सवाईमाधोपुर.शहर की सड़कों पर रफ्तार से अनफिट सिटी बसें दौड़ रही है। जिला परिवहन विभाग और यातायात पुलिस की अनदेखी से बस ऑपरेटर मनमाने तरीके से नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। बिना फिटनेस के दौड़ रही ये बसें न केवल यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि सड़क हादसों की संभावना भी बढ़ा रही हैं। बसों में फर्स्टएड बाॅक्स व आगजनी से निपटने के लिए अग्निशमन यंत्र होना अनिवार्य है। लेकिन बसों में सुरक्षा के जरूरी प्रबंध तक नहीं है। यहां तक की कई बसों में कांच तक सलामत नहीं है और हैड लाइटे खराब पड़ी है।
जांच के लिए नहीं चलाया कोई अभियान शहर में नियमों को धता बता कर सड़कों पर दौड़ रही सिटी बसों की जांच के लिए कोई अभियान नहीं चलाया जाता है। हालांकि परिवहन विभाग की ओर से सालभर में बसों की जांच का हवाला दिया जा रहा है लेकिन शहर की सड़कों पर बेरोकटोक फर्राटे से दौड़ रही बसों की जांच तक नहीं होती है।
नहीं है फर्स्ट एड बॉक्स व अग्निशमन यंत्र
बस में सफर के दौरान किसी यात्री को चोट लग जाती है या तबियत खराब हो जाती है तो बसों में फर्स्ट एड बॉक्स की कोई सुविधा नहीं है। शहर में संचालित किसी भी बस में फर्स्ट एड बॉक्स नहीं है। इसी प्रकार सिटी बसों में आग बुझाने के लिए अग्निशमन यंत्र भी नहीं लगे है। इस लापरवाही का फायदा बस ऑपरेटर उठा रहे हैं और सड़कों पर धड़ल्ले से अवैध रूप से बसें दौड़ रही हैं। अब तक एक को भी नोटिस नहीं दिया शहर में बजरिया से शहर तक प्रतिदिन छह दर्जन से अधिक बसे संचालित होती है। इन बसों में कई कमियां है और सुरक्षा के मापदंडो की पालना नहीं की जा रही है। इसके बावजूद भी परिवहन विभाग इन पर कोई कार्रवाई नहीं करता है। जिला मुख्यालय पर 70 से अधिक संचालित बस मालिकों को अब तक नोटिस तक नहीं दिया गया है।
फैक्ट फाइल...
- जिला मुख्यालय पर संचालित कुल सिटी बसे-70 -वर्तमान में रनिंग में चल रही बसों की संख्या-60
-साल में एक बार बसों की फिटनेस की जांच होना अनिवार्य है - नियमों की अवहेलना पर अब तक एक को भी नहीं दिया नोटिस।
इनका कहना है...
सिटी बसो की समय-समय पर जांच करवाते है। सिटी बसों में फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन यंत्र सहित कई कमियां है। इसके लिए यूनियन की बैठक कर इन सुविधाओं को कराने का प्रयास किया जाएगा। अतिक मोहम्मद, अध्यक्ष, सिटी बस ऑपरेटर यूनियन सवाईमाधोपुर
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