06:45यह जश्टिस आर् महादेंवन भी हिंदु है और उन्होंने जो और आप एक फोटो में भी देख सकते हैं कि जश्टिस आर् महादेंवन जो है बागाइदा funkनि हीं palate
07:01करते हैं टीगा भी लगाकर आते हैं अब इनके पोटों में दे सकते हैं टीगा कंगा कर आते हैं ये वहां बेंच
07:09पर बैठते हैं तो टीगा लगा कर बैठते हैं देंदन घृतिगा लगाते अब इसके बावजुद भी जो है jest Vikings औरshit�-जृजश
07:18कोने के बावजुद भी उन्होंने मुशलमान के इशु को बाकाइदा मत्तब से सुना और उस पर जो है उनके पक्छ में पास किया उनके मैं इसको ऐसे कर सकता हूं अगर जो आपकी बात मैं समझा व लब बूलाप आप यह समझाना चाहरे हैं कि जो इशु था खुजराहो व
07:48कह रहे हैं कि यहां पर जो यह सुनवाई हुई दिल्ली के मामले में इसमें धरम या जजकी क्या जाती है उसका कोई मतलब नहीं रहा क्योंकि वो जो है एक मतलब बाकाइदा पूजा पाथ वाले हिंदू लगते हैं क्योंकि वो तीका लागा के अपनी बैठते हैं तो यान
08:18दी अ क्लीन दिया और लेकिन जो दिल्ली हाइए कोट ने उसको रेजिक्ट किया था ही किया और उनको पाइचक्षियाहर j तरहर का महल देश में चल रहा है और जिस तरह से यह होता है किließ धुरी
08:44साफ से करते हैं दूसरे अलग साफ से करते हैं जिनको जज को दोस्त देना वो दे देते हैं तो कुछ लोग कई वार कहेंगे जैसे बात आएगी कि वह तो मुस्लिम धरम का था डर गए जजज साफ अब यह डरना वरना वेगर यह तो थोड़ी सी तो बात आपको मानने पर दो
09:14कि अगर आप मुसल्मानों के खिलाब कोट कचहरी या पुलिसिया करवाई करते हैं तो हम सर्तन से जुदा करने के लिए तयार हैं जैसा कि आपने देखा कि यह कनहिया लालदर जी के उद्धेपूर में किया गया समझे तो एक जो अभी देखिए बख़बोड की सुनवाई
09:44चारों तरफ देश में इन्होंने शुरू कर दिया ओट इस तरह की जो है आप जो सिस्टम को स्टार्ट कर दिया तो इसका मतलब है कि यूर ट्राइंग टू गिव प्रेशर अपॉन इट जुडिशल इससे बहुत बड़ा एफेक्ट होता है साइकलोजिकल जो मेंटल पैब
10:14लेकिन अब जूते वाला प्रकंड हुआ या जूते वाले प्रकंड में को टार्गेट किया गया तो यह नहीं कि हिंदू धरम के लोग भी उसी रस्ते को अपना रहे हैं जो जो मुसलिमों पर आरोप लगाते हैं दबाव डालने का यह ऐसा नहीं है तो इसको कंडेम करता ह�
10:44आपको नहीं मिलेगा कि इस घटना को समर्थन दे रहा है लेकिन लेकिन सामल्टियसली सामल्टियसली जब आदमी जब एक इस तरह का फील करने लगे कि हमारी सुनवाई कहीं नहीं हो रही है सारे जो आउथरिटी से लेकर जो लास्ट रिजॉर्ट जो होता है सुप्रेम को
11:14कि जो सरकार को भी लिखा गया वहां के एसाई को लिखा गया यूनियन ऑफ इंडिया को लिखा गया वो सभी कह रहे थे कि जाये कोट फैसला कोट अगर डारेक्शन देगी तो हम लोग करेंगे हमारे अंडर की बात नहीं है तो सवाल है कि यही कोट ने धार्मिक अस्थल ज
