🧔🏻♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें: https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00021
📚 आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं? फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00021 ➖➖➖➖➖➖ ये वीडियो संत संरिता, 3rd दिसंबर - 2025 (लाइव सत्र) से लिया गया है। ➖➖➖➖➖➖ #acharyaprashant #EarthCrisis #SaveHumanity #FutureOfPlanet #ClimateEmergency #WakeUpWorld
00:00आप सैटर्न की, जूपिटर की, मार्स की, मरकरी की, इनकी सबकी सतहों की तस्वीर है देखिए और फिर अपने आपसे पूछिए मैं हाँ बसना चाहती हूँ क्या?
00:08मिट्टी नहीं है भाई वहाँ?
00:09आप अगर देखोगे कि कितने तरीके के मिनरल्स शरीर को चाहिए होते हैं, आप हैरान रह जाओगे
00:16कई-कई दरजन शरीर में जिंक, मैंगनेशियम, मैंगनीज, ऐसे आप गिनने लग जाओगे
00:24तो कई-दरजन elements निकलेंगे, फिर कई compounds भी निकलेंगे, कई iodides हैं, यह हैं, वो हैं, सब जो आपको चाहिए होते हैं
00:32और उन्हीं से आप बने हो, क्योंकि वो यहां की मिट्टी में मौझूद हैं
00:38और अगर वो यहां की मिट्टी में मौझूद न होते, तो आपको नहीं मिलते, तो आपको deficiency हो जाती, तो आप मर जाते
00:44आप जहां जा रहे हो, वहां की मिट्टी में यह सब minerals, elements, compounds मौझूद हैं
00:49और नहीं मौझूद है, तो आप जी कैसे लोगे, पैकेल्ट फूड पर, आपके जीने के लिए सिर्फ खाना नहीं चाहिए होता है, आपको बहुत सारे अच्छे वाले बैक्टीरिया भी चाहिए होते है, हमारे भीतर न जाने कितने और species हैं, जो काम कर रहे हैं, तब जाके
01:19आप गणवड जाओगे, एक दम, और बैक्टीरिया और या-नों नहीं होते हैं, वह बैक्टीरिया शरीव के