राज्यसभा के सभापति C.P. Radhakrishnan ने यूनेस्को द्वारा दीपावली को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (Intangible Cultural Heritage) सूची में शामिल किए जाने पर भारत और देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने इसे वैश्विक मंच पर भारतीय संस्कृति का स्वर्णिम अध्याय बताया और कहा कि यह सनातन परंपराओं की सार्वभौमिकता का सम्मान है, जिससे योग, कुंभ और दुर्गा पूजा के बाद दीपावली को भी अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली है। बता दे कि 10 दिसंबर 2025 को यूनेस्को ने दीपावली को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल किया। उपराष्ट्रपति ने इसे हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण बताते हुए कहा कि यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और उसके सार्वकालिक मानवीय संदेश का उत्सव है, जो शांति और सद्भाव का संदेश देता है।
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