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00:00इस पागल से शादी करोगी स्पागल से
00:13हुई नी सकती
00:16तुम हाँ तो कहके देखुआ
00:20बागी सब समाल लो मा
00:22दगता तुमे तब इतक ठीक ने हुए जो आसी बहकी बहकी बाते कर रहे हूँ
00:30बस इसलिए चाहता हूँ कि डॉक्टर को हमेशे के लिए कर पिले आओ
00:34हम बाते करते हैं हमाँ से खुश्पुआते हैं दूसरी महापत और इतनी गहरी बाते हैं
00:38महापत बले ही दूसरी हो
00:41लिकिन इश पहला है
00:45जशन मनाओ आप अपनी पेटी के हाथों फिर लुट गए हो यह कोई मापी मांगरे नहीं आये
00:51पेटे की मशूगी को रिष्थे में बदलने आये हैं
00:53क्या हुआ है
00:55क्या हुआ वर असाइल कैसे पहुचा बचाएब सब्सक्राइब
01:01इस अचित पर्दा जालता है
01:05यह है यह भी दो वसकता है कि डॉक्टर ने खुद को बचाने के लिए
01:09अपने और हमारे थार किये पर्दा डाला हुँ
01:13मेरा बाबा
01:17तुम्हारा बाबा, मेरा दिल क्यामत तद बेहन करेगा तुम्हारी प्रेम पर
01:21फजर मर चुकी है
01:27और ऐसे मरी है कि आज के बाद इस घर से उसकी कबर पे भी कोई नी जाएगा
01:32इस खांदान का वार्स होने के नाति मैंने एक फैसला किया है
01:35मैं और मेरी फैमली मलीकों के कर जा रहा है
01:39मुनसे दुष्मनी हमेशा के लिए खत्म कर ले
01:43येलो फोन, राच से मेसिजिस कर रहा है
01:52मारे चचा कमरे में ते, इसलिए मिटालती रही
01:55कवने क्या शेयर और कौन
01:59मैं बहार जा रही हूँ, तुम कमरा लॉक कर लो, कोई आना जाए
02:02देखो आज अकेले आए
02:23अपनी आन बान शान सब छोड़कर
02:28और इनको मेरी तेलीज पे लाने वाली मेरी बेटी है
02:32फजर
02:34प्रणा बाने बाने बाने बाने प्रणाफ जाए
02:39झाल झाल
03:09झाल झाल
03:39अब तुम्हारे बारे में सोचता हूँ तुम दिल की ढड़कर ने तेज हो जाती है
03:44मुझे साफ साफ सुना ही देती है
03:47तुम्हें तो इस बात की भी खबर नहीं कि मैं
03:51तुम्हारे लिए कितना बेकराब
03:55तुम्हें तुम्हें तुम्हें तुम्हें अपना बनाना है
04:15तुम्हें तुम्हें तुम्हें इनी फीलिंग्स कभी पता नहीं हुगा
04:20अगर वो कहते हैं न
04:25कि अगर नियत सच्ची हो तो मकस्द हासिल होई जाता है
04:29मैं तुम्हारे इनत्सार करूंगा
04:35हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब
04:41खामोश तब लिल्की थी
04:43तालीम में बहतरीन इखलाक में मिसाली
04:45लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
04:48वो हमेशा निकाब करती थी
04:50किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
04:52यासर उसी इन्वस्टिय में पढ़ता था
04:54वो हाजरा के करदार से मतासिर था
04:57लेकिन इसका निकाब यासर को तजस्स में मुब्तला करता
05:00वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं
05:04बातनी रोशनी से भी चमकती है
05:06दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया
05:09बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
05:11लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया
05:14वजा यासर का तालुक इस खानदान से था
05:16जिससे इनके एक पुरानी खानदान ररंजिश चली आ रही थी
05:21पिर एक गर चोड़ कर चली गी
05:23अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से निकाब कर लिया है
05:27कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार बगेर निकाब के सब ने देगा
05:31इसका आदा चेहरा जल चुका था
05:33बच्वन के एक हादसे में यही इसका रास था
05:36इसलिए वो निकाब करती थी
05:37लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबूल किया
05:40जैसे वो है
05:41दोनों खानदान हार गे अपनी अना में
05:44लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं महबत में
05:47तो वीवर्जिस में एक पेगाम मुझूद है
05:50हसीन चेहरे
05:51जो है वो कभी भी
05:53अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
05:57लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है
06:00निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता
06:02असल निकाब तो हम अपने नजरों पर चड़ा लेते हैं
06:05डरमसिल के हवाले से अपने राय के जार
06:08लाजमी कमेंट करें
06:09साथ में ये हमारे यूडिव का चीनल
06:11सब्सक्राइब करना मत बुलिए
06:12तेंक्स पर वाचिंग
06:13अला हाफिज
06:41रोशनी से भी चमकती है
06:43दोनों में खामोश राफ़ा बलता गिया
06:45बलाखिर यासिर ने रिश्टा बेजा
06:47लेकिन हाजरा के गर वालों ने
06:49साफ इंकार कर दिया
06:50वज़ा
06:51यासिर का तालुक इस खानदान से था
06:53जिस से इनके एक पुरानी खानदान ररंजश
06:56चली आ रही थी
06:58पर एक गर चोड़ कर चली गी
07:00अगले दिन खबर आई
07:01यासर ने यासिर से निकाह कर लिया है
07:03कुछ दिन बाद हाजरा को पहली बार
07:05बगेर निकाब के सब ने देगा
07:07इसका आदा चेहरा जल चुका था
07:10बच्छमन के एक हादसे में
07:12ये ही इसका रास्ता
