Skip to playerSkip to main content
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध की तुलना शीत युद्ध के दौर की मशहूर “मिरेकल ऑन आइस” हॉकी जीत से की है। व्हाइट हाउस में 1980 की ओलंपिक हॉकी टीम को सम्मानित करते हुए ट्रंप ने सोवियत संघ के खिलाफ अमेरिका की उस ऐतिहासिक जीत का जिक्र किया।

ट्रंप ने कहा कि यह जीत आज की वैश्विक राजनीति के लिए भी सीख देती है, खासकर ऐसे समय में जब यूक्रेन और रूस में लगातार जानें जा रही हैं। उन्होंने संकेत दिया कि उस मुकाबले की तरह ही मौजूदा युद्ध में भी हालात बदल सकते हैं।

ट्रंप के ये बयान ऐसे वक्त आए हैं जब युद्ध को खत्म करने को लेकर कूटनीतिक कोशिशों की बात हो रही है और इस पर बहस जारी है कि अमेरिका इस संघर्ष को खत्म कराने में क्या भूमिका निभा सकता है।

#TrumpUkraineWar #MiracleOnIceTrump #TrumpRussiaUkraine #ColdWarParallels #TrumpWhiteHouse #UkraineWarUpdate #TrumpForeignPolicy #USRussiaUkraine #TrumpSpeech #BreakingNews #UkraineCrisis #TrumpDiplomacy #RussiaUkraineConflict #TrumpLatestNews #USPolitics #WorldNews

~ED.276~HT.408~GR.122~

Category

🗞
News
Transcript
00:00ऐसी हिस्थिती है, तो देखते हैं क्या होता है, हम अभी समझाता करने की कोशिश कर रहे हैं, जल्द ही पता चलेगा, हमें बहुत मौतें देखने को मिलेंगी, पिछले महीने यूक्रेन और रूस में 25,000 सैनिक मारे गए, ज्यादा है ये,
00:1825,000, सोचो भी तुका है, अध्यक्ष, खेला, आप लोग शौकिया खिलाडियों की टीम थे, इंगहार एशर्ड, इन आईयल के बारे में क्या सोचते हैं, खिलाडियों के साथ जो सौदे हो रहे हैं, और वे खेल बदलते रहते हैं, इस पर आपके विचार हैं, मेरे विचार ह
00:48पर हमारी कोई नहीं सुनता।
01:18जिनकी बदलत कही खेल सुरण पदक जीते थे, उहों वे खेल नहीं हैं क्योंकि सारा पैसा फुटबॉल में जा रहा हैं, और वैसे भी कॉलेज यहां तक की सफल भी उतना पैसा नहीं कमातें, और आप हाई स्कूल से निकले क्वार्टर बैक को 14 मिलियन डॉलर नहीं दे सक
01:48सफल कॉलेज भी पैसे गमवा रहे हैं, और मुझे लगता है कि एनाइयल खेलों के लिए एक आपदा है, यह ओलम्पिक्स और खिलाडियों के लिए भयानक है, और आप इन महान खेलों को खो रहे हैं, वे कॉलेज फुटबॉल नहीं हैं, बास्केट बॉल भी प्रभावित
02:18कहेगा, सर साथ मिलियन डॉलर एक गार्ड को दो, हम चैंपियनशिप जीतेंगे, वे देंगे पर जीतेंगे नहीं, और अगर जीत भी गए तो कॉलेज ऐसी तनखवाहें नहीं दे सकते, और सच कहूं तो अगर खेलों में सख्त सैलरी कैप न हो, खासकर पेशेवर खेलों म
02:48और मैं संग ये सरकार को इसमें लगाऊंगा, अगर जल्दी नहीं हुआ, तो कॉलेज खत्म हो जाएंगे, फुटबॉल में अच्छा प्रदर्शन करने वालों सहित, वे खिलाडियों को 12, 14, 10 या 6 मिलियन नहीं दे सकते, वे रुक नहीं पाएंगे, हमेशा एक खिलाडी ह
03:18OneIndia subscribe kare
03:21OneIndia app lim
03:26Subscribe to OneIndia and never miss an update
03:34Download the OneIndia app now
Be the first to comment
Add your comment

Recommended