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00:00हमारी खुशियों का पैमाना वही है हम समझ नहीं रहे हैं कि हर बच्चा जो पैदा हो रहा है वो हजारों पेडों और हजारों पश्वों की लाश पर पैदा हो रहा है
00:30क्लाइमिट चेंज का असर जो है आप साफ साफ दिखने लगा है हम लोगों को हम लोग इसका इलाज चतही तौर पर कर रहे हैं जैसे की पेड़ लगाना हो गया तुम पांच नहीं तुम बीस नहीं तुम सौ पेड़ भी लगा दो तुम 500 पेड़ भी लगा दो उससे भी कु�
01:00करो कोईड के दिनों में देखा था ना बच्चा की जा रहे हो बच्चा का आया है ऑप से घर आएगा उसके लिए वह क्योंग हूं
01:16और या जगंतें प्रणाम य कि अचा रहा है च्लाम अचारे जी
01:26अचारे जी climate change का असर जो है अब साफ साफ दिखने लगा है हम लोगों को और हम लोग इसका इलाज बहुत सतही तौर पर कर रहे हैं जैसे कि पेड़ लगाना हो गया और पुराने कपड़े वाल वार पहनना है ना और कई जगा तो ऐसा भी होता है मैंने देखा WhatsApp status पर की Gmail delete करन
01:56उसको लिड़ करने के लिए बोल रहे हैं और वीगन मुव्मेंट में यह भी देख रहा हूं कि मेटलेस मंडे बना रहे हैं कि मंडे के दिन मीट मत खाओ तो परियावन थोड़ा बचा रहे हैं और इतना करके सोच रहे कि यह काफी है सही है चल चल रहा है चलेगा अगर ऐस
02:26दिमाग में कोई माननेता भर दिमाग में कोई विचार धारना भर दिया किसी चीज से पूरा
02:55दिमाग जो है ब्रेन है वो भर डाला ताकि सच्चा ही छुप जाए तो ऐसी ग्रीन वाशिंग है
03:02ग्रीन वाशिंग का मतलब होता है कि जो चीज
03:07पर्यावरण की बहुत कम मदद कर पाएगी या कोई मदद नहीं कर पाएगी उसको ऐसे प्रदर्शित करना
03:16जैसे वो पर्यावरण के लिए बड़ी अच्छी हो हितकारी हो यह ग्रीन वाशिंग कहलाती है क्यों क्यूंकि आम आदमी को और तो कुछ पता है नहीं पर्यावरण के बारे में पर इतना वह अब हर जगह से सुन रहा है 20 साल से कि पर्यावरण खत्रे में है
03:34ठीक है ना यहां तक कि उसके घर के छोटे बच्चे भी उसको बता देते हैं कि हमने आज अपनी टेक्स्ट बुक में पढ़ा कि इन्वारणमेंट
03:45इस इन डेंजर पर्यावरण खत्रे में है तो यह जो ग्रीन शब्द है ग्रीन माने इको फ्रेंडली
03:55जो ग्रीन शब्द है यह फैशनेबल बन गया है प्रचलन में आ गया है कि फरानी चीज ग्रीन है ग्रीन
04:09तो हर आदमी कहता है कि भाई मुझे भी थोड़ा नैतिक बने रहना है
04:18नीट टो बी ऑन दे राइट साइड ऑफ मोरालिटी
04:24तो मैं भी यह देखाऊं कि मैं भी एकलोजी के लिए इन्वायन्मेंट के लिए कुछ कर रहा हूं
04:32यह एक नए तरीके का प्रचलन है फैशन है कि यह दिखाना कि देखो मुझे में भी पर्यावरण के प्रतिकुछ संवेदन शीलता है
04:43और जो करना वह ऐसा हो कि शून्य महत्तों का हो यह बहुत कम महत्तों का हो पर दिखाना ऐसा जैसे बहुत बड़ा गाम कर दिया हूं यह कहलाता है ग्रीन वाशिंग
04:56कि एक तरह की धोखेवाजी है यह पाखंड है कि ओजोन लेयर में जब मैं मैं चात्र था उस समय पर उजोन लेयर में बहुत बड़ा च्छेद हो गया था एक फुटबॉल स्टेडियम से ज्यादा बड़ा और उससे जो अल्ट्रा वाइलेट रेज आती थी एंसर खत्रा ब
05:26एमिशन से तो बैन कर दिये गए और वहां पर एक ही कारण था कि जो सीएफसी होते थे लगातार बने नहीं रहते हैं अवाज में एट्मॉस्फियर में तो बहुत च्छोटी समस्या थी हो हल कर ली मैं बता किसलिए रहा हूं बता इस
05:56ले रहा हूं कि आज भी मार्केट में ऐसे प्रोडक्ट साते हैं जिन में लिखा रहता है सीएफसी फ्री भाई सीएफसी फ्री क्या बता रहे हो सीएफसी तो लीगली बैंड है सीएफसी तो होई नहीं सकता तुम्हारे प्रोडक्ट में तो सीएफसी फ्री बताकर नंबर क
06:26है क्या बता दिया कि ऐसी फ्री है कि यह ऐसे समझ लो कि
06:40कि मीट कि मीट का का पैकेट है और उस पर लिखा हुआ है कि
06:49एको फ्रेंडली क्यों लिखा है क्योंकि वह लोग पहले उसमें प्लास्टिक की भी रैपिंग करते थे अब वो प्लास्टिक की नहीं कर रहे हैं तो लोने कह दिया कि हमारे एको फ्रेंडली हो गया कैसे हो गया अंदर तो मीट है
