दशहरे की तैयारी में जुटे कारीगरों की उम्मीदें और सपने मंगलवार शाम को हुई झमाझम बारिश में चंद मिनटों में ही ध्वस्त हो गए। मानसरोवर मेट्रो स्टेशन, गुर्जर की थड़ी, सीकर रोड, इमली फाटक के पास और अन्य इलाकों में महीनों की मेहनत से बनाए गए रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतले पानी में भीगकर बर्बाद हो गए। दो महीने की थकान और मेहनत, घर चलाने की उम्मीदें, सब कुछ बारिश की बूंदों में बह गया। दशहरे से पहले यह झटका कारीगरों और उनके परिवारों के लिए गहरी मायूसी लेकर आया। यह बारिश रावण दहन के लिए की जा रही तैयारियों पर भारी पड़ी है, जिससे शहर के कई इलाकों में मजदूरों की मेहनत बर्बाद हो गई, और उनका भारी नुकसान हुआ है। #Ravan #dussehra #asianetnewshindi #Nationalnews #Hindinews #LatestNews #HindinewsLive #asianetnews #Todaynews #HindiSamachar #HindiNewsUpdate #ViralVideo #HindiLiveNews #BigNews #SamacharInHindi #Rajasthan
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00:00दशहरे की तैयारी में जुटे कारीगरों की उम्मीदें और सपने मंगलवार शाम को हुई जमा जम बारिश में चंद मिनटों में ही ध्वस्त हो गए
00:08मांसर ओवर मेट्रो स्टेशन, गुर्जर की थड़ी, सीकर रोड, इमली फाटक के पास और अन्य इलाकों में महीनों की महनत से बनाए गए रावन, मेघनात और कुम्भकर्ण के पुतले पानी में भीग कर बरबाद हो गए
00:23दो महीने की थकान और महनत, घर चलाने की उम्मीदें सब कुछ बारिश की बूंदों में बह गया
00:29दशहरे से पहले यह जटका कारीगरों और उनके परिवारों के लिए गहरी मायूसी लेकर आया
00:35यह बारिश रावन दहन के लिए की जा रही तैयारियों पर भारी पड़डी है जिससे शहर के कई इलाकों में मजदूरों की मेहनत बरबाद हो गई और उनका भारी नुकसान हुआ है
00:47मैं गुजरात से आया हूँ गुजरात जिला विरुण गाम वहां समय आया था पहली मेरी खेयती बारी थी तो गुजरात में पानी गिरा तब खेयती बारी पुरी गई गई तो मैं फोच के
01:05अबी मेरे पास कुछ नहीं है अभी मेरे पास पैपर के भी पैसे ना कुछ है
01:31मैं अभी ऐसे मजबूर बैठा वाओ, कोई सायता करे तो कर दो, अभी मेरे दो बच्चे क्या पता कहा है कहा नहीं है, एक लाख भी सजर पे,
01:47साथ लोग मेरे काम करते हैं, गोज की पांचोल पे मेरे उनको आजरी देता हूं,
01:54अभी मेरे पास कुछ भी पैसा नहीं दे, कुछ भी नहीं रहा है, सब बरबाद होगे, मैंने चपल भी चली गई है,
02:02हमारा नुक्सान हो गया, कम से कम एक जनों का डाई तीन लाग रुपेगा, हम दो मेने से रावन बना रहे थे,
02:08दो मेने की मेनत पर बगवान उपर वालों ने हमारा पाणी फेर दिया, हमारा सुनने वालों कोई है नहीं,
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