00:00एक शक्स ने रसूल लास नालाहु आलिही वसल्म से शिकायत की एक फुला शक्स रात भर नमाज पढ़ता है और सुबह उतकर चुरी करता है तो रसूल लास नालाहु आलिही वसल्म ने जवाब दिया
00:15असलाम आलिही कुम और रह्मत ल्लाही वराकातों महतरम हज़रा अमीद है आप सब खेरियत से होंगे
00:30नमाज की एक बड़ी खुबी ये है कि नमाज शक्स का जमीर जिन्दा रहता जो उसे हर बुरे काम से बराबर रोकता रहता
00:40और जल्द या बदेर नमाज की बरकत से बड़े बड़े गुनाहों से बचने की दौलत नसीब हो जाती है
00:49अल्लाह ताला का इर्शाद है इन्नसुलात तनहा अनिल्फषाई वल्मुनकर के बेशक नमाज रोकती है बेहाई और मुनकर कामों से
01:01एक शक्स ने रसूललाह सलोलाह से शिकायत की एक फुना शक्स रात भर नमाज पढ़ता है और सुबह उटकर चोरी करता है
01:12तो रसूललाह सलोलाह सलोलाह अलीह वसल्म ने जवाब दिया कि ये नमाज अनकरीब उसे इस काम से रोक देगी
01:21नहीं उसकी चोरी छुड़ा देगी और जो शक्स नमाज पढ़ने के साथ साथ किसी गुनाह का आदी हो तो उसे अपनी नमाज का जाइज़ा लेना चाही
01:33कि कहीं उसकी नमाज में कोई ऐसी कोता ही तो नहीं हो रही है कि नमाज का असर जाहर नहीं हो रहा है
01:41बाद मौकोफ रवायतों में मरवी है कि जिस शक्स की नमाज उसे बेहाई और गुनाहों से ना रोक सके तो गोया उसकी नमाज ही नहीं होती
01:52लिहाज़ा अपनी इसलाह के लिए नमाज की आदाम और शरायत के साथ अदाईगी का इहत्माम करना चाहिए
02:01जतना ज्यादा इहत्माम और खुशु और खुशु के साथ नमाज पढ़ी जाएगी
02:06इन्शालला उतना ही गुनाहुसे नफरत का जजबा पैदा होगा
02:12और इताएगी तरफ रगबत का दाईया उपरेगा
02:15अल्ला ताईला हम सब को सही तरीके से नमाज पढ़ने की तौफिक का फरमाए आमीन
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