00:00शिक्तियार की तुम्हें हमेशे के लिए चली जाओंगी उम्यर ने पहले कदम उटाया और रुष्णी को लेकर चला गया शेहर से दूर किसी चोटे से कजबे में जहां दोनों ने निकाह किया शुरो के दिन खुबसूरत थे लेकिन जिल्द ही हकीकत सामने आई रुष्णी क
00:30उसी दवरान रुष्णी एक खतरनाक आदमी के हाथ चलती है वही शक्त जिससे इसकी शादी होने वाली थी अब वो सिर्फ बदला चाहता था
00:38विवर जब उमेर को ये खबर मिली तो रुष्णी को बचाने निकल कड़ा हुआ दोनों खांदान भी अब बेटी के खातर एक साथ हो गए अखिरकार एक जड़ब में उमेर ने रुष्णी को बचाया और मुझरम को पिलिए पुलिस के हवाले क्या इस वाकिये ने सब को �
01:08ये खामोश वादे सिरब तभी सचे होते हैं जब इनका निबाना भी आता हो रामसिरल के हवाले से राय लाजमी कमेंट करें साथ में हमारा योट्यूब का चीनल सब्सक्राइब करना मत भूलिये तें इस पर वाचिंग अला हाफिज
01:21हेलो विवर्ज उमेर और रोशनी दो ऐसे पडूसी थे जिनके गरों के बीच एक देवार थी लेकिन दिलों के बेच एक खामोश रापता बच्पन से एक दुसरे को देखते आये थे लेकिन कभी कुल कर इजहार ना कर सके उमेर की दिल में रोशनी की महबत थी लेकिन वो �
01:51अपने बिजनिस पार्टनर के बेटे से देख कर दी एक रोबोदार इंसान जिसके शुरत अच्छी ना थी रुशनी ने उमेर से कहा अगर तुमने आज भी खामोश इखत्यार की तुम्हें हमेशे के लिए चली जाओंगी उमेर ने पहले कदम उटाया और रुशनी को ले
02:21वो जिन्दग्यों के सख्तियों के लिए तयार ना थी वो रूटने लेगी शिकायत
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