07:13इसलिए वो निकाब करती थी
07:14लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबूल किया
07:17जैसे वो है
07:18दोनों खानदान हार गए अपनी अना में
07:21लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं
07:23महबत में
07:24तो वीवर्जिस में एक पेगाम मुझूद है
07:26हसीन चेहरे
07:27जो है
07:29वो कभी भी अपने बातीनी
07:32खुबसूरती नहीं दिखा सकती
07:33लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है
07:36निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता
07:38असल निकाब तो हम अपने नजरों पर
07:40चड़ा लेते हैं
07:42ड्रमसिल के हवाले से अपने राय के ज़ार
07:44लाजमी कमेंट करें
07:46साथ में ये हमारे योडिव का चेनल
07:48सब्सक्राइब करना मत बूलिए
07:49थैंक्स वार वाचिंग
07:50अला हाफिज
07:51हेलो वीवर्ज
07:53हाजरा एक बाहिजाब
07:55खामोश तब ललकी थी
07:56तालीम में बहतरीन इखलाक में मिसाली
07:59लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
08:01वो हमेशा निकाब करती थी
08:03किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
08:06यासर उसी इन्वस्टिय में पलता था
08:07वो हाजरा के करदार से मतासिर था
08:10लेकिन इसका निकाब
08:11यासर को तजस्स में मुब्तला करता
08:14वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी
08:16खुबसूरती नहीं बातनी
08:17रोशनी से भी चमकती है
08:19दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया
08:22बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
08:24लेकिन हाजरा के गर वालों ने
08:26साफ इंकार कर दिया
08:27वजा यासर का तालुक इस खानदान से था
08:30जिस से इनके एक पुरानी खानदान
08:32ररंजिश चली आ रही थी
08:34पिर एक राफ़ गर चोड़कर चली गी
08:36अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से
08:39निकाह कर लिया है
08:40कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार
08:42बगेर निकाब के सब ने देगा
08:44इसका आदा चेहरा जल चुका था
08:46बच्छमन के एक हादसे में
08:48यही इसका रास्ता इसलिए वो निकाब करती थी
08:51लेकिन यासर ने इसे
08:52वेसा ही कबूल किया जैसे वो है
08:54दोनों खानदान हार गे अपनी अना में
08:58लेकिन यासर रहाजा जीत के हैं महबत में
09:00तो वीवर्जिस में एक पेगाम मुझूद है
09:03हसीन चेहरे जो है
09:05वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिका सकती
09:10लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केड़ градार में होता
09:13निकाप सिर्फ चेहरे का नहीं होता
09:15असल निकाप भी तो हम अपने नजरों पर चॉड़ा लेते हैं
09:19ड्रमन सिल्ट के हवाले से
09:20अपने राये कि जखार लाजमी
09:21कमेंट करें ये हमारे योटوف का चीनल
09:24सब्सक्राइब करना मत बूलिये
09:26तेंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
09:54रोशनी से भी चमकती है
09:56दोनों में खामोश राफ़ा बलता गिया
09:59बलाखिर यासिर ने रिश्टा बेजा
10:00लेकिन हाजरा के गर वालों ने
10:03साफ इंकार कर दिया
10:04वजा यासिर का तालुक इस खानदान से था
10:06जिस से इनके एक पुरानी खानदान ररंजिश
10:10चली आ रही थी
10:11पिर एक राफ गर चोड़कर चली गी
10:13अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासिर से
10:16निकाह कर लिया है
10:17कुछ दिन बाद हाजरा को पहली बार बगेर
10:19निकाह के सब ने देगा
10:21इसका आदा चेहरा जल चुका था
10:23बच्छमन के एक हादसे में
10:25यही इसका रास्ता
10:26इसलिए वो निकाह करती थी
10:27लेकिन यासर ने इसे
10:29वेसा ही कबूल किया
10:30जैसे वो है
10:31दोनों खांदान हार गए अपनी अना में
10:34लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं
10:36मुहबत में
10:37तो विवर्जिस में एक पेगाम मुझूद है
10:39हसीन चेहरे
10:41जो है
10:42वो कभी भी
10:43अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
10:47लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है
10:49निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता
10:52असल निकाब तो हम अपने नज़रों पर चाड़ा लेते हैं
10:55डरमसिल के हावाले से
10:57अपने राय के ज़ार लाजमी कमेंट करें
10:59साथ में ये हमारे योडिव का चीनल
11:01सब्सक्राइब करना मत बुलिए
11:02तेंक्स पर वाचिंग
11:03अला हाफिज
11:04हेलो वीवर्ज
11:06हाजरा एक बाहिजाब
11:08खामोश तब ललकी थी
11:09तालिम में बेहतरी इखलाक में मिसाली
11:12लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
11:15वो हमेशा निकाब करती थी
11:17किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
11:19यासर इसी इन्वस्टिय में पढ़ता था
11:21वो हाजरा के करदार से मतासिर था
11:23लेकिन इसका निकाब
11:24यासर को तजस्स में मुब्तला करता
11:27वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी
11:29खुबसूरती नहीं बादनी
11:31रोशनी से भी चमकती है
11:32दोनों में खामोश राफ़ता बढ़ता गिया
11:35बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
11:37लेकिन हाजरा के गर वालों ने
11:39साफ इंकार कर दिया
11:40वजा यासर का तालुक इस खानदान से था
11:43जिससे इनके एक पुरानी खानदान
11:46ररंजिश चली आ रही थी
11:48पर ये एक राफ़ गर चोड़कर चली गी
11:50अगले दिन खबर आई हाजरा ने
11:52यासर से निकाह कर लिया है
11:53कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार
11:55बखेर निकाब के सब ने देगा
11:57इसका आदा चेहरा जल चुका था
12:00बच्छमन के एक हादसे में
12:01यही इसका रास्ता है इसलिए वो निकाब करती थी
12:04लेकिन यासर ने इसे
12:05वेसा ही कबोल किया जैसे वो है
12:08दोनों खानदान हार गए
12:09अपनी अना में लेकिन यासर रहाजरा
12:12जीत के हैं मुहबत में
12:14तो वीवर्स इसमें एक पेगाम मुझूद है
12:16हसीन चेहरे
12:17जो है वो कभी भी
12:20अपने बातीनी
12:22खुबसूरती नहीं दिखा सकती
12:23लकिन हुसन चेहरे में नहीं केड़दार में होता है
12:26निकाब सर्त चेहरे का नहीं होता
12:28असल निकाब तो हम अपने नظरों पर
12:30चाड़ा लेते हैं
12:32डामसी के ह慌़ेzd राजमी कमेंड करें
12:36साथ में ये ये हमारे येरुट का चेनल
12:38सब्सक्राइब करना मत बुलिए
12:39तेंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
12:40हेलो वीवर्ज
12:43हाजरा एक बाहिजाब
12:44खामोश तब ललकी थी
12:46तालीम में बेहतरीन इखलाक में मिसाली
12:49लिकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
12:51वो हमेशा निकाब करता थी
12:53किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
12:55यासर इसी उन्वर्जटि में पढ़ता था
12:57वो हाजरा के करदार से मतासिर था
13:00लेकिन इसका निकाब
13:01यासर को तजस्स में मुब्तला करता
13:03वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी
13:05खुबसूरती नहीं बादनी
13:07रोशनी से भी चमकती है
13:09दोनों में खामोश राफ़ता बरता गिया
13:12बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
13:14लेकिन हाजरा के गर वालों ने
13:16साफ इंकार कर दिया
13:17वज़ा यासर का तालुक इस खानदान से था
13:20जिससे इनके एक पुरानी खानदान
13:22रंजिश चली आ रही थी
13:24पिर एक राफ गर चोड़कर चली गी
13:26अगले दिन खबर आई हाजरा ने
13:28यासर से निकाह कर लिया है
13:30कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार
13:32बगेर निकाब के सब ने देगा
13:34इसका आदा चेहरा जल चुका था
13:36बच्वन के एक हादसे में यही इसका रास था
13:39इसलिए वो निकाब करती थी
13:41लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबूल किया
13:44जैसे वो है
13:44दोनों खानदान हार गए अपनी अना में
13:48लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं मुहबत में
13:50तो वीवर्स इसमें एक पेगाम मुझूद है
13:53हसीन चेहरे जो है
13:55वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
14:00लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है
14:03निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता
14:05असल निकाब तो हम अपने नज़रों पर चाड़ा लेते हैं
14:08ड्रमसिल के हवाले से अपने राय के जार लाजमी कमेंड करें
14:12साथ में ये हमारे योट्यूट का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए
14:16थैंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
14:17हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब खामोश तब ललकी थी
14:23तालीम में बेहतरीन इखलाक में मिसाली
14:25लिकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
14:28वो हमेशा निकाब करती थी
14:30किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
14:32यासर इसी उन्वस्टि में पढ़ता था
14:34वो हाजरा के करदार से मतासिर था
14:36लेकिन इसका निकाब यासर को तजस्स में मुबतला करता
14:40वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं
14:43बातनी रोशनी से भी चमकती है
14:46दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया
14:49बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
14:50लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया
14:54वज़ा यासर का तालुक इस खानदान से था
14:56जिससे इनके एक पुरानी खानदान ररंजश चली आ रही थी
15:01पिर एक राफ गर चोड़कर चली गी
15:03अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से निकाह कर लिया है
15:07कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार बगेर निकाह के सबने देगा
15:11इसका आदा चेहरा जल चुका था
15:13बच्छमन के एक हादसे में यही इसका रास था
15:16इसलिए वो निकाह आप करती थी
15:17लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबोल किया
