SIR पर सियासी संग्राम के बीच बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं। ड्राफ्ट रोल जारी होने के बाद तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा कर सनसनी फैला दी कि उनका नाम वोटर लिस्ट से काट दिया गया है। लेकिन चुनाव आयोग को घेरने के चक्कर में तेजस्वी यादव सेल्फ गोल कर बैठे। बीजेपी ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव ने दो वोटर आईडी कार्ड रखकर अपराध किया है। बीजेपी के आरोपों के बाद चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है।
00:00SIR पर सियासी संग्राम के बीच बिहार विधान सभा में नेतव प्रतिपक्ष तेजश्वी यादव बड़ी मुश्किल में फस गए हैं।
00:30SIR पर गंभीर आरोप लगा जिसके बाद चुनावायोग हरकत में आया और तेजश्वी यादव को नोटिस जारी कर इस पस्टिक्रण मांगा।
01:00और एक पहले तेजश्वी यादव ने अपने ही हलफ नामे में भरा हुआ था दो हजार बीस में।
01:07दो हजार पंदरह से दो हजार पच्चीस तक वही उनका एपिक नमबर था और वो नमबर था आर एबी सुन्य चार पांच छे दो दो आट आप बताईए ये दो दो दो एपिक कार्ड नमबर कैसे हैं तेजश्वी यादव जी के पास।
01:29क्या तेजश्वी यादव के पास दो वोटर आईडी कार्ड थे। इस मामले में NDA हमलावर है, NDA के नेताओं ने कहा है कि तेजश्वी यादव और RGT की जाल साजी उजागर हो गई है।
01:59फस गए, अपने मकड जाल में फस गए, इनका नाम सवड़ी मक्षरों में निखाएगा, बिहार के अधुनिक कालिदास हैं, जिस डाल पर बैठे खुद का काट लिया।
02:06इसके बावजूद RGT का रुक बदला नहीं है, पार्टी अभी भी चुनाव आयोग पर सवाल उठा रही है, और SIR की प्रिक्रिया को पच्छपातपूर बता रही है।
02:34आप तो बदल के बता रहे हो ना, जब चोरी में पकड़े गए तब ना, यह बात बताना ना पड़ेगा आपको, कि चोरी में पकड़े गए आप, अब बताएगे कि परिवारिक पूरे जो सुची होती है SIR की, वो एक साथ होती है, इनका अलग आप बाकी लोगों का अलग
03:04पहारत में दो मोटर आईडी कार्ड या EPIC नमबर रखना आपराध है, यह है Representation of the People Act 1950 और 1951 के तहट दंडन ये क्रत्य है, ऐसे में चुनावायो को घेनी की कोशिश में, तिजस्वी यादव खुद ही बुरे फस्ते नजर आ रहे हैं
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