आज सही पकड़े हैं शो में हम पहुँचे दिल्ली के तकीया काले खां मस्जिद के पास बने एक मदरसे में, जहाँ इस्लामिक स्कॉलर मौलाना जावेद सिद्दीकी कासमी से हमारी खास मुलाकात हुई।
बरेली में ‘I Love Mohammad’ विवाद और मौलाना तौकीर रज़ा द्वारा भीड़ इकट्ठा करने के ऐलान पर उन्होंने खुलकर अपनी राय रखी। पुलिस के रवैये से लेकर सरकार की ज़िम्मेदारी और मुसलमानों से उनकी अपील तक — लगभग आधे घंटे की इस बेबाक बातचीत में कई अहम पहलू सामने आए।
इस बहस में धर्मगुरुओं, मदरसा शिक्षकों और विद्वानों ने भी अपनी राय रखी और सरकार से खास मांगें कीं। साथ ही, मुस्लिम समाज से शांति और संयम बरतने की अपील की।
👉 पूरी बहस देखें सिर्फ Oneindia Hindi पर।
In today’s episode of Sahi Pakde Hain, we reached a madrasa near Takiya Kale Khan Masjid in Delhi, where we had an exclusive conversation with Islamic scholar Maulana Javed Siddiqi Kasmi.
He spoke openly about the ‘I Love Mohammad’ controversy in Bareilly, Maulana Tauqeer Raza’s call for gathering people, and the role of the police. In this half-hour debate, multiple aspects came to light — from government responsibility to appeals for peace within the Muslim community.
Other religious leaders and madrasa teachers also joined the discussion, raising special demands from the government while urging Muslims to maintain peace and patience.
👉 Watch the full debate only on Oneindia Hindi.
#BareillyBawal #TauqeerRaza #ILoveMuhammad #MaulanaJavedKasmi #DelhiDebate #SahiPakdeHain #OneindiaHindi #BareillyNews #IslamicScholar
~HT.410~ED.276~
बरेली में ‘I Love Mohammad’ विवाद और मौलाना तौकीर रज़ा द्वारा भीड़ इकट्ठा करने के ऐलान पर उन्होंने खुलकर अपनी राय रखी। पुलिस के रवैये से लेकर सरकार की ज़िम्मेदारी और मुसलमानों से उनकी अपील तक — लगभग आधे घंटे की इस बेबाक बातचीत में कई अहम पहलू सामने आए।
इस बहस में धर्मगुरुओं, मदरसा शिक्षकों और विद्वानों ने भी अपनी राय रखी और सरकार से खास मांगें कीं। साथ ही, मुस्लिम समाज से शांति और संयम बरतने की अपील की।
👉 पूरी बहस देखें सिर्फ Oneindia Hindi पर।
In today’s episode of Sahi Pakde Hain, we reached a madrasa near Takiya Kale Khan Masjid in Delhi, where we had an exclusive conversation with Islamic scholar Maulana Javed Siddiqi Kasmi.
He spoke openly about the ‘I Love Mohammad’ controversy in Bareilly, Maulana Tauqeer Raza’s call for gathering people, and the role of the police. In this half-hour debate, multiple aspects came to light — from government responsibility to appeals for peace within the Muslim community.
Other religious leaders and madrasa teachers also joined the discussion, raising special demands from the government while urging Muslims to maintain peace and patience.
👉 Watch the full debate only on Oneindia Hindi.