07:03जो सबसे ज्यादा पर्यावरण के लिए खतरनाक है वो जीज अंदर है पर ऊपर एक छोटी सी चीज कर दी कि थोड़ा सा प्लास्टिक खटा दिया और क्या कहा दिया कि हम भी इको फ्रेंडली है हम भी इको फ्रेंडली है
07:16बात समझ भी आ रही है
07:17हम या कि किसी कंपणी ने बोल दिया कि साहब हम फलाने तरीकर से इको फ्रेंडली हो गए क्या ernा
07:29तौर पर अपने हैं उप स्कुर्ट्टिक हरे हमारे यहां पर आफ मुस्ट को यह सोता है हम उसकी आइसे
07:39recycling कर देते हैं और यह company भी बोलने लग गई कि हम भी इको फ्रेंडली है हकीकत यह है कि तुम्हारा जो कोर काम है as a company as an organization तुम्हारा काम ही है ecology का destruction लेकिन तुम्हारे जो employees आते हैं उनका जो waste होता है office में उसकी तुमने recycling करवा करके इतना बड़ा एक banner छपवा दिया अपने आ�
08:09दूसरे को बेवकूफ बनानगा या खुद को बियावकूफ बनाना यह जता करके हम हम भी पर्यावरण की चिंता करते हैं
08:19कि इसमें Green Washed मेंज्म जो जो एक बहुत बड़ी चीज होती है वह होती यह पेड़ लगाना
08:24कि हम तो पेड़ लगाते हैं हम तो पेड़ लगाते हैं
08:32कि और आम अग्मी के मन में अभी भी ये कहीं से भावना बैठी हुई है कि क्लाइमेट चेंज को पेड़ लगाकर रोका जा सकता है या कि पेड़ लगाने से
08:41क्लाइमेट चेंज के रुकने का कुछ संबंध है बहुत बहुत कम संबंध है पेड़ लगाना बहुत बड़ी ग्रीन वाशिंग और यह मुश्किल नहीं होना चाहिए देखना क्योंकि जितनी भी बाते हमें बताई जा रही है कि यह करो तो क्लाइमेट रुकेगा वह करो तो
09:11हो और आप यह भी जानते हो कि दुनिया का कारवन एमिशन कितना और कितना घटाना है सारे आंकड़े मौजूद है उसमें कोई बहुत भारी गणित नहीं लगनी है सीधा सीधा प्लस माइनस का हिसाब है जोड़ लो या गुणा कर लो या भाग दे दो सब दिख जाएगा स
09:41एक पेड़ आप लगाते हो अगर वो पेड़ बचा रहा उसके बचने की संभावना यह जो आम आदमी जो पेड़ लगाता है उस पेड़ की प्रजाती के नेटिव होने की संभावना और फिर उसके बचे रहने की संभावना
10:00पांच से दस प्रतिशत होती है
10:03आपने पेड़ लगा दिया वो वी साल लगता है उसको पूरा एक मदमस्त व्रिक्ष बनने में
10:13इतना समय लगता है
10:17अब वो कुछ प्रजातियां ऐसी भी होती है जो मानलो दस साल में ही पूरा एकदम व्रिक्ष बन जाए
10:25पर उसके इतना बचे रहने की संभावना ही पांच से दस प्रतिशत है
10:31वो नहीं बचा रहेगा बचा भी रहेगा तो जरूरी नहीं कि आपने सही प्रजाति लगाई हो
10:37सब कुछ ठीक चला प्रजाति भी सही थी बचा भी रह गया
10:43तो बीस साल बाद वो जो पेड़ है वो प्रतिवर्ष बीस किलो कारबन डाय उकसाइड सोखेगा
10:51और जो आम भारती है मध्यम वर्गी यह भारती है यह प्रतिवर्ष 5000 किलो कारबन डाय उकसाइड का उत्सरजन करता है
11:05जब तक वो पेड़ बड़ा होगा तब तक 20 साल में आपने 5000 गुणा 20
11:135000 किलो कार्बन डाय उक्साइड प्रतिवर्ष 20 सालों तक
11:18तो 5000 गुणा 20 केतना होता है
11:20आपने 1,00,00 किलो कार्बन डाय उक्साइड
11:27एमिट कर रखी होगी
11:30और पेड़ सोखता है 20 किलो प्रतिवर्ष
11:36आपने 1,00,00 किलो पहले ही एमिट कर रखी है
11:39और उसके बाद आप 5000 किलो प्रतिवर्ष और एमिट कर रहे हो और भारत चू की एक विकासशील देश है इसलिए साल दर साल आपका एमिशन बढ़ी जा रहा है आज अगर आप 5000 किलो एमिट कर रहे हो आप मैं एक भारती मध्यम वर्गिये वेक्ते को ले रहा हूं आप आज अ
12:09वह भी तब अगर जी गया 20 साल लेकिन एक पेड़ लगा करके आप अपने आपको फन्नेखा मानते हो आप कहते हो देखा मैंने पांच पेड़ लगाने से क्या हो जाएगा
12:23और तुम पेड़ ऐसी जगह लगा रहे हो हो सीचने के लिए पानी भी पंप चला कर आता है
12:31माले छीटने के लिए पानी कार्बन एमिशन से आता है
12:35अब जहाँ तुम लगा ओग तो सीचवे जंगल में पेड़ होता तो सीचना नहीं पड़ता है
12:40तुम्हारे इस पेड़ लगाने की कोई हैसियत है
12:46लेकिन लोग बड़े पर्यावरण मित्र बने जा रहे हैं पेड़ लगा लगा के