15:20जैसे वो है
15:21दोनों खानदान हार गए अपनी अना में
15:24लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं मुहबत में
15:27तो वीवर्स इसमें एक पेगाम मुझूद है
15:29हसीन चेहरे जो है
15:32वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
15:37लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है
15:39निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता
15:41असल निकाब तो हम अपने नज़रों पर चाड़ा लेते हैं
15:45ड्रमसिल के हवाले से अपने राय के जार लाजमी कमेंट करें
15:49साथ में ये हमारे योट्यूट का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए
15:52थैंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
15:54हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब खामोश तब लल्की थी
15:59तालीम में बेहतरीन इखलाक में मिसाली
16:02लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
16:05वो हमेशा निकाब करती थी
16:06किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
16:09यासर उसी उन्वस्टि में पढ़ता था
16:11वो हाजरा के करदार से मतासिर था
16:13लेकिन इसका निकाब यासर को तजस्स में मुबतला करता
16:17वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं
16:20बातनी रोशनी से भी चमकती है
16:22दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया
16:25बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
16:27लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया
16:30वज़ा यासर का तालुक इस खानदान से था
16:33जिससे इनके एक पुरानी खानदान ररंजश चली आ रही थी
16:37गर चोड़कर चली गी
16:40अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से निकाह कर लिया है
16:43कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार बगेर निकाह के सबने देगा
16:47इसका आदा चेहरा जल चुका था
16:50बच्छमन के एक हादसे में यही इसका रास्ता इसलिए वो निकाह आप करती थी
16:54लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबूल किया जिसे वो है
16:58दोनों खानदान हार गए अपनी अना में
17:01लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं मुहबत में
17:04तो वीवर्स इसमें एक पेगाम मुझूद है
17:06हसीन चेहरे जो है वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
17:13लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है
17:16निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता
17:18असल निकाब तो हम अपने नज़रों पर चड़ा लेते हैं
17:21ड्रमसिल के हवाले से अपने राय के जार लाजमी कमेंट करें
17:26साथ में ये हमारे योट्यूट का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए
17:29तेंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
17:30हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब खामोश तब ललकी थी
17:36तालीम में बेहतरीन इखलाक में मिसाली
17:38लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
17:41वो हमेशा निकाब करती थी
17:43किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
17:45यासर इसी उन्वस्टिय में पढ़ता था
17:47वो हाजरा के करदार से मतासिर था
17:50लेकिन इसका निकाब यासर को तजस्स में मुब्तला करता
17:53वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं
17:57बातनी रोशनी से भी चमकती है
17:59दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया
18:02बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
18:04लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया
18:07वजा यासर का तालुक इस खानदान से था
18:10जिस से इनके एक पुरानी खानदान ररंजश चली आ रही थी
18:14पिर एक राफ गर चोड़कर चली गी
18:16अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से निकाह कर लिया है
18:20कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार बगेर निकाह के सब ने देगा
18:24इसका आदा चेहरा जल चुका था
18:26बच्छमन के एक हादसे में यही इसका रास दा
18:29इसलिए वो निकाह करती थी
18:31लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबोल किया
18:33जैसे वो है
18:34दोनों खानदान हार गए अपनी अना में
18:37लेकिन यासर रहाजरा जीत के हैं महबत में
18:40तो वीवर्जिस में एक पेगाम मुझूद है
18:43हसीन चेहरे जो है
18:45वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
18:50लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है
18:53निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता
18:55असल निकाब तो हम अपने नज़रों पर चड़ा लेते हैं
18:58डरमसिल के हवाले से अपने राय के जार
19:01लाजमी कमेंट करें
19:02साथ में ये हमारे योडिव का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए