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00:00पूंलहानों होटारी है
00:04रापठी और जिए हिंदू शायर है उन्हें उन्हें भुद इक पर आए प्तर क मख़ौ बारे में
00:07आपके बारे में जुझा पथमादा है।
00:35ज्यालो आपके नहीं सहा है।
00:37नमस्कार आप देख रहे हैं वान इंडिया में हूँ शेवेन गोडर मैस समय हूँ दिली में जैसकी राजदानी दिली में मिंटो रोड के पास में
01:06जहां पर एक तकिया कालेखा मस्जित है उसके पास में ये एक मदर्सा है जहां पर ये बच्चे सिक्षा लेते हैं
01:15कुछ यहां के संचालक हैं और हमारे साथ सबसे महकूर ब्यक्ति हैं जो दिल्ली में खास तोर से जो धर्म गुरू भी कह सकते हैं आपको
01:24जाबेद कास्मी जी मौलाना जाबेद कास्मी जी आपसे बात सुरू करते हैं वज़ा यह है कि हम जो आपसे बात करने हैं क्योंकि यह पूरे देश में एक नई चीज शुरू हो गई है
01:35जिसमें कानपूर से सुरू हुआ आई लब महुम्मत के कुछ पोस्टर थे उसको लेके बिबाद हुआ और वो पूरे देश में दीरे दीरे कासिपूर, मुंबई, करनाटक और आज बरेली में जो हुआ है
01:48बहां के एक मौलाना तौकीर रजा खांसाब हैं, उन्होंने कहा कि इस पर हम बिरोध दर्ज कराएंगे जो रिपोर्ट वगरा दर्ज हुई है
01:55बहां पर कुछ लोग इसलामिया कालेज में आ रहे थे, बहां उनके और पुलिस के बीज जड़फ हो गई, उसमें पत्रा हुआ, पुलिस ने लाटी चार्ज किया, कई लोग घायल भी हुए है
02:05आप इस पूरे जो मैंक सिर्फ बरिली घटना की बात नहीं करूँगा, यह जो बारा बफास से अब तक सुरू हुआ है, इसमें क्या लगता है, क्यों हुआ और इसके पीछे क्या बात होई होगी
02:15आपने बहुत बड़ी दिम्यदारी को अंजाम देने के लिए आपने माध्यम से अपने उच्छा एक संदेश देने के लिए हम लोग यह आपके पास आया भी इसलिए हुए बहुत बड़ी पुरे दिल्ली पे और दिल्ली के लावा पस्ष्विभ उत्तर प्रदैस बगारा
02:45पेगंबर हदरत मुहम्मद साहब आप हमारे पेगंबर हैं नभी हैं अल्लह की तरफ से आपको इन्सानियत की हिडायत के लिए और उनकी तरिबित के लिए आपने अपनी दिम्मधारी को अंजाम दिया खुदा के पेगाम को पहुचा है
03:01तूसरा है कि आपको आपसे महबत का इजार करना एक तो आपने दुन्या को अमल की तरफ मतज़ किया नहीं उनको तो इसी तरह एक हम आपसे महबत की बात
03:15आपसे महबत जो कईको एक तरहसे आद्मे की महबत होती हैं निदिली उत्मार से आस्था हम कह सकते हैं
03:20तो एक तो बात यह जए अब उसकी शक्ल दो है
03:23कि हम पेगंबर हज़रत मुहम्मद साहब की शिक्षा, आपकी तालीम, आपकी जो तर्वियत है और आपकी जो हिदायत है, हम उसको किस तरह फोलो करते हैं, एक तो आपसे महबत करके, कि हर व्यक्ति को महबत है आपसे, मैं कह सकता हूँ कि हर समाज को आपसे महबत है, जाए व
03:53शायर ने भी आपकी तारीफ में बहुत कुछ लिखा है, तो एक शे, बलकि एक बहुत तिरपाठी जी है, खुद हिंदू शायर है, उन्होंने तो खुद एक जगे लिख कहा है, आपके बारे में, पेगंबर साहब के बारे में, कई यो तो मकबूल हुए हैं कई पत्थर प
04:23इस मुखबत का किसी मुस्लमान ने नहीं रिए, इसे हिंदू शायर ने लिखा, तो मैं तो पढ़ते हैं इसको, और इसायी लोगों ने भी बड़ किताबे लिखी हैं आपके बारे में, कई हर धरन के लोगों ने आपके तारीफ की है, तो बहरहाल मुखबत का इजहार हमें