12:54तुम पांच नहीं तुम बीस नहीं तुम सौ पेड़ भी लगा दो
12:57तुम 500 पेड़ भी लगा दो उससे भी कुछ नहीं होगा
12:59जो तुमारी पूरी जीवन शैली है वही जंगलों को काटने पर आधारित है
13:07एक बार थोड़ा गणेत कर लेना
13:09प्रत्वी इस वक्त
13:14प्रत्वी मनें इंसान जो प्रत्वी पर है
13:18इस वक्त जितना कारबन डाय उक्साइड आ गया है वातावरण में तो आई गया है
13:25उसके उपर से प्रतिवर्ष 56 गिगा टन कारबन डाय उक्साइड एक्विवेलेंट
13:31वातावरण में हम जोड रहे हैं
13:35जो पहले से है वो तो है यह मुसकी नहीं बात कर रहे हैं
13:38जो पहले से ही हमने करतूत कर डाली उसको हटाओ उसके उपर से 56 गीगाटन प्रतिवर्श हम जोड़ रहे हैं जितना जोड़ रहे हो बस वही न जोड़ो इसके लिए कितने पेड़ लगेंगे एक बार लगा लो
13:4756 गीगाटन कार्बन डायोकसाइड तुम प्रतिवर्श वातावरण में जोड़ रहे हो और एक पेड़ 20 किलो कुल सोखता है तो तुम्हें कितना जंगल चाहिए ज़र लगाओ हिसाब जितना तुम्हें जंगल चाहिए प्रत्वी परुदनी जगई नहीं है
14:03हर इंसान को इतने पेड़ लगाने पड़ेंगे कि वह फिर एक बाग बगीचा नहीं हर इंसान को एक बहुत बड़ा विशाल जंगल लगाना पड़ेगा तब भी तुम जितना एमिशन कर事情 कर रहे हो तब भी तुम नहीं रोक सकते
14:18पेंड लगाना तो किसी तरीके से समस्या का हल है यह नहीं हाँ ग्रीन वाशिंग है तुम अपनी नजर में पवित्र पाक साफ बन जाओगे कि मैंने कुछ तो किया तुमने कुछ किया नहीं तुम समस्या सुझा नहीं रहे हो तुम ही समस्या हो यह पेंड लगा रहे हैं न क्
14:48तुम्हारी जू जिन्दगी है दस मिलियन हैक्टेयर वर्ष प्रतिवर्ष और दस मिलियन है ч. इतना जंगल प्रतिवर्ष प्रत्वी से साफ किया जा रहा है किस चाइर रहे हुद5 हम जैसे जिन्दगी जी रहे हैं
15:10दर्शन लेकर बैठे हैं जीवन की जो कामना लेकर बैठे
15:40सफल सुखी जीवन क्या होता है कि इसकी जो हम मानने ताज अच्छा भी लेकर बैठें जब तक आपकी वही रहेगी तब तक जंगल कटता रहेगा तुम लाखो पेड़ कटवाने वाले तुम एक पेड़ लगा करके अपने आपको अपराध से बरी कर लेना चाहते हो यह ग्र
16:10पेड़ लगाए हैं हम क्लाइमेट चेंज की बाद इसलिए करते हैं दागि तुम जैसे लोग जो दो पेड़ लगा करके अपने आपको बरी कर लेते हैं तो मैं फिर से अपराधी खोशित किया जा सके
16:28असली दोशी कौन है समझो
16:30दुनिया का अधिक से अधिक कार्बन एमिशन तुम कर ही नहीं रहे हो तुम क्या कह रहे हो कि मैं
16:39एसी कम चलाऊंगा या पंखा कम चलाऊंगा तो कार्बन एमिशन कम हो जाएगा
16:48तुमसे हो इनी रहा है जिन से हो रहा है वो तुम्हारे पूज्य बैठे है तुमने उनको देवताई मान लिया है
16:57ज्यादा से ज्यादा कार्वन एमिशन करने वाले और करवाने वाले दुनिया के एक प्रतिशत और अधिक से अधिक कहलो तो पांच प्रतिशत सबसे धनी लोग हैं वो हैं धनी ताकतवर यह लोग हैं जो कार्वन एमिशन करते हैं
17:16मैं तुमको बरी नहीं कर रहा कि फिर जब वो करते हैं तो हमारा तो उसमें कोई योगदान नहीं तो हम क्यों सुने
17:26मैं क्या रहा हूं वो इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि तुमने उनको छूट दे रखिये करने की
17:32वो इसलिए कर पा रहे हैं क्योंकि तुम ही उनी की उनी की बनाई चीज़े खरीदते हो तुम्हारे ही दिये गए पैसे से मुनाफ़ा कमा करके और ज्यादा कारवन एमिशन करते हैं
17:43वो सुर्फ द्योगपती नहीं हो नेता भी है वो द्योगपती नहीं इतना फलफूल सकता बिना नेता से साठगाट के और नेता वही इसको तुम वोट देते हो
17:53और सिर्फ बात उसको पैसा देने की नहीं है तुम उसे पैसा ही नहीं दे रहे हो तुम उसे दिल देते हो तुम उसे इज़त देते हो तुमने उसे आधर्ष बनाया है तुम उसके ऐसा बनना चाहते हो
18:05उसे में बता रहा था कि धुनिया का एक धनी आदमी
18:14एक दिन में अपने प्राइवेट जेट से
18:17जितना कार्बन एमिशन कर देता है
18:21एक दिन में एक दिन में भी नहीं दो घंटे में
18:27एक धनी आदमी अपने प्राइवेट चेट से दो घंटे में इतना कार्वन एमिशन कर देता है एक औस एवरेज भारतिये को पच्छेस सौ साल लगेंगे उतना कार्वन एमिशन करने में औस भारतिये गरीब भारतिये नहीं बोल रहा वह सथ मध्यमवर्गी भारतिये को