19:06तेंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
19:07हलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब
19:11खामोश तब ललकी थी
19:12तालीम में बेहतरीन इखलाक में मिसाली
19:15लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
19:18वो हमेशा निकाब करती थी
19:20किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
19:22यासर उसी इन्वस्टिय में पलता था
19:24वो हाजरा के करदार से मतासिर था
19:26लेकिन इसका निकाब यासर को तजस्स में मुबतला करता
19:30वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं
19:33बातनी रोशनी से भी चमकती है
19:36दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया
19:39बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
19:40लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया
19:44वजा यासर का तालुक इस खानदान से था
19:46जिससे इनके एक पुरानी खानदान ररंजिश चली आ रही थी
19:51पर ये गर चोड़कर चली गी
19:53अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से निकाह कर लिया है
19:57कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार बगेर निकाब के सब ने देगा
20:01इसका आदा चेहरा जल चुका था
20:03बच्छमन के एक हादसे में यही इसका रास था
20:06इसलिए वो निकाब करती थी
20:07लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबोल किया
20:10जैसे वो है
20:11दोनों खानदान हार गे अपनी अना में
20:14लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं मुहबत में
20:17तो वीवर्स इसमें एक पेगाम मुझूद है
20:19हसीन चेहरे जो है
20:22वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
20:27लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केड़़ार में होता है
20:29निकाब जिखा नहीं होता
20:31असलिकाब तो हम अपने नजरों पर चढ़ा लेते हैं
20:35व्रह्मसिल के हुआले से अपने राय के जहार
20:37लाजमी कमेंट करें
20:39आसमें हमारे योटिव का चैनल
20:41सब्सक्राइब करना मत बूलिए
20:42तेंक्स पर वाचिंग
20:43अला हाफिज
20:44हेलो वीवर्ज
20:46हाजरा एक बाहिजाब
20:48खामोश तब लड़की थी
20:49तालीम में बेहतरीन इखलाक में मिसाली
20:52लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
20:54वो हमेशा निकाब करता थी
20:56किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
20:59यासर उसी उन्वर्जटी में पड़ता था
21:01वो हाजरा के करतार से मतासिर था
21:03लेकिन इसका निकाब
21:04यासर को तजस्स में मुब्तला करता
21:07वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी
21:09खुबसूरती नहीं बादनी
21:11रोशनी से भी चमकती है
21:12दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया
21:15बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
21:17लेकिन हाजरा के गर वालों ने
21:19साफ इंकार कर दिया
21:20वज़ा यासर का तालुक इस खानदान से था
21:23जिस से इनके एक पुरानी खानदान
21:25रंजश चली आ रही थी
21:27पिर एक गर चोड़ कर चली गी
21:30अगले दिन खबर आई हाजरा ने
21:31यासर से निकाह कर लिया है
21:33कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार
21:35बगेर निकाब के सब ने देगा
21:37इसका आदा चेहरा जल चुका था
21:40बच्वन के एक हादसे में यही इसका रास था
21:42इसलिए वो निकाहब करती थी
21:44लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबूल किया
21:47जैसे वो है
21:48दोनों खानदान हार गे अपनी अना में
21:51लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं मुहबत में
21:53तो वीवर्स इसमें एक पेगाम मुझूद है
21:56हसीन चेहरे जो है
21:59वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
22:03लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है
22:06निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता
22:08असल निकाब तो हम अपने नज़रों पर चाड़ा लेते हैं
22:11ड्रमसिल के हवाले से अपने राय के जार लाजमी कमेंट करें
22:16साथ में ये हमारे योट्यूब का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए
22:19तेंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
22:20हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब खामोश तब लड़की थी
22:26तालिम में बेहतरीन इखलाक में मिसाली
22:28लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
22:31वो हमेशा निकाब करती थी
22:33किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
22:35यासर उसी उन्वेस्टिय में पढ़ता था
22:37वो हाजरा के करतार से मतासिर था
22:40लेकिन इसका निकाब यासर को तजस्स में मुब्तला करता
22:43वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं
22:47बातनी रोशनी से भी चमकती है
