00:00रामदीब जी इतनी आप बाते करते हैं और आपने सही बताया कि आपके influence जो है वो society के अलग-अलग भागों में, अलग-अलग लोगों पर है, पर कभी politics में जाने का फिर नहीं सोचा आपने?
00:12पोल्टिक्स में जाना मेरे जैसे लोगों के लिए सोसाइड करने जैसा है, क्योंकि मैं सोसाइड क्यों करूँ भई? सत्ता से मुझे कुछ चाहिया नहीं? और सत्ता क्या देगी जो मैंने न पाया हो?
00:26देखो, जरूर मैं किसी एक साधान से परिवार में एक वर्ग विशेश में, एक जाती विशेश में पैदा हुआ हूँ, लेकिन जाती से परे, भासा से परे, इस देश के करीब-करीब 90-99 प्रतिशत लोग मुझे, मैंने 99 इसलिए बोला, एक दो प्रतिशत लोग हम पर भी
00:56चाता हूँ, कि लोग हेल्थ के बार में अवेर बने, कुछ देश में क्येशन करें, प्रमाद को छोडें, मेरा एक इस उतर विकल्प रहित संकल्प, घंड़ प्रचंड पुर्शार्थ, चरेवेती, चरेवेती, लोग अपने धे के और तब तक आगे बढ़ते रहें, विक
01:26किसी तो बनेगा न, किसी राजने था, कि मातर देश विकसी नहीं बन जाएगा, देश के लोगों को इसके लिए पुर्शार्थ करना पड़ेगा, मैं पुर्शार्थ का पुजारी हो, तो मैं इस देश को जगा रहा हूँ, जागरण का काम एक सन्यासी कर सकता है, पुल्ट
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