18:40एक औस भारतिये पच्छिस सौ साल एमिशन करें और वो एक अमीर आदमी दो घंटे अपना जेट चला दे बराबर हो गया
18:48और तुम सोच रहे हो कि तुम ये पंखा कम चलाओगे और इसी कम चलाओगे तो इससे हो जाएगा बिलकुल पंखा कम चलाना चाहिए मैं नहीं कहा रहा हूं और चलाओ मैं नहीं कहा रहा हूं कि गाड़ी में और धुआ निकालो मैं नहीं कहा रहा हूं ये सब मैं नहीं कह
19:18इंडस्ट्रियलिस्ट बनकर
19:22पॉलिटीशियन बनकर
19:23सेलिब्रिटी बनकर
19:24ये हैं असली अपराधी
19:26और ये बोलकर दोहरा रहा हूँ
19:29मैं तुमको बरी नहीं कर रहा हूँ
19:30मैं तुमको बता रहा हूँ
19:31कि इंडस्ट्रियलिस्ट को पैसा भी तुम देते हो
19:34और इज़त भी तुम देते हो और नेता को वोट तुम देते हो तो तुम इस तरह से अपराधी हुए
19:40तुम्हारा अपराध यह नहीं है कि तुम खुद एमिशन्स ज्यादा करते हो तुम्हारा अपराध यह है कि जो एमिशन्स करते है
19:46तुम उनका समर्थन करते हो, समर्थन ही नहीं करते, तुम उने सम्मान देते हो, सम्मान ही नहीं देते, तुम उनको पूझते हो
19:54तुम कभी नहीं पूछते कि तुम्हारा जो
19:57फेवरिट सेलिबरिटी है उसा Carbon Footprint कितना है
20:00यह तुम्हारा अपराद है
20:01चुनाव होते हैं कोई तुमसे recognise
20:05वोट मांगने आता है तुम उसे कभी नहीं पूछते
20:07तुम्हारे मैनिफेस्टों में कार्बन का है है
20:08बड़े नेताजी अपना बड़ा जलसा, बड़ा काफिला, बड़ा हेलिकॉप्टर दिखा कर तुमको प्रभावित, इंप्रेस कर ले आते हैं
20:18और तुम नहीं पूछते कि इसका कार्बन फूट्प्रिंट कितना है, ये तुम्हारा अपराद है
20:21तुम जितनी बड़ी चीज देखते हो, तुम उतना इंप्रेस होते हो, जितनी बड़ी चीज देखो, इंडस्रियल अक्टिविटी में, हुमेन कंस्ट्रक्शन में, तुम्हें उतना पूछना चाहिए, पर ये तो प्रत्वी की तबाही है, ये तुम्हारा अपराद है
20:36तुम्हारे सपने क्या हैं, ये उद्योपती, अमीर, सेट तै कर रहा है, ये तुम्हारा अपराद है कि तुम अपने सपनों को उनकी कठपुतली बना देते हो, तुम कहते हो वो जैसे हैं, वैसे ही मुझे होना है
20:55Celebrity तै करता है कि तुम्हारे विचार और भावनाएं कैसे होंगी
21:01ये तुम्हारा अपराद है
21:02Directly तुम अपराद ही नहीं हो
21:09कि तुमने बहुत emission कर दिया
21:11औसत भारतिय बस 2000 किलो emission करता है
21:15इतलिए मैंने मध्यमवर्गी को कहा था कि 5000 किलो
21:18औसत भारतिय बस 2000 किलो emission करता है
21:22ये बहुत कम है
21:24इतना अगर पूरी दुनिया करने लगे
21:26इतना कम emission अगर पूरी दुनिया करने लगे
21:29तो climate change की समस्या खत्म हो जाए
21:31तो मैं औसत भारतिय को गुनहगार कैसे ठहरा दूँ
21:34वो तो बिचारा कुछ emission करी नहीं रहा है
21:36लेकिनों फिर भी अपरा दिये
21:38इंडाइरेक्टली अपरा दिये
21:39तुम इंस्टाग्राम में जिसको देख रहे हो न
21:46उसी ने तुम्हें बरबाद किया है
21:48तो उपने celebrity को देखते हो
21:49उसी ने तुम्हें बरबाद किया है
21:51बस यह है कि तुम्हें बरबाद करके
21:53वो अमेरिका उड़ जाएगा लंदन उड़ जाएगा
21:55उड़ गया है
21:57climate change की सबसे बड़ी गाज भारत पर गिरनी हो
22:02भारत में रहे गई नहीं बरबाद होने को
22:03वो तुम्हें भारत में छोड़के खुद उड़ गया फुर्र हो गया
22:11कि ग्रीन वाशिंग मत करो कि पेड़ लगाने से नहीं होगा
22:18कि अभी आज ही यह मुझे कुलिशन यह डॉक्रिमेंट दिखा रहा था लाओ कुछ आकड़े हैं कोई विशेश आकड़े नहीं है
22:29बहुत सभारन आकड़े सबको पता होने चाहिए कि इंटरनेट से निकालने इन्हों ने
22:34एक पेड़ एक पेड़ तुम्हारा कितने किलो सोखता है 20 किलो 20 किलो हमने माना है कि वह ऐसा पेड़ दमदार पेड़ होते हैं जो अब दिल्ली और हर्याना और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पेड़ पाए जाते हमारे दुबले पतले बिचारे को पोशित पेड़