22:49दोनों में खामोश राफ़ता बरता गिया
22:52बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
22:54लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया
22:57वज़ा यासर का तालुक इस खानदान से था
23:00जिस से इनके एक पुरानी खानदान ररंजश चली आ रही थी
23:04पिर एक राफ गर चोड़कर चली गी
23:06अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से निकाह कर लिया है
23:10कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार बगेर निकाह के सब ने देगा
23:14इसका आदा चेहरा जल चुका था
23:16बच्छमन के एक हादसे में यही इसका रास था
23:19इसलिए वो निकाह करती थी
23:21लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबूल किया
23:23जैसे वो है
23:24दोनों खानदान हार गए अपनी अना में
23:27लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं महबत में
23:30तो वीवर्स इसमें एक पेगाम मوجود है
23:33हसीन चेहरे जो है
23:35वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
23:40लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है
23:43निकाह सिर्फ चेहरे का नहीं होता
23:45असलिकाब तो हम अपने नज़रों पर चाड़ा लेते हैं
23:48ड्रमसिल के हावाले से अपने राय के जार
23:51लाजमी कमेंट करें साथ में ये हमारे योट्यूब का चीनल
23:54सब्सक्राइब करना मत बुलिए
23:56तेंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
23:57हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब
24:01खामोश तब ललकी थी
24:02तालीम में बहतरीन इखलाक में मिसाली
24:05लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
24:08वो हमेशा निकाब करती थी
24:10किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
24:12यासर उसी उन्वस्टिय में पढ़ता था
24:14वो हाजरा के करदार से मतासिर था
24:16लेकिन इसका निकाब यासर को तजस्स में मुबतला करता
24:20वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं
24:23बातनी रोशनी से भी चमकती है
24:26दोनों में खामोश राफ़ता बरता गिया
24:28बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
24:30लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया
24:33वजा यासर का तालुक इस खानदान से था
24:36जिससे इनके एक पुरानी खानदान ररंजिश चली आ रही थी
24:41पर एक गर चोड़कर हाजरा अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से निकाह कर लिया है
24:47कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार बगेर निकाह के सब ने देगा
24:50इसका आदा चेहरा जल चुका था
24:53बच्वन के एक हादसे में यही इसका रास था
24:56इसलिए वो निकाह करती थी
24:57लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबोल किया
25:00जैसे वो है
25:01दोनों खानदान हार गए अपनी अना में
25:04लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं मुहबत में
25:07तो वीवर्स इसमें एक पेगाम मुझूद है
25:09हसीन चेहरे जो है
25:12वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
25:16लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केड़ार में होता है
25:19निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता
25:21असल निकाब तो हम अपने नजरों पर चाड़ा लेते हैं
25:25ड्रमसिल के हवाले से अपने राय किजार लाजमी कमेंट करें
25:29साथ में ये हमारे योडिव का चीनल सब्सक्राइब करना मत बूलिये
25:32तेंक्स पर वाचिंग, आला हाफिज
25:34हेलो वीवर्ज, हाजरा एक बाहिजाब, खामोश तब ललकी थी
25:39तालीम में बेहतरीन, इखलाक में मिसाली
25:42लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता
25:44वो हमेशा निकाब करती थी, किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा
25:49यासर इसी उन्वर्जटर में पढ़ता था, वो हाजरा के करदार से मतासिर था
25:53लेकिन इसका निकाब यासर को तजस्स में मुबतला करता
25:57वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं, बातनी रोशनी से भी चमकती है
26:02दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया, बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा
26:07लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया
26:10वजा, यासर का तालुक इस खानदान से था, जिससे इनके एक पुरानी खानदान ररंजश चली आ रही थी
26:17पर एक राफ़ दर चोड़कर हाजरा चली गी, अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से निकाह कर लिया है
26:23कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार बखेर निकाह के सब ने देगा, इसका आदा चेहरा जल चुका था
26:29बच्छमन के एक हादसे में यही इसका रास था, इसलिए वो निकाह करती थी
26:34लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबोल किया, जैसे वो है
26:38दोनों खानदान हार गए अपनी अना में, लेकिन यासर रहाजा जीत के हैं महबत में
