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राहुल गांधी और RSS के बीच टकराव कोई नया मुद्दा नहीं है, लेकिन अब एक कांग्रेस नेता ने इस विवाद की पुरानी वजह सामने रखी है। संसद के शीतकालीन सत्र के बीच राहुल के बयानों और RSS के खिलाफ उनकी लगातार आलोचना पर नई राजनीतिक बहस छिड़ गई है। कांग्रेस का दावा है कि राहुल गांधी का विरोध वैचारिक है, जबकि भाजपा इसे राजनीतिक रणनीति बताती है। आखिर राहुल गांधी RSS से क्यों चिढ़ते हैं, मोहन भागवत को निशाने पर क्यों लेते हैं, और इस विवाद की जड़ क्या है, इस वीडियो में पूरी कहानी विस्तार से जानिए।
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00:00राहूल गांधी देश के गिने चुने विपक्ष के नेताओं में है जो अक्सर RSS पर जितना तीखा हमला बोलते हैं उतना सायद ही कोई बोलता हो वो अभी कह रहे हैं हाल फिलाल में पहले भी कहते आये थे लेकिन बीच में छोड़ दिया था उन्होंने कहना वो कह रहे हैं कि
00:30जो जादा फैला हुआ था उन्होंने का फैला है गया था अपनी विचार धारा को पोसित करते हुए अपने विचार धारा के लोगों को बढ़ाते हुए कॉंग्रेस ने बहुत साय लोगों को रखा था नोकरी पर
00:39मैं इसका भी जवाब दूँगा एक छोटा सा मेरा पिछला में रह गया था जुनाव हारने की जो बात होती है कि इतने शुनाव आरगे राउल गांदी के निरेत्री तुमें इतने आरगे ऐसा नहीं है चुनाव हारने का अगर आप एमाना करो तो अटल जी एडवानी जी �
01:09लेकिन इतना ज्यादा नहीं होता था जितना आज देखने को मिल रहा है अब इसमें राउल जी आरोप लगा रहे हैं तो कोईनोंने तत्य देखे वाइस चांसलर जैसे पोस्ट होती थी तो उसमें आइडियोलोजिकल बैक्ग्राउंड नहीं देखा जाता था उसमें उसकी
01:39वाइस चांसलर अभी भी बन रहे हैं जो कॉलिफाइड नहीं तो भी बना दिये चीजें तो पूरे देश की सिस्टम की चर्चा का विश्य है और इसको होना चाहिए संसद में नाम चाहिए आरे साइस का ले दिया राहूल जी ने लेकिन आपने जो प्रस्टोट आया कि कॉ
02:09दी जाती तो उसमें अपन विरोध नहीं कर सकते और संग से जुड़े भी अगर वरुण जी अगर आरे सेस ने सो सालों से जादा मेहनत की जमीन पर जाकर उसके स्वयम सेवक गए और इतना जादा मेहनत के बाद भाजपा के की भी अपनी एक मेहनत रही अपनी क्यात्रा र
02:39हुआ अपने जो कहा आय्डियलोजिकल टील्टी की बात करिए उसको आप रही राजनेतिक व्यवस्ता में चेर में बॉर्ड के निवखतियां उती है अगर दूसरे पंचायत उनम्हें पर ट्रो जो बुराइगी बात की वह जो जिस पाल्टी की शता हैगी वो राजनेतिक �
03:09प्रशासनिक व्यवस्ता है क्योंकि प्रशासनिक व्यवस्ता है क्योंकि हमारे डेमोक्रेसी नहीं तो पूरा एक विवाजनों का देश में आप इन्होंने राहुल जी की बात करें कि वहावाई बात करते हैं
03:37मोदी जी कौन से हवा नहीं छोड़ते 2014 से तो क्रोर रोजगार चले के क्या करते हैं नोन बाइलजिकल से लेके तो यह व्यवस्ता चल रही है गैरा बारा साल से है यह पूरी देश की व्यवस्ता को चूले हिला दिये बड़े बड़े राइटर से लिख रहे हैं कि जनसत लोक
04:07लेता जाएंगे तो उससे देश में सुदार आना नहीं जिसके आज सुनाव सुदार की बाद पार्लेमेंट में होनी थी और कई एडिटर्स चैनल पर क्या रहे हैं कि उस तो बात ही नहीं बात पिल्कुल सही है तो ना विपक्स बोल रहा है न सत्रफक्स बोल रहा है एक द
04:37पूरवजों की चिताने दारी जी आ लोग जी से इसका जवाब ले लेते हैं आपके पास आएंगे सर आलोग जी जैसा वरुण जी कह रहे हैं आप लोग आरिसेज के लोगों को आगे बढ़ा रहे हैं वो लोग जो योग नहीं हैं लेकिन उनको महत्पूर्पद दिये जा रह
05:07प्रशल्�ень के लिए काम किया था एसा क्यों कृर्ण। का पैमाना पहले होना चाहिए उसको उपर रखा जाना चाहिए यह फिर अगर आरेशेर से
05:17जुड़े रहे हैं तो वही सबसे पहली प्लाठ्मिक्ता होती आपके लिए अगर ८रा लोग जी अगे
05:31आलोग जी आप सुन पा रहे हैं जो भी लोग आरेसे से जुड़े हुए हैं वो एक नोन पोलिटकल औरगनाइजेशन है उसका राजनीत से कोई लेना देना नहीं और आपने देखा होगा कि कॉंग्रेस के रेजिम में भी जब इनकी मिली जुली सरकार थी तो लेफ्ट के बह
06:01हिसाब से मोड़ा तो ऐसे बारतिये जंता पार्ची की जब सरकार है तो स्वभाविक है कि कुछ RSS के बैक्डराउंड के लोगों को पदों पर लेकिन सर वरूड जी ऐसा तह रहे हैं कॉंग्रेस ऐसा कहती है कि लेफ्ट वाले जो लोग होते थे वो पढ़े लिखे होते थ
06:31उसके साथ जुड़ता था उनका एक विचारदारा वाला पहलू तब जाके उनको पद मिलता था लेकिन आप लोग योगिता बिल्कुल नहीं देखते हैं बस ये देखते हैं कि RSS का आदमिये इसलिए बिठा दो
06:40ये किस ने कहा कि जो लेफ्टिस्ट है वही विद्वान होते हैं और दूसरे विद्वान नहीं होते हैं आदे से इसमें एक से एक विद्वान लोग हैं जिनकी करी असंख्यक है
06:53हो सकता है कोई तूटि पुर्ण कोई बहाली हो गई हो कोई ुद्वक्ती को दरकिनार कर उपर कर दिया हो जो आूइसा तो कैस्ट का इतिहास बहुत पुराना रहा है
07:14सेक्षनिक संसानों में नहीं बहुत लफाइन होने बहुत लोगों को नजर अंदाज कर उपर के पदों पर बिछाया जिसकी भी सरकार होती है वो थोड़ा बहुत अपना हेकड़ी जसाता है यह कोई नहीं बात तो नहीं है तो इसलिए मैं मानता हूं कि अगर एक दो कोई पो
07:44ऐसे तोर पर आप चाहते हैं कि किसी आयोगिवेक्ति को बड़ा पद या जाए महत्पून पद या जा है अउग कि मैं पक्ति को नंए जाहिए
08:03
08:07कि डानोड तव नेव Couла अप्डेट एंडियो वाणर आप घ्रियों.
08:14झाल झाल
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