11:44अगर वो चाहते तो भाई एसाई से फिर से रिपोर्ट मंगवा सकते थे और हेल्प कर सकते थे इस पॉइंट अभ्यू में आप कानून से लड़ना सिखाते हैं अपने जूनियर्स को भी तबाम को और हम सब यह चाहते लड़ाई कानून से हो ठीक है ना और यहां पर आपक
12:14इस बार बफ वाली आपने बात की वबोर्ड वाली बात कही और इस बार हिंदु धरम के मामले में सीजी आइस ने चलो बोल दिया उन्होंने उसके बाद बताते हैं उसको कहा भी कि मैं इसको से सहमत नहीं हूं ठीक है वो निकल गया उसको ना लिया लेकिन अगर हम मान ली�
12:44उन्हें तो नहीं कर जाके पत्थर मारों किसी से अब यहां पर क्या है कि अगर हम जिस चीज को बुरा मान रहे हैं हमारे ही स्रेश लोग मैं अधिवक्ता को स्रेश्ट मानना हूं 2011 से इनका राइस्टेशन है अगर वही भटक जाएंगे तो हम आज भी हमें तो उस अहिंसा
13:14यह यह रास्टे को किसी हालत में ना चला जाए ना नो नो नो नो अट अट आल वी सुड़ नो फॉल इस काइंड आप देखे होंगे जब राम मंदिर का इश्व आया था तो उस समय बार बार जो है कह रहे थे विपक्षी लॉयर जज़ भी कह रहे थे आप सबूत लाइए
13:44पांच हजार साल जस हजार साल जितना भी साल पुराना आपको सबूत दिखाना होगा वहां पर फिर जो है आर्केलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया का फिर खनन हुआ जिसमें भी वह एक सलीम साहब थे डारेक्टर थे वहां पर उन्होंने अपने टीम के अनुसार खनन हुआ �
14:14सबस्क्राइब अगर हमारा को अधवकता हो उसको लड़ने वाला कई बहतर लड़े तो उसको दूसरा निसाना बनाए चाहें वो निर्णे देने वाला जज हो अगर उसको डर लगता है शोटी यह तो सरकार का फेलियर है
14:40कि हम अपने जज़ों को अधवकताओं को सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं एक पक्ष दवा ले रहा है सरकार का क्या फेलियोर कहा जाएगा यहां तो जितने भी जज़ें हाई सेकुरिटी रेंज में रहते हैं समझे और तो क्यों कह रहे हैं कि दबाव बना है लेकिन फिर �
15:10अमन जनरल आदमी हो जाता है तो उस समय उसको लगता है कि हम अगर जो डरावने जो डराने दहसत क्रियेट करने वाली फोर्सेज हैं उनके खिलाप अगर कुछ ऐसा या उनके समर्थन में अगर कुछ ऐसा नहीं करें तो आने वाले समय में हमें चोट घात पहुंचाया जा
15:40में वकील और जो काम करते हैं उनके दिमाग में रहता है कि अगर हम सेकुलरिज्म का घूट पीकर जो है एक पढ़ाया गया है उस पॉइंट आप यू से बात करें तो हिंदू का विरोध करें सनातन का विरोध करें और बाकी के समर्थन में हम आ जाए तो आने वाला जो कई
16:10सबको ऐसा नहीं होगा ना
16:40आप बोलने थे आगया जाई आप कुछ कह रहे थे बहुत बात बहुत मेरा यह कहना है कि सर जो बात बोल रहे हैं वह सही है इसमें बो प्रोजेंट कौन्स दोनों बात आ जाती है जैसा कि यह जो भी जो मैटर हुआ कुछ दिन पहले जो चेफ जश्टिस ऑफ इंडिया के �
17:10देखा जा तो सुप्रीम कोट में उसको नजर अंदाज किया गया कही ने कहीं लेकिन इसका यह भी तातपर नहीं होना चाहिए कि कोई एक आदमी जाय और वो जूता फेटे इससे क्या होता है कि आप अगर आप एक स्वेंटी वन प्लस का मतलब स्वेंटी प्लस का अगर आ