04:53तो मैं यह स्वाल करना चाहता हूं कि अगर प्रमिशन को ने बनाए हैं तो इसकी जिम्मदारी पुलिस की होती है, कि बगए उनकी परमिशन के उन्हों ने कैम कहा लगा है, कि अभी वहासे शुरुआत ही है, कानपूर से बता रहे हैं, तो यह सब पुलिस के नोगों होना �
05:23नक्षा बनता है, तो रूड बनता है, कि कहा कैम को होना है, वहाँ जो बिबाद बना, मैं बता दूँ आपको, वहाँ पर एक टेंट लगा था, या कैम्प टेंट से लगता है, उस पर एक पोश्टर कहलो, या फिर हम आज कर फलیکसी बोलते हैं, या तखती कहलो, उस पर आ�
05:53और 9 तारिको कानपर पुलिस में उस पे एफ यार की गई इस किसे देखते हैं उस पोश्टाल लगाने को और पुलिस के अफ फैर दोनों पे आपकी टिपणी क्या है कि आप इस बारे ब मुझे बात कह रहे हैं कि पुलिस वालों को यह बयान है कि हमने आई लाव मुहम्मध क�
06:23उम्मत पर फाईयर हो गई इसलिए मुस्लिम समाज के लोग या किसोरिया जो थोड़ा सा नाराज दरोस कह सकते हैं तो वो चीज फैलाने में सोसल मीडिया का युगदान है किसी के भी हो सकता है जो कि पुलिस को पर हमने एक्शन लिया कानपुर पुलिस को पर किया है तो वह �
06:53आपको नाम लिखा हुआ है मुहम्मद लिखा होता है तो वह कहीं भी अगर हम लोग देख लेते हैं कि रास्ते बावना जुड़ी होती है प्रूण ठाकर कपर सर पर रखते हैं जो पेगंबर साब से मुहम्बत के जहार होता है तो कहीं ने कहीं हमने यह भी देखा है कि अ�
07:23मैं कोई नी बोलेगा ना कोई लिखेगा नो बोलेगा यह बिल्कुल पर्तिबंद है और होना भी चाहिए तो इस हिसाब से कि पार्टी ने भी अक्षिन लिया अच्छा इस से पहले बलके हमने तो वह वह याद है कि साड़े चाड़े साल पहले यानि आप से पैकमर साब द
07:53जहासा आना करते थे तो यहां उनके खबर पहुंची के पैगंबर मुहम्मद साब आरब में हैं तो उन्होंने यहां से भारत से उस वक्त के हिंदू राजाना आपके लिए तौफ़ा बेजा यह भी इस्ट्रिम लिए आप समन बेगी बार मैं एक बात दिमाख जो हो रही म
08:23कुछ परसानी आती है तो आल्ला को याद करता हूं और कुछ भी होता है कुछ होती है तो नहीं बात
08:51या इसको ऐसा नहीं माना जाना चाहिए मैं लब मैं एक सिर्ता दाइब के इह कि अकर हम कि-ब
09:11आईलंब महदेब का भी एक भी हो तो शृबरात का मुफा होता है तो शवरात में लोग इनकालते हैं यह जूरू नहीं बलके
09:18के आम तरुपर लोग घबरुस्तान पहुंचते हैं, एक बड़ा मजमा पहुंच जाता है, इसी तरह महरम का महीना होता है, भी एक तरह से जुनुश की शकल होती है, तो अब इसी मिलाद नभी के मौक़ए भी लोग जुनुश निकालती है, तो हमारे कहना मकसद ही है, कि इनक
09:48हमारे चुड़ाने की जाता है, तो आप तो आलिम है, बहुत जानकार आदमी है, लेकिन मुझे और लोगों के बारे में नहीं पता है, आपके पास फिर आउना मैं, बहुत अच्छी बात आपने कही है, कि हमें पेगंबर साब से महबत करनी है, इंगलिश में, हिंदी में, �
10:18एक सहाबी बात को कहते है प embed करते हैं ये पंजार कर सकता हूँ, एक सहाबी पात को कहते है, प्रहते हैं ये ये एक आरफ के लिखता मैं, व不好 का आईगए, इंगलिश में लुट का आता है, हिंदी में कुछ्छर आएगगा, तो अलग-उलग अलग लबसों, लफजोंены हैं �
10:48शहर को फट हुम्त कर लिया जहांता आपको निकाला गया था हुए पर जिए लोगों ने, आपके चचा को शहीद कर दिया प्रव को जार दिया जब आप वहां फट कर अते हैं, या एक तरह से आप पुरे शहर पर फट हुए, जीत करते
11:12तुम सब के सब, आप सब के सब तुम आज़ाद हो, जहां जाना चाहिए जा सकता।
11:15जब उन्होंने मुहमद साब ने ये नजरिया अपनाया, आप जिसे बता रहे हैं दुस्मन को या फत्य करने के बाद भी सब को कर दिया, तो मैं तो और लोग के पास जाऊँगा,
11:25कि जब मुहमद साब का ऐसा अधेश है या ऐसा उन्हें करके दिखाया, यानि कि जो नभी है आपके, घर सही बोलू हमारी तो ये आचरण है, आचरण बोलू हमारा ये तरीका है, तो अब अब यानि कि अगर मैं मुश्लिम हो तो मुझे भी उस पे कायं रहना चाहिए, अब �
11:55क्या होना चाहिए आप किस पूरी प्रड़ को आप कैसे देखते मौलाना साब ने तो अपनी धार्मिक भी काभी बात बता दी
12:00मैं तो हमें एक बात ये समझनी चाहिए जिसे अगर हमने आई लाव मुहम्मद लिखा
12:06तो हम देख रहा हैं सब तरफ देख रहा हैं लिख रहा हैं वो तो अपने एक महबबत का इजखार कर रहा हैं अब दूसरा किस नेस से देख रही है वो हम नहीं कह सकते उस बात को लेकिन हम भी अगर जैसे कोई बात मनलब हमें समझनी हो और हमें कोई बात समझा रही है तो सम
12:36दरति कर दिया maxim रहा है उस पर नहीं करी तक कर थार्ट आपoder कर आपके ऐन गया ऑडा पे जो पास पर यह संदेश आपके पास बीश्यक्त और
12:45बच्चों के पास भी आएगा इन चोटे-चोटे बच्चों के पास भी आएगा तो यह क्या समझेगे कि हमारे मुहम्मद चाप के लिए जो है अबान किया गया यह तो बात आएगी तो यह भी घुस्टा होंगे तो यह संदेज जो है जो आपके पाप लेखी यह हम लोग की �
13:15गर दिया गया कि आईलब मुहम्मद पर की गई और उसकी वजए से पुरा समाज वह आक्रोस होना अगर जैसे आपको भी घुस्टा आ रहा है क्योंकि आईलब मुहम्मद विकले एक आएगा मैं होता तो मुझे भी आता कोई मैं अगर गलत बात पर गुस्टा आने वाली ब
13:45पिरमुख बर वह एक त्रेट टकराओ की नवदायों देश के लिए अच्छा नहीं है जी बिलकुल और हमें समझनी चाहिए यह बात और महासर बयान भी आना चाहिए कि हमने जो यह एफायर दर्च करी गई है क्यों करी है और किसलिए करी है वह सामने बात होनी चाहिए ना
14:15कि आई लब महमत पर नहीं करा गया लेकिन गलत चीज़े जादे पहलती है और अच्छी चीज़े कम पहलती है इसको हम समझेंगे और आपके तरफ आउंगा आप कुछ आ गया जाए बिटा आप क्या करते हो मैं बच्चों को पढ़ाता हूं आप पढ़ाते हो जब आपके �
14:45विवाद था जगय का कि वही यह पहले से परंपरा रही है इस परंपरा के तहर टेंट लगाया जाए किसी ने सिकाट करी परंपरा के तहर नहीं था उस पर फैर गई तो आप क्या सलाद हो गए पहला तो यह आई लब मुहमत तो आक रोसाना लाजमी मैं समझता हूं असल मे
15:15मेरे काईने के बजाए आप लोगों के जरीए जाएकी तो जड़े बेतर हो आप आईए तहीं रहजा है क्या नाम है आपका मिरा नाम काफ शरिफ क्या करते हैं आप एस मदर्सा के संचालक है आपके सब बच्चे आपके उसमें रहते हैं और यह वह पौध है जिसके दिमा�
15:45इस पर आप क्या देखते हैं संदेश क्या रिवाओं को सबसे पहरी बात तो मैं यह कहूंगा कि यह जो इशू हुआ जो हां से शुरुवात हुई वो इस बात पो हुई कि एफ आयार दर्ज हो चुकी है इसलिए हुई है उन्होंने आईलब मुहम्मद लिखा नमबरे अब ज
