महाराष्ट्र के पूणे के 79 साल के विष्णुदास सूर्यवंशी पिछले 55 सालों में 8750 लॉटरी टिकट इकट्ठा कर चुके हैं. शायद देश में किसी के पास टिकटों का ऐसा क्लेक्शन नहीं हैं. इनके लिए लॉटरी सिर्फ किस्मत आजमाने का जरिया नहीं, बल्कि एक जीवन भर का जुनून बन गया. 1969 में 22 साल की उम्र में पहला टिकट खरीदा. मंदिर के बाहर लगे एक छोटे से काउंटर से शुरू हुआ ये सिलसिला अब तक जारी है. इनकी एक बार 10 हजार की लॉटरी जरूर लगी, लेकिन अब तक 2 लाख रुपये से ज्यादा सिर्फ टिकट खरीदने में लगा चुके हैं. इनको किस्मत ने भले इनाम ना दिया हो, लेकिन इस जुनून ने उन्हें वो पहचान दे दी जो पैसों से नहीं मिलती. विष्णुदास अब चाहते हैं कि उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो.
00:00ये हैं महराष्ट के पूरे के 89 साल की विश्णूदास सुरेवंशी इन्होंने पिछले 55 सालों में 8,750 लोटरी टिकेट इकठा किये शाहिद ही देश में किसी के पास टिक्टो का ऐसा कलेक्शन हो इनके लिए लोटरी सिर्फ किस्मत आजमानी का जरिया नहीं बलके एक जीवन
00:30छोटे से काउंटर से शुरुग हुआ इस सरसिला अब तक जारी है
00:338,750 टिक्टो का ये खजाना आज उनके अलमारी में नहीं उनके वजूद का हिस्सा बन चुका है
01:01एक बार 10,000 की लोटरी जरूर लगी लेकिन अब तक 2,000,000 रुपे से जादा सिर्फ टिकेट खरीदने में लगा चुके हैं
01:09किस्मत ने भले इनाम ना दिया हो लेकिन इस जुनून ने उन्हें वो पहचान दे दी जो पैसों से नहीं मिलती
01:23विश्नुदास अब चाहते हैं कि उनका नाम गिनीज बुक अब वर्ल रिकॉर्स में दर्ज हो
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