26:43तो वीवर्जिस में एक पेगाम मुझूद है, हसीन चेहरे जो है, वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिका सकती
26:53लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है, निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता, असल निकाब तो हम अपने नजरों पर चणा लेते हैं
27:01ड्रामसिल के हवाले से अपने राय कि जार लाजमी कमेंट करें साथ में ये हमारे यूरूप का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए तेंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
27:10हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब खामोश तब ललकी थी तालीम में बेहतरीन इखलाक में मिसाली लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता वो हमेशा निकाब करती थी किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा यासर इसी इन्वस्टिय में पढ़ता था वो हाजरा क
27:40उसके खामोश राफ़ता बलता गिया बलाँ यासर ने रिच्टा बेजा लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया वजह यासर का तालुक इस खालब किसका इसे पुरादान रंजश चलि आ रही थी पर एक राद उन्म चोड़़कर चली की अगले दिन खबर आ�
28:10ती लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबूल किया जैसे वो है दोनों खानदान हार गए अपनी अना में लेकिन यासर रहाजा जीत के हैं महबत में तो वीवर्जिस में एक पेगाम मुझूद है हसीन चेहरे जो है वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती ले
28:40कि जार लाजमी कमेंड करें साथ में यह हमारे यूरूप का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए तैंक्स वार वाचिंग अलाहाफिज हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब खामोश तब ललकी थी तालीम में बहतरीन इखलाक में मिसाली लिकिन इसके खामोशी में एक �
29:10जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं बातनी रोशनी से भी चमकती है दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया वज़ा यासर का तालुक इस खालुक इस खालुक इ
29:40का इसका आदा चेहरा जल चुका था बच्वन के एक हादसे में यही इसका रास्ता इसलिए वो निकाब करती थी लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबूल किया जैसे वो है दोनों खानदान हार गे अपनी अनामे लेकिन यासर और हाज़ा जीत के हैं मुहबत में तर्भी वर्�
30:10पहरे का नहीं होता असलिका तो हम अपने नज़रों पर चाड़ा लेते हैं ड्रमसिल के हवाले से अपने राय के जार लाजमी कमेंड करें साथ में यह हमारे यूट्यूप का चीनल सब्सक्राइब करना मत बूलिए थैंक्स वार वाचिंग अल्हाफिज हेलो वीवर्ज हा�
30:40वो हाजरा के करदार से मतासिर था लेकिन इसका निकाब यहासर को तजस्स में मुब्तला करता वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं बातनी रोशनी से भी चमकती है दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया बलाखिर यह ने रिश्टा बेजा लेकिन हा
31:10खबर आई हाजरा ने यहासर से निकाब कर लिया है कुछ दिन बाद हाजरा को पहली बार बगेर निकाब के सब ने देगा इसका आदा चेहरा जल चुका था बच्छमन के एक हादसे में यही इसका रास्ता इसलिए वो निकाब करती थी लेकिन यहासर ने इसे वेसा ही कबो
31:40अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती।
31:43लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है।
31:46निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता।
31:48असल निकाब तो हम अपने नज़रों पर चड़ा लेते हैं।
31:52ड्रमसिल के हुआले से अपने राय के ज़ार लाजमी कमेंड करें।
31:55साथ में ये हमारे योडिव का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए।
31:59थैंक्स पर वाचिंग अला हाफिज।
32:00हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब खामोश तब लड़की थी।
32:06तालिम में बहतरीन इखलाक में मिसाली लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता।
32:11वो हमेशा निकाब करती थी।
32:13किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा।
32:15यासर उसी इन्वस्टिय में पढ़ता था।
32:17वो हाजरा के करदार से मतासिर था।
32:20लेकिन इसका निकाब यासर को तजस्स में मुब्तला करता वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं बातनी रोशनी से भी चमकती है।
32:30दोनों में खामोश राफ़ता बलता गिया बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा।
32:34लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया।
32:37वजा यासर का तालुक इस खानदान से था जिससे इनके एक पुरानी खानदान ररंजिश चली आ रही थी।
32:44पर ये एक राफ़ गर चोड़कर चली गी।
32:46अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से निकाह कर लिया है।
32:50कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार बगेर निकाह के सब ने देगा।