23:04यह तो 10-15 किलो भी प्रतिवर्ष न सोख पाएं यह जो हमने काटों वाले और छोटी पत्तियों वाले यह बबूल की कर लगा रखें यह थोड़ी बहुत सोखते हैं इन्में तो पत्ति यह नहीं क्या सोखेंगे
23:17और यह लोग जो ट्रांस एटलंटिक फ्लाइट लेते हैं 20 किलो पेड़ का था और जो ट्रांस एटलंटिक है लेते हैं
23:24फ्लाइट रांड ट्रिप सिर्फ एक फ्लाइट कितना होता है 1000 किलो माना जो तुमने पेड लगाया है बिचारा
23:39पचास साल में उसने जितनी कार्बन डायोकसाइट सोखी होती उतनी फ्लाइट न्यूयॉयॉख से लंडन गयी लंडन से वापस आई पचास साल का पेड़ का काम खत्म हो गया और तुम अभी भी खुश हो रहे हूं हम तो पेड़ लगाते हैं पेड़ लगाने से हो जाएगा
24:09है कहां जंगलों में प्रक्रति तो पेड़ों को खुद पैदा करती है और बढ़ाती है जंगल तुमने थोड़ी लगाए थे ऐसी जिंदगी मत जीयों की जंगल कटें ये तुम्हें करना है
24:20और जंगलों से बाहर अगर पेड़ लगाते हो तो पेड़ वैसे भी जी नहीं पाता
24:25सड़क किनारे तुम पेड़ लगा तो उस पेड़ की दुरदशा देखिए दिल्ली अगरा में जाओ नोईडा में देखो वहां सड़क किनारे तो पेड़ लगे उनकी क्या बेचारों की दैनी हालत है
24:34पेड़ भी वहीं पनपते हैं जहां उनका कुनबा है परिवार है जंगल में पेड़ पनपते हैं और तुम जिन्दगी जी रहे हो जंगल वो काटके जी जा रही है
24:45बच्चा पैदा किये जा रहे हो बच्चा पैदा हुआ है कहां से घर आएगा उसके लिए
24:54वो पैदा हुआ है तो अब और उसके लिए अन्न चाहिए खेत कहां से आएगा ये सब जगह कहां से आनी है
25:00जंगल काटके ही तो आएगी
25:02पर तुम कहा रहे हो एक पेड लगा देंगे तो हो जाएगा
25:05जिन्दगी जी रहे हो जंगल कटने वाली
25:07और कहा रहे हो पेड लगा दूँगा
25:08पेड मत लगाओ
25:11वो कारण रोको जिन कारणों से जंगल कटते है
25:15तुम खुद जाकर कुलहाडी लेकर जंगल नहीं काटते
25:19पर तुम्हारी जिन्दगी तुम्हारा दर्शन
25:22तुम्हारे चुनाव ऐसे हैं कि जंगल कटते है
25:25तुम्हारे पास पैसा आ जाता है तुम कहते हो मैं भी मास खाऊंगा
25:31भारत में जैसे ऐसे पैसा बढ़ने लगाए वैसे ऐसे मासाहार बढ़ने लगाए यही है न तुम्हें मालूम में दुनिया का 70 प्रतिशत जो अन पैदा होता है वो जानवरों खिलाने के लिए पैदा होता ताकि वो जानवर काटे जाएं फिर मासाहार के लिए तुमको मासा
26:01और तुम कहा रहे हो मैं पेड़ लगा दूँगा और साथ मैं कहा रहे हो चलो आज चिकन खाते हैं
26:06जो चिकन खा रहा है वो पेड़ लगा रहा है तो बड़ा पाखंडी है
26:11जो बहुत खुशी मनाता है कि चलो और एक बच्चा घर में आ गया वो पेड़ लगा रहा है तो बड़ा पाखंडी है
26:21जो अमीरों की पूझा करता है यही मेरा रोल मॉडल है देखो कैसे यह अपने प्राइवेट यार्ट में चलता है या जेट में चलता है या इतना बड़ा इसने अपने लिए महल बनवा लिया है जो अमीरों की पूझा करता है और अमीर ही बनना चाहता है और फिर एक पेड़
26:51ये तो बोला ही था मैंने कि 10 million hectare जंगल प्रतिवर्श कट रहा है
26:59इंसान के अर्मानों के लिए और तुम अपने अर्मानों को बड़ी कीमती चीज मानते हो
27:06बोलते हो मेरे सपने मेरा भवेश्य मेरे सपन सलोने मुझे पूरे और तुम्हारे सब सपनों में सिर्फ
27:13कंजम्शन भोग माने एमिशन ही शामिल है और फिर तुम क्या रहे हो मैं पेड़ लगाऊंगा
27:23कि अगरे तो यह क्यालकुलेशन करी थी कि जितना ग्लोबल एमिशन है और यह 56 टन मैंने बोला था गीगाट यहां 36 लिए अगरे चलो इतना भी ले ले ले इसके लिए
27:39प्रतिवर्ष तुमको जितना आप एक्सेस एमिशन कर रहे हो जितनी पहले की कार्बन डाय अक्साइड है एक्सेस वो नहीं सोखनी है जो सिर्फ एक्सेस एमिशन है अगर उसको आफसेट करना है उसको सोखना है तो उसके लिए आपको प्रतिवर्ष 3.6 trillion trees चाहिए चाओ �
28:09किया रहे सांभा एक trillion कितना होता है
28:15सरकार 1000 billion है है 1000 billion यह billion कितना होता है सरकार 100 करोड अरे तो देशी में बताओ ना यह trillion कितना हुआ
28:31कितना हुआ सरकार 10 और हट
