सरहदी जिले जैसलमेर की रेत में अब उम्मीद की डाक दौड़ रही है। गांव-गांव में डिजिटल बैंकिंग, बीमा सुरक्षा, सरकारी लाभ और रोजगार के अवसर पहुंचाकर डाक विभाग ने विकास की नई परिभाषा लिखी है। सुनहरी रेत के विस्तार में बसे जैसलमेर का जीवन आज भी परंपरा और आधुनिकता के संगम का प्रतीक है। यहां जहां एक ओर लोग ऊंट की सवारी और दुर्गों की कहानियों से जुड़ते हैं, वहीं दूसरी ओर डाक सेवाएं इस मरुभूमि में जीवन की रफ्तार बनाए रखने में सबसे बड़ा योगदान दे रही हैं। पत्र, पेंशन, बीमा या डिजिटल बैंकिंग—डाक विभाग अब हर घर की जरूरत बन चुका है। सरहदी जिले के अनेक गांव अब भी बैंकों की सीमित पहुंच में हैं, लेकिन डाकघरों ने इस कमी को भर दिया है। सुकन्या समृद्धि योजना, पब्लिक प्रोविडेंट फंड पीपीएफ और सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम जैसी योजनाओं ने ग्रामीणों को सुरक्षित निवेश का भरोसा दिया है।
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