16:15पुलिस वाले हैं वो थाना है जहां फायार हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ
16:45इतनी दूर तक नहीं जाती जितनी जा चुकी है कही ना कहीं जो संदेश था वो आईलब मुहम्मद बाला चला गया प्रशासन फेल रहा संदेश सही बात बताने में यह आप बात कर रहा हैं
16:54प्रशासन की फेलियर की वजह से मैं समझता हूँ कि आज हिंदू और मुसल्मान आमने सामने हैं और देश को इत्ता बड़ा नुकसान हो रहा है देश बढ़ी रहा है अज बरेली में तो आप ने समझ रहा हूँ जो तौकीर रजासाब के साथ ऐसा हुआ यह क्यों हुआ इसल
17:24आप जो इजार कर रहे हैं वो दूसरे लोग कैसे देख रहे हैं आपको अब तो इस तरीके से देखा जा रहा है भी आपने आउलम मौमद लिखा मैं हिंदू मैं बराइबरी करूंगा या आप से बड़ा लिख दूंगा यह क्या जो जिम्मेदारी है यह पुलिस वालों की
17:54थोड़ा सा मौलाना साब हमें यह तरीका रहा है यह वाद हो दोने पुलिस वाले दोने पक्सुर बिठा के बचाए हमने बरेली का बताता है बर पास कमिस्नर जो बहां के आई जी है उनकी बयान है अभी थोड़ी दर पहले का उन्होंने यह कहा कि हमने बरेली के सभी धर्म
18:24वोने एक आफ़ान किया कि इसलामिया इंटर कॉलिज है बहां पे आई और अपना बिरोध दर्ज कराईए कि जो एफाई यार दर्ज हुई है बहां पे और जो आईलब मौम्मद का बिरोध करा गया है इसका हमें ज्यापन देना है ठीक है ना अभी उन्होंने यही का और ब
18:54वो भी हाउस अरेस्ट है तो उन्होंने का कि मौलाना तकीर रजा पहुंची नहीं पाए उस इसलामिया कालीज में बहुत सारे लोग जो मौलाना तकीर रजा को मानते हैं या उनके आवहन पे बहां जाते थे या इस पूरे प्रक्रण से आक्रोसित थे नाराज थे वो इसल
19:24जो है उसको बल प्रियोग करके हटा जाए वहां पर कहना यह लाठी चार्ज भी हो कई लोग घायल हुए है तो मैं आप चुकि इसको देना चाहरा है आपके पास भी नहीं तो थोड़ा सा कैमरे की तरफ आ जाईए तो यह जो चीज है एक तो मेरा सवाल है कि मौलाना सबसे
19:54थी खतम कर देना चाहिए थी दोनों की गलती मानते है या किसकी गलती मानते है देखिए अवाम जो है पबलीक जो है वह अपनी बात रख सकती है जमूरियत है उनको रखने देना चाहिए था जो कोई आदमी खटा हो रहा है तो पशासन के निगाह में है कि एडान हो चुका
20:24है एलान हो गया आपने आवान कर दिया कि फ़ला साब हम यहां आएंगे हमारे संख्या एक साथ एक हजार लोगों का इंधार करना चाहिए है कि वहार लोगा एक घटा हूंगे हम सही से इसको लाइन और खराब नहों पॉसका को निम्ता दें हम सही से उसमें क्या हुआ वह आ�
20:54क्या मेसेज जाता है मैं तो यह समझता हूं कि अगर एक सो आदमी के जम्मा हो रहे हैं पुलिस वाली आकर आ जाते हैं तो सब शांत हो जाते हैं जब आने दो भाई यह उनकी जिम्मेदारी बिल्कुर मौला साब आप इस प्रिकरों कहते हैं उन्होंने जो लास्ट में एक सब
21:24की इतनी बढ़ती नहीं पहले तो इस पर आएंगे फिर आगे आएंगे कि आगे ना हो हम सब जागे उनके लिए संदेश आप तुछ की दरस चलोगा इसमें आप कैसे इसका इसको अगर देखें तो आपको क्या नहीं जराता है मैं तो यह इसमें खास तूर पर जो तो तो �
21:54कते हिर और आपणा अगर का अगर उघ्र एक वहाउन जमा हुआ कि जमा हुआ अब उन्हों कोई जमा के बाद बाद में शवल्स यह अदुड़र समय करना होदी तो अगर हों मजमा अगर पलीस से बीक गाभू हुआ या भीडिज
22:09कठी हुई जदबात में वो लोग आये हैं जो इसके सही से तहकी की होनी चाहिए और वो होना चाहिए मुहबत का इजहार करना वह इस अंदाज में होना चाहिए कि हमारी कोई शकल हिंसक नहीं हो हमारे पेगमर साहब ने
22:21यह इसकोई पेगम नहीं दिया है कि मैं मुझान मेरे तमाख में एक बात थी भी आपके दिमाख में आता है यह परकंड जो है दिरे भी तिरे बढ़ रहा है और यह दो को लड़ाई की तरफ ले जा रहा है
22:47वहला किनकी जड़तेों कि सब जगह नहीं होगा किसी सहर में हो गई तो दो-चार भी अगर हमारे लोग दोनों जगह कर गाइल होते हैं कभी बुंबई से आया मालिक किसी के चोट लग गई किसी बढ़ाशन करना है तो किसी का भी नुकसान नुकसान है बो किसी भी तरप क्या
23:17तो वहां पर बहुत सारे लोग इखट करके पाहिजाद दसजा अपनी तरीका जी एक वो इतने बड़े
23:29जानकार उनका कदी इतना वड़ा है अगर वह 10-11 लोग 10 वहां के बरेली तो आला हजरत साब की वहां से वहां से दसवारा लोग जाए तो परसासन तो उन्हें बाकायदा वेलकम करेगा और वहां एक वह दे सकते हैं ग्यापन और अपनी नाराज़ की बता सकते हैं यह पॉइ
23:59आप जो बहुत कह रहे हैं ना इसमें एक जुम्ला और जोड़ी आप शब वह यह कि इसको बड़ी बारिकी से लेने की जरूरत है कि भाई पेगंबर सहाब के नाम पर आप जूलूस निकालें जलसे करें आप अपने इस्तमा करें वहां लोगों सामने पेगंबर सहाब के हा
24:29जरूरत है मैं यह कहना चाहूंगा हमारी मिल्लत को हमारी को मुसल्मान भाईयों को भी कोई ऐसा कदम या कोई ऐसी पहली संदाज से पेगंबर सहाब के नाम पर ना हो जिससे के हम पुलिस परशासन को भी चुड़ाएं हुकुमत के सामने आएं पबलिक के सामने आएं रो�
24:59कि करना चाहेंगे कि हुकुमत या पुलिस डिपार्टमेंट उसको फोकस ना दे कि वह पेगंबर साब के मुंपत के जार क्यों कर रहे हैं यह थाने मा करके जुल से जुलूज क्यों कर रहा है इस रियक्शन को आगे न बढ़ाए बलके वह यह कैब आप जो है इस तरह जो ह
25:29कि आई हम देख लें कितने लोग हैं बाद पांच जा रहा हैं दो जा रहा हैं आप सर जाके कहता भी ठीक है खड़े हो बोलो क्या है लाओ यह पन लेता कोई अब उन्हें बहारों का जिए रोकना और उससे ज्यादे आक रोज बढ़ सकता है बढ़ सकता है जीद वाला बाल
25:59खाथ आपने जो एख़वान किया भी मुझे असा लगता है कि ऑवाम में बहुत जादे पेच Ainगी होगी इसको लेकर अवाम में बहुत जादे पेचैनी होगी तो इन्होंन यह सोचा होगा कि आवाम को एकटा करके और हम विक्यापन दे देंगे ऑवाम को कह तेंगे बैं ह
26:29सामने रहा है यह बन्यादी बात है जो मैं बता रहा हूं आपको उनके बड़े लोग है उनकी सोच बड़ी होगी तो वह सोचे होंगे शहर में इतना पूरे मुल्क में ऐसा हो रहा है हमारी यहां भी से जादा हो सकता है तो उनको उनके घुसे को खतम करने के लिए या इस आ�
26:59हो गए पत्राओ हो गया अब फिर देखिएगा इस पर भी एफायर होगा और बड़ा मसला बनेगा यह इसलिए मैं फिर कहा रहा है बरसासन से कि उसको ज्यादर सक्टी मना ले दूसरी बात एक और आपका सवाल पहले था मिने बात आ रही थी कि जैसे एफायर कर लिया उन्