28:39सरकार मैंने आपका नमक खाया है तो फिर सही जवाब दे कितना हुआ अरब में कितना हुआ एक trillion
28:48कितना हुआ
28:52सरदार शाहद 100 और अब गोली खा
28:59100 और भी नहीं कुछ और ज्यादा इतने पेड़ लगाने पड़ेंगे प्रत्वी पर
29:09कि जाओ लगाओ अखुश हो रहे हो कि हमने अपने आंगन में एक नमुना नीबू का पेड़ लगा दिया
29:18कि इससे हमारी क्लाइमिट रिस्पॉंसबिलिटी पूरी हो गई
29:21कि कुछ नीबू का लगा रहा है कोई अम्रूद लगा रहा है कि गुलकराई कि कोई मनी प्लांट लागे खुश हो रहा है
29:37कि तर देखो हम क्लाइमेट चेंज रोक देंगे यह लगा के हर साल अगर क्लाइमेट चेंज से लड़ना है पुराना हिसाब नहीं फिर्व जो तुम करेंट एमिशन्स कर रहे हो उनको आफसेट करना है तो 3.6 ट्रिलियंट ट्री लगाने पड़ेंगे जाओ लगा और नही
30:07अब बहुत सारे इसमें इन्होंने बाते लिखी आठ्डे लिखें पर इसमें से ऐसा कोई भी नहीं है जो बड़ा गुप्तो यह सारी बाते तो आपको भी मिल जाएंगी कोई आपके सामने आता है किसी चीज को इको फ्रेंडली बता करके कर लो ना उसी समय पे गूगल
30:27पूछलो कि कितना एको फ्रेंडली है यह जो लिखा रहे हैं मुझे और अब तो फैशन एको फ्रेंडली दिखाना फैशन पर चल करके क्लाइमेट क्राइसिस नहीं रुकने वाली
30:38अध्यात्म इसको ऐसे कहेगा मैं अध्यात्म और विज्ञान दोनों की दृष्टि से बता देता हूँ बोलो पहले क्या सुनना है अध्यात्म या विज्ञान
30:58विज्ञान चलो ठीक एंट्रॉपी जानते हो क्या होती है
31:05एंट्रॉपी कहती है कि तुम कुछ भी करो एक सिस्टम में डिस ओर्डर बढ़ता ही बढ़ता है
31:13एक सिस्टम हमेशा ज्यादा डिस ओर्डर की तरफ मूफ करता है ठीक है
31:20तो तुम
31:23गंदगी फैलाओगे
31:25तो भी disorder बढ़ेगा
31:28और तुम गंदगी समेटोगे
31:29तो भी बढ़ेगा
31:31इसको ऐसे समझो
31:36कि तुम
31:38heating करोगे
31:39तो भी carbon emission होगा
31:43और heating हो गई
31:45तो अब cooling करनी है
31:47तो भी carbon emission होगा
31:50तुम कुछ भी करोगे
31:52entropy बढ़ेगी बढ़ेगी
31:54तुम कुछ भी करोगे
31:56carbon emission बढ़ेगा ही बढ़ेगा
31:58तो फिर एक ही तरीका तुम कुछ मत करो
32:00प्रक्रति को अपना काम करने दो
32:02carbon crisis
32:05तुम्हारे कुछ करने का नतीज़ा है
32:07तुम सोच रहे हो अब मैं कुछ और करके
32:10उसका समधान कर लूगा
32:12नहीं नहीं नहीं आप से गुजारिश बसी है कि आप
32:15बैठ जाईए आप कुछ मत करिए
32:17प्रक्रति समधान सोयम निकाल लेगी
32:19आप कुछ मत करिए आप जो कर रहे हो बस वो करना
32:23बंद करो कोईट के दिनों में देखा था ना
32:25आसमान साफ हो गया था हवा साफ हो गई थी
32:28शहरों की सडकों पर हिरन घूमते नजार आने लगे थे
32:32लोग कहरें ये क्या हो रहा हिरन
32:37हाइवे पर हाइवे छोड़ दो
32:40शहरों की सडकों पर हिरन दिख रहे हैं
32:42खरगोश कूद रहे हैं कुछ और आ रहा है वह मौज बना रहे थे दोई-चार महीने में यह हो गया
32:50कि आप कुछ मत करो कृपा करके आप समधान करने कोशिश मत करो जिसको बोलते हैं न पनौती
32:58आप पनौती हो आप समस्या बढ़ाओगे तो समस्या बढ़ेगी आप समाधान करोगे तो समस्या और बढ़ेगी आप कुछ मत करो प्रक्रति स्वयम कर लेगी
33:09सोयम कर लेगी तो मत करो
33:13तो फिर हम क्या करें
33:16नेती नेती अध्यात्म में आ गए
33:20नेती नेती जो कर रहे हो करना बंद करो
33:23क्या पहली बात जो growth obsession है वो बंद करो
33:27तुम्हें और growth नहीं चाहिए
33:30जिस इस्तर पर ये विश्व पहुँच चुका है
33:35पर capita consumption में तुम्हें और नहीं चाहिए तुम्हें redistribution चाहिए
33:39अगर पूरे विश्व का GDP ले लो तो आज जितना है
33:43उससे बढ़ाने की ज़रूरत नहीं है भाईया मत बढ़ाओ बलकि घटा दो
33:46तो गरीबों को क्या होगा गरीब गरीब इसलिए नहीं है कि
33:51विश्व में अभी wealth नहीं है या production नहीं है गरीब गरीब इसलिए क्योंकि कुछ लोगों ने उसको
34:01अपने हाथ में ले रखा दवा रखा है जो कि पागलपन का सबूत है अभी मैं community पर ही पढ़ रहा था