17:40आज के समय में अगर मान लीजे कल का जो सबसे बड़ा जो अरायम को ब्रैंड है या फिर मान लीजे गूगल किसे को भी चोटा सब अगर अगर अपने देश में संचालन में अगर प्रोब्लम आए गई तो वह भी यहीं पे अपना कैस्ट यहां पर चलता है तो उस रिलैव
18:10सबसे बड़े ज़ज हैं उनकी गरिमा एक है तो मैं कहां कहता हूं ने मैं तो खुद कह रहा हूं कि यह कंडेमेबल है इसके खिलाब सारे लेकिन सवाल यह है कि यह जो अदालते जो बनी है सिर्फ वह वेक्ति अपनी मनवानी करें गरिमा के नाम पर हां और वह गरिमा का ज
18:40में आप जो चाहें वो करें जो चाहें हम मी लॉड उनको एक मिनट और दूसरी बात यह है कि गरिमा तो भाई लिटिगेंट्स की भी है ना वो किसके लिए दालत बनाएगी है लिटिगेंट्स के लिए बनाएगे जजेज एक इस्रूमेंट समझे ना जैसे कि वह तो मैं कह
19:10सब्सक्राइब कर रहे हैं आपने भी किया और तरीका जो है कि हमारे सनातन धर्म पर हमला हो रहा है मैं मानता हूं हो रहा है
19:34यहां पर एक दरगा है जिसका नाम है आशकी अल्लाद में और उसका देखिये एक जज दो तीर दो जज थे जो पूर्ण रूप से एक तरह मला प्रुकु सही से प्रैक्टिस करने वाले टीका लगा के बैठने वाले थे उन्होंने सेम मामले में सेम आर्टिकल के तहत मामला
20:04देश दिया वो पक संतुष्ट हो के आज है यह नहीं कह रहा है वो गलत दिया वग्दम फैवरेवल है नहीं यह कह रहा है न्याय किया ठीक है ना अब उसको जुसको उससे आपती वो कर सकता आपती सवाल यह इनका कहना यह है कि सीम चीज जो खुजरा वाला मामला था खु
20:34यह चीज का जो अंतर है हम इस पर कह रहा है इससे हमारी जो अदाला जिस पर आपने का कि बेवसाही चलेगा दुनिया के लोग भी आएंगे तो वह जो भरोसा कम होगा वो तो कम हो रहा है ना इस पर ध्यान देनी जरूवत यह बात निए वो एक डिसकृशनरी पावर है हम
21:04हमारे जो एड़ोकेट थे नहीं रख सकते हैं अब जस्टीस नहीं एक मिनट जस्टीस भगवती जो है यह उनको पी आईल का जनक माना जाता है तो जस्टीस भगवती का आप जो है आप देखिए उन्होंने जज्जमेंट एक बार नहीं सेक्रों बार पास किया कि जज्ज �
21:34पास करते हैं तो जस्टीस भगवती तो बिचारे स्वर्गबास भी हो गया और 2000 आप कुछ कहना चाह रही थी जो बाताबरन वहां पर तयार हुआ अगर एक आड़ोकेट अपना आपक हो दिया क्यों को दिया उस क्यों का भी सोचना है कि अगर मैं गरिमा में रहके गरिमा क
22:04अगरते ना संग बीदाने क्योंकि नयाए पाली का भारत में नयाय मंदीर है जो बढ़ते उसको भगवान का सरूब माना जाता है आपने जब कोई भी पोस्ट में बढ़ते हैं तो आप इसर की शपत लेके बढ़ते हैं तो आप कई नगा को मांदे तभी ना सपत करता है त
22:34कम भी हो सकती है उनकी जैसा आपने कहा 71 की एज है लग तो इतना उसके बाद आपाख होने वाले को माफ तो नहीं किया जासे वह कह दिया उसने मुझ से वह कह दिया नहीं सब एक बात नहीं आता है वह साय ते चीज किये है लेकिन अगर आप पुरा भारत में हिंदू की उ�
23:04आप रक्षक हो संग्विद्यान का जो आत्मा कहा जाता है लोक आत्मा का आपने जब अब सपत लेते हैं और उस सपत के बाहर जाके आपने डिनाई करते या करते नहीं किये लेकिन आपने जब आप देखो उस अगर आप नए के सामने एक्वालिटी की बात बोलोगे तो मै
23:34है वह आप तो उस गरिमा को तोड़ दिये वहां पर अगर आप बोड़े हो कि नाशनल इंटरनेशनल के बाद तो आप जागे बीदेश में जाके सोचो कि हमारा देश में एक से एक कई बील ऐसा पास हो गिया ऐसे कई कानून एक तरपा हुआ जो वहां पर हामेशा हिंदू
24:04की पार्ट पर आजाता है कि मैं संग्विदान को फॉलो करूंगी हमेशा यह करूंगी अगर ठीक है जब पास हुआ सारे आदमी किस साइट के अधिकार से रास्ता में उतार के अपतरा भी सुदू किया था तो वह भी तो रूल को मानना चाहिए जो आप बंगल वाला मैटर
24:34चूरी किया सवंग्विदान आधिकार के साथ हमारा अधिकार से अधिकार से बढ़ा हम मानते ही और हाथ जास्तिस मस्ट पी युकलिविडियम विकाउज जस्टिस इओ डिलीवरिंग फौर तसाइटि पर आप जो यहां पर आप जो मूल
25:04तो हिंदु के अस्थान में जो मैजीटोरियन है यहां की संस्कृति मूल है यहां की उसको हमेशा
25:17सेुज हो आधम जो हाë अपने को बड़ा दिखाने के लिए अपने को सेकुल अपने को सेकुलर तो हम कहाँ है जब तक हिंदु
25:29भारत की बात करता हूं तब तक जो है समझे सेकुलरमेंटन है मोमेंत यहहां इसलाम आगया गचवाय eerste ही फिभ गया
25:38क्रिश्टन का राज हो गया तो 100% बिल्कुल मैं लगवग आपकी बाद समझ आएगा और देखे मैं यह जाना कहना चाहरा हूं कि
25:46यही सूप्रिम कोर्ट है जहां जस्टिस नागरत नम और जस्टिस महादेवम ने जो है उसी तरह के
25:56इक्वल केस में जो है उन्होंने उनको फेवर दे दिया यहां भी यह दे सकते थे लेकिन मनोद साब ऐसी नहीं थे इनकी मान लिजे आपने
26:07निए डिजेक्ट भी कर दिया तो बट यू सुड नोट है पस्ट आप पस्ट इसजे जे लृइच आइ जो सेंटिमेंट को हट करता है किसे भी खुद बोलते हम नियो बुद्धिस है नियो बुद्धिस्ट है तो बाई यह सब कहने कि आप वन्स यू आर न पार्जिस्ट
26:37में दिखाए गया हाँ वहां तो उन्हों ने प्रूब कर दिया कि हम टीका हिंदू का भी लगाते पुझा उसके बावजुद भी हम इसलाम के फेवर में जज्ज्मेंट दिये हैं आपका यह बुद्धिस्ट होकर जो है यह अबरलुक कर रहे हैं पाइनल कमेंट आप से हमारा
27:07नाड़ी है ना पूरूस है ना कोई धन्वों का पतिक है और नीर बिरोध और नीश बख्ष नय देने के लिए या नय करने के लिए बैट भाद धर्मा भी नहीं होना चाहिए जिक अब भी नहीं तो एक यह मामला और निकल के आगया है आज के अल्लाइब जो दरगा है इस
27:37भरोसा है हिंसा हो जाती है तो यह मुद्दा भी चड़ा है अब देखना आज के अल्ला का मुद्दा कहां तक चलेगा लेकिन हमें आज की करनी चाहिए कानून से हमें आज की करनी चाहिए समिधान से इसी के साथ इस वीडियो में इतना ही बहुत-बहुत धन्वाब
27:50एक्सिए उस्लेड बनिटेश के साथ इस प्राइब एक्साहिण लिए है व्याग शOh
27:58प्राइब Wow
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