27:29है यह फायर जो की थी हमने वह खत्म कर रही है इस पर नहीं थी या फिर यह बड़े बड़े नेताओं के एफायर खतम होगा है उसके केस वापस लिए गए गया है तो एक चोड़ा सा मतला हल करने के यह पूरे देश को बचाने के लिए यह क्यों नहीं कर सकते आप इसका मत
27:59फाजार खतम हो रहे हैं केस वापस लिए जा रहे हैं चोटे से मचले को खतम करने के लिए आप क्यों नहीं कर सकते हैं ऐसा लेकिन मैं आपकी तरफ से मौलाना साब चाहूंगा जो यूवा हैं मुस्लिम यूवा हैं वो इसमें ज्यादर सामिल थे और बाकी हिंदू यूवा �
28:29कि अवो फोलोवर हैं वो किस तरह अपना आपको पेश करना चाहते हैं लेकिन दूसरों को तकलीब ना पहुंचा कर लेकिन इसको तुर रही हिमाना देखा हैं अब जैसे आप कहो आईलब महमध पोल दो और मैं बोल दूँगा आईलब महदेब क्या पुराहि होता है आपक
28:59मान लीडिया आपने आई लब महम्मद बोल दिया ना?
29:02अब मैं ये कहों कि मैं इन भारषाप से उन्षी सुर में बोल चुका हूँ अई लब महादेब से भी आपको दिकत नहीं है
29:11तो दिकत हैं नहीं पर दिकत तल है जब मैं आपको नीचा दिखाना चाहूँ
29:15आप मुझे निचा दिए जिद वाली बात कि भारत में जिद खतम कीजिए सब युवा देश के युवा हैं सब भारत के रखशक हैं तरीका यह है जो आप कर रहे हों यह जो आप कर रहे है कि यह पूरा बनाना इसकोर बच्चों कर तालीम देने की कोसिस करना यह आप पुरा �
29:45द्धरम का जो है आप महबत करने का यह तरीका मुझे जादे बिएतर लेका आप बहुत शुक्री आपने पेगाम लिया और हम भी कहना चाहेंगे इसमें भी अगर कोई हमारे तरफ से कोई कहने सुनने में कोई बात होती है कारे साब हैं हमारे वाई वसीम भाई हैं यह आप
30:15मैं ऐसे कहता हूँ हमारे गाउं में कावत है कि जब महबत हो तो हम आपको जब मिठाई देंगे आप खा लोगे और अगर हमारे आपके बीच में तनाव है तो और वो उनकी दिवरानी जिठानी अगर वो देने आएंगी ना तो वो कहेंगी यह तुटका है कुछ नादिया
30:45है तर ना देश तरगी करेगा ना कोई राच करेगा ना कोई एसका
31:08कि हम लोगों जो discussion करा है उसका अंत यही है कि हम सारे लोग अमन की तरफ बढ़ें एक दूसरे को मैं हमारी छेतकी बहासा में तुर्रही कह दिया जाता है इसका और क्या सब कह सकते हैं तुर्रही सब साधे है या फिर कानपुर की बहासा में क्या कहते हैं रॉला दिखाने के न
31:38अस्था वो करिये लेकिन एक दूसरे को अंगली इठाकर उसे नीचा दिखाने है उससे बड़ा वन्हे कोई धर्म छोटा बड़ा नहीं है
31:46हर धर्म का अपना है उसके धर्म मानने वाले उसको बड़ा मानते हैं हम अपने को मानते हैं मानते रही है लेकिन किसी दूसरे को छोटा मत मानी है अपने धर्म को अच्छा मानी है बड़ा छोटा नहीं मानी है यह चीज है और मेरा संदेश यह है कि जो भी है देखिए F.I.R क
32:16मुहबत करने का तरीका ये है अपने मज़शित को अपने मंदिर को सजाईए बढ़ाईए उसके बाद अपने जो उनके संदेश हैं युश्वर का अल्ला का उसको मानिए और प्रेम से रहिए फिलाल इस वीडियो में इतना ही आपको मेरी बात मौनाना साथ की बात कैसे लगी
32:46को अपें चाहे बहुत बहुत धन्वादि है
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