34:08कि अगर जंगल में एक बंदर ऐसा हो कि वो जंगल भर के फल अपने पास इकठा कर ले और उसकी वज़े से बाकी सब बंदर भूखे मरने लग जाए तो आप कहोगे यह जो बंदर यह मानसिक रोगी है इसका या तो इलाज कराओ या इसको मार दो इसकी वज़े तो बाकी स
34:38गरीब भूखे मर रहे हैं अब यह इंसान सफल कहला रहा है गरीब इसलिए नहीं है कि दुन्या में प्रोडक्शन की कमी है या वेल्थ की कमी है गरीब इसलिए क्योंकि कुछ मनहूस लोगों ने नियम काइदों की कमियों का फायदा उठाते हुए ज्यादा से ज्यादा द
35:08गरो यह निश्यत करो कि जो प्रोड्क्शन हो रहा है वो चंद लोगों द्वारा
35:15होड नहीं किया जा रहा होडिंग समझ्क्षा हो कबजे में कर लेना भंडारा नंग कर लेना कम प्रोड़क्शन में भी चल जाएगा
35:23नेती नेती विधानत कहता है जो कर रहे हो बसो करना बंद करो तुम्हें और production नहीं चाहिए एक production कम करो एक population कम करो यह है climate crisis का इलाज कुछ और मत करो जो कर रहे हो फिलहाल बस वो करना बंद कर दो बाकी काम प्रक्रति स्वयम कर देगी तुम दो काम बहुत घातक कर रहे हो ए
35:53प्रोडक्शन को भी और population को भी तो जो जो जो कार्बन एमिशन है वो प्रपोर्शनल टूपी स्क्वयर हो जाता है
36:03और हम चाहते हैं हम हमारी मैंनेता यह है कि खुशाली तब आई जब population भी बढ़ी और production भी बढ़ा और production माने consumption
36:11जो प्रोड्यूस होगो कंज्यूम भी तो होगा एक घर में आठ दस बच्चे हो और बहुत पैसा आ जाए तो आप यहीं तो को क्या खुशाल घर है क्या बरकत है वो बरकत नहीं है वो वो प्रत्वी का नाश है
36:26प्रोडक्षन कम करो पॉपुलेशन कम करो और उसके लिए भी तुम्हे कुछ करने की जरुरत नहीं है बस बढ़ाओ मत प्रत्वीちゃए है बढ़ाओ मत लोग अपनी आयू अपनी अवद पूरी करके स्वेम ही चले जाते हैं तुम्हें कुछ नहीं करना है बस बढ़ाओ मत
36:56और ग्रीन वाशिंग के फरेब में मत पड़ो कि मैंने ये कर दिया सी मैंने अब ये अपने डाइट में से ये चीज अटाके ये कर लिए जो भी तुम कर रहे हैं अपनी डाइट में एक पर देख तो लो कि उसका कार्बन इंपक्ट कितना है और फिर ये देख लो कि हम एक्से
37:26हमें तो वहां जाना है नेट जीरो होके अभी दो तीर नहीं मार लिया लेकिन आप खुश हो जाते हो आप कहते हो मैं फलाने ब्रैंड की जीन्स नहीं फलाने ब्रैंड की जीन्स पहन रहा हूं सी आइम एको सेंसिटिव इंपर देखो तो कि उससे कितना फर्क पड़ेगा �
37:56ग्यापन दे दे करके और तमाम तरीके के लेक छपवा के और फिलमें बनवा करके और मीडिया से प्रचार करवा के तुम्हें ये जाहिर करेंगे कि अगर तुम कंजम्शन नहीं कर रहे तो तुम्हारी जिंदगी नर्क है तुम्हें सेठ जी
38:10का ये जो मनोवैग्यानिक शडयंत्र है इससे बचना है दुकाने और मीडिया एक साथ चलते हैं मीडिया तुम्हें बार-बार छुपे-छुपे तरीकों से बोलता है कि देखो जिंदगी बहतर करनी है तो तुम्हें और जादा भोगना चाहिए पिर वही भोगने के लिए त
38:40कंट्रोल करते हैं वही सेट जी सब दुकाने और तमाम तरे की इंडस्ट्री भी कंट्रोल करते हैं
38:50इस जासे से बचो
38:53और जब पॉपुलेशन कम होगी तो नीता जी को तकलीफ हो जागी क्योंकि तुम नेता जी के वोट बैंक को
38:57निता जी कहेंगे तुम अगर कम हो गए तो मेरी तो गद्दी छिन जाएगी और निता जी को तकलीफ तब भी होगी जब सेट जी को तकलीफ होगी क्योंकि नेता जी की फाइनेंसिंग तो सेट जी करते हैं
39:11यह है तुम्हारी असली गलती तुम्हारी असली गलती यह नहीं कि तुम पेड़ नहीं लगा रहे तुम्हारी असली गलती यह है कि तुम नेता जी बाबा जी सेठ जी
39:25इनके शड़यंतर से आजाद नहीं हो पा रहे हो यह तुम्हारी असली गलती है
39:29कुछ आ रहे यह बात समझ में है घर में गाड़ी आई नहीं कि तुम उसे लेकर कहां जाते हो कुछ इशारे समझो मंदिर जाते हो
39:40हम तो देवी की पुझा करते हैं यह प्रकृति ही तो देवी है और तुम गाड़ी लेकर कि आयो तुम जानते नहीं उसका फूट्प्रिंट कितना है उसको तुम धर्म से कैसे जोड़ सकते हो लेकिन जब तक तुम्हारे मन में यह बात रहेगी
