संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह और राहुल गांधी की दो घंटे लंबी बंद कमरे की बैठक ने देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। यह मुलाकात संसद में हुई तीखी बहस के तुरंत बाद हुई, जिससे इसके मायने और गहरे हो गए हैं। बैठक में सेंट्रल इन्फॉर्मेशन कमीशन और सेंट्रल विजिलेंस कमीशन के खाली पदों पर नियुक्तियों पर चर्चा हुई, वहीं राहुल गांधी के बर्लिन दौरे को लेकर नई सियासत गर्म हो गई है। इस वीडियो में जानिए बैठक का पूरा अंदरूनी अपडेट, उठे विवाद, बीजेपी और कांग्रेस की प्रतिक्रियाएँ और इसका आगे की राजनीति पर असर।
00:00संसद भवन के भीतर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, ग्रिह मंत्री अमित शाह और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बीच हुई लंबी बैठक ने पूरे राजनेतिक माहौल को अचानक गर्म कर दिया है
00:15ये मुलाकात करीब दो घंटे तक चली और दिल्चस्प बात ये है कि कुछी समय पहले संसद के भीतर सत्ता और विपक्ष के बीच जोरदार बहस हुई थी
00:24ऐसे में बंद कमरे में तीन बड़े नेताओं का मिलना अपने आप में कही सवाल खड़े करता है
00:29राजनेतिक गलियारों में चर्चा शुरू हो गई है कि आखिर क्या वजह थी जिसके चलते एक ही बैठक में प्रधान मंत्री, ग्रिह मंत्री और नेता प्रतिपक्ष को एक साथ बैठकर इतनी देर तक बात करनी पड़ी
00:40बैठक प्रधान मंत्री के कक्ष में आयोजित की गई थी, ये एक आपचारिक बैठक थी, जिसका मुख्य उद्देश्य सेंट्रल इन्फोमेशन कमिशन और सेंट्रल विजिलिंस कमिशन में खाली पड़े महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्तियों को अंतिम रूप देन
01:10और विचार की जरूरत है, इसी वज़े से ये चर्चा लंबी चली और तीनों नेताओं को सभी विकल्पों पर गहरा इसे बात करनी पड़ी, इस बैठक के दौरान एक और मुद्दा सामने आया, जिसने माहौल को और तनाफपूर्ण भना दिया, राहुल गांधी के आगा
01:40विपक्ष दोनों के प्रती गयर जिम्मेदाराना रवया दिखाता है, उन्होंने ये भी कहा कि राहुल गांधी विपक्ष के नेता कम और विदेश यात्रा पर रहने वाले नेता ज्यादा लगते हैं, अपने बयान में उन्होंने ये भी जोड़ा कि बिहार चुनाओ के द
02:10संगठन का ये भी कहना है कि ये यात्रा कॉंग्रेस की विचारधारा को अंतराश्ट्रिय स्तर पर मजबूत करने के लिए है, इंडियन ओवसीज कॉंग्रेस के आउस्ट्रिया अध्यक्ष औसाफ खान ने बताया कि इस कारिक्रम में सैम पित्रोदा और डॉक्टर आर्थी
02:40लोग ये समझने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या दोनों पक्षों के बीच टकराव के बाद ये मुलाकात केवल आपचारिक प्रक्रिया का हिस्सा थी या इसके पीछे कुछ और भी कारण छिपे थे।
03:10इस मुलाकात के बाद और चर्चा का विशय बन गया है। अब ये देखना होगा कि इस बैठक का क्या असर आगे की राजनीती, नियोक्तियों और संसत के माहौल पर पड़ता है। फिलहाल इतना तैह है कि इस बंद कमरे की चर्चा आने वाले दिनों में और भी सियासी रं�
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