32:54इसका आदा चेहरा जल चुका था।
32:56बच्छमन के एक हादसे में यही इसका रास्ता है।
32:59इसलिए वो निकाह करती थी।
33:01लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबूल किया जैसे वो है।
33:05दोनों खांदान हार गए अपनी अनामे।
33:08लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं मुहबत में।
33:11तो वीवर्स इसमें एक पेगाम मुझूद है।
33:13हसीन चेहरे जो है वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती।
33:20लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है।
33:23निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता।
33:25असल निकाब तो हम अपने नज़रों पर चाड़ा लेते हैं।
33:28ड्रमसिल के हवाले से अपने राय के ज़ार लाजमी कमेंड करें।
33:32साथ में ये हमारे यूरूट का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए।
33:35तेंक्स पर वाचिंग अला हाफिजू हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब खामोश तब ललकी थी।
33:42तालिम में बहतरीन इखलाक में मिसाली लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता।
33:48वो हमेशा निकाब करती थी। किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा।
33:52यासर उसी इन्वस्टिय में पढ़ता था।
33:54वो हाजरा के करदार से मतासिर था।
33:56लेकिन इसका निकाब यासर को तजस्स में मुब्तला करता वो जानता था कि वो सिर्फ जाहरी खुबसूरती नहीं बादनी रोशनी से भी चमकती है।
34:06दोनों में खामोश राफ़ता बढ़ता गिया बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा।
34:11लेकिन हाजरा के गरवालों ने साफ इंकार कर दिया।
34:13वजा यासर का तालुक इस खानदान से था जिससे इनके एक पुरानी खानदान ररंजश चली आ रही थी।
34:21पर एक गर चोड़ कर चली गी।
34:23अगले दिन खबर आई हाजरा ने यासर से निकाह कर लिया है।
34:26कुछ दिनों बाद हाजरा को पहली बार बगेर निकाह के सबने देगा।
34:31इसका आदा चेहरा जल चुका था।
34:33बच्छमन के एक हादसे में यही इसका रास्ता है।
34:36इसलिए वो निकाह करती थी।
34:37लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबोल किया जैसे वो है।
34:41दोनों खानदान हार गए अपनी अना में लेकिन यासर रहाज़ा जीत के हैं महबत में।
34:47तो वीवर्जिस में एक पेगाम मुझूद है।
34:49हसीन चेहरे जो है वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती।
34:56लेकिन हुसन चेहरे में नहीं केरदार में होता है निकाब सिर्फ चेहरे का नहीं होता असल निकाब तो हम अपने नज़रों पर चाड़ा लेते हैं।
35:04ड्रमासील के हावाले से अपने राय के जाहर लाजमी कमेंड करें।
35:08कमेंट करें साथ में ये हमारे यूरूप का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए थैंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
35:13हेलो वीवर्ज हाजरा एक बाहिजाब खामोश तब ललकी थी तालीम में बेहतरीन इखलाक में मिसाली लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता वो हमेशा निकाब करता थी किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा यासर इसी इन्वस्टि में पढ़ता था वो हाजरा के
35:43खामोश राफ़ता बरता गिया बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया वज़ा यासर का तालुक इस खानदान से था जिससे इनके एक पुरानी खानदान ररंजिश चली आ रही थी पिर एक गर चोड़कर चली गी अगले
36:13लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबोल किया जैसे वो है दोनों खानदान हार गए अपनी अना में लेकिन यासर और हाज़ा जीत के हैं मुहबत में तो विवर्जिस में एक पेगाम मुझूद है हसीन चेहरे जो है वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती
36:43कि जार लाजमी कमेंड करें साथ में ये हमारे यूरुट का चीनल सब्सक्राइब करना मत बुलिए तैंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
36:50हेलो विवर्ज हाजरा एक बाहिजाब खामोश तब ललकी थी तालीम में बेहतरीन इखलाक में मिसाली लेकिन इसके खामोशी में एक रास चुपाता वो हमेशा निकाब करती थी किसी ने कभी इसका चेहरा नहीं देखा यासर इसी इन्वस्टर में पढ़ता था वो हाजरा
37:20इसके खामोश राफ़ता बलता गिया बलाखिर यासर ने रिश्टा बेजा लेकिन हाजरा के गर वालों ने साफ इंकार कर दिया वजा यासर का तालुक इस खानदान से ता जिससे इनके एक पुरानी खानदान ररंजिश चली आ रही थी पिर एक गर चोड़कर चली गी अ�
37:50लेकिन यासर ने इसे वेसा ही कबूल किया जैसे वो है दोनों खानदान हार गए अपनी अना में लेकिन यासर और हाज़ा जीत के महबत में तो वीवर्जिस में एक पेगाम मुझूद है हसीन चेहरे जो है वो कभी भी अपने बातीनी खुबसूरती नहीं दिखा सकती लेक
38:20कि जार लाजमी कमेंट करें साथ में ये हमारे यूरूप का चीनल सब्सक्राइब करना मत बूलिए तैंक्स पर वाचिंग अला हाफिज
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