40:00कि घर में कोई material object आ गया इसका संबंध शुभता से है वह लिखवा भी लेते हो न शुभलाब जब तक तुम्हारे मन में यह बात रहेगी कि कंजम्शन का
40:15सम्रद्धि का संबंध शुभता से है तब तक climate crisis रुकने से रही
40:21जब किसी को बोलते हो कि अरे उनका तो बड़ा अच्छा चल रहा है
40:33बड़ा अच्छा का एक ही मतलब होता है कि खूब फूक रहे हैं
40:40यही तो होता है पहले एक मंजिला घर था अब चार मंजिला घर हो गया है
40:43बड़ी दुकानों में जा करके पैसा फूपते हैं यही तो मतलब होता है जब तक भीतर से यह मानेता नहीं निकलेगी सेड़ जी राज करेंगे
40:53और तुम बस पेड़ लगाते रह जाना और खुश हो जाना
40:59पेड़ भी बबूल का संतों ने क्या बोला बोया पेड़ बबूल का फल कहां से पाए
41:21हमारी एक एक खसरत एक एक कामना इको अनफ्रेंडली है समझो
41:28माबाब बच्चे के लिए जो कुछ चाह रहे हैं वो संभवी नहीं है चाहना बिना प्रक्रतिका विनाश करे
41:35आपके अगर बच्चा होता है आप कहते हो मेरे बच्चे को उज्जुल भविश्य मिले उसके लिए यह यह मिलना चाहिए मेरे बच्चे को
41:43आप जो कुछ अपने बच्चे के लिए चार है वो संभा भी तभी है जब पहले प्रत्वी बर्बाद करी जाए वरना उसको मिली नहीं सकता यह सब
41:49लोग बड़े नाराज हो गए मैंने कह दिया है कि हर बच्चा लाखों पश्वों की और पेड़ पौधों की लाश पर पैदा होता है लोग उनका ऐसा थोड़ी होता है अंकड़े उठा कर देख लो ना मैं कोई कोई अपनी मनगणन्द बाद थोड़ी बोल रहा हूं
42:14एक बच्चा पैदा हुआ है तो अपने जीवन भर में अब वो जितना भोग करेगा उसके लिए कितने पेड़ काटने जरूरी हो जाएंगे देख लो और जब पेड़ कटेंगे जंगल नहीं रहेगा तो वहां जो पशु हो तो खुद ही मर गए
42:26पूरी प्रजाती उनकी विलुपत हो गई खुद ही देख लो और बच्चा तुमने जो पैदा किया वह एक बच्चा थोड़ी पैदा गया उस बच्चे की बच्चे की बच्चे की बच्चे की बच्चे की बच्चे की बच्चे की बच्चे की बच्चे की बच्चे की बच
42:56प्रोडक्शन, पॉपुलेशन, इन दोनों में से कोई भी चीज प्रक्रति स्वयम नहीं कर रहे ही, ये करने का निर्णे तुम्हारा होता है, बस तुम ये करना बंद करो, नेती नेती,
43:13सब अपने आप ठीक हो जाएगा,
43:15तुम नहीं कर रहे हो, ऐसे मत देखो कि हम क्या बंद करें, हम तो कुछ करें, तुम नहीं कर रहे हैं, पर जो कर रहे हैं, उनको तुम पूझ रहे हो,
43:26वो सौ जगों से थोड़ा-थोड़ा ही कठा करते हैं, सौ भी नहीं
43:34करोडों जगों से थोड़ा-थोड़ा ही कठा करते हैं
43:36उन करोडों में तुम भी हो
43:38उन्होंने सिर्फ तुम्हें माल नहीं दिया है
43:48उन्होंने तुम्हें मन भी दे दिया है
43:50उन्होंने तुम्हें सिर्फ सामग्री ही नहीं दिये, उन्होंने तुम्हें सपने भी दे दिये, ये तुम्हारा अपराद है, क्यों तुम्हें अपने सपने सेठ जी द्वारा तै करा लिये, बाहर निकालो
44:07जी मेरा नाम अंकेत त्यागी है
44:16मैं एक मेडिकल का छात्र हूँ
44:18आचार जी को मैं करेव एक डेट साल से यूटूब के माद्यम से सुन रहा हूँ
44:22और गीता समागम में जोड़ है मुझे को आठ महीने हो गए
44:25सुरुवात में मैं आचार जी को रेगुलर नहीं सुनता था
44:29बीच में कभी सुन लिया कभी नहीं सुना
44:31लेकिन जिन्दगी में काफी मुस्कले आई
44:33चैन करने का मौका मिला
44:35तो वहाँ पर मेरे डिसिजन्स नहीं बन पा रहे थे
44:38तो फिर मैंने आचार जी को गहराई से सुनने का निड़े लिया
44:41अपनी लाइफ में आँगे क्या करना है
44:42और किस रस्ते पर जाना है
44:44और अपने परिवार में अपने लोगों से
44:47अपने रिस्ते नातों से किस तरीके से
44:48अपने नाते बनाने हैं आंगे की रहा जो आसान हुई है वो आचारी से जोड़कर ही हो पाई है तो मैं बाकी लोगों से यही कहना चाहूंगा यह वो यूटूब के माद्यम से जोड़ हुए हैं तो गीता के लाइब से से भी जुड़िये और आप किनारे पर हैं आप समुं�
45:18किनारे पर li E सिरो की अूड़ है तो कि जो ढाचा मुपर झाल से लाइब से जोड़ मैं तो गीता कि वद्ब आ़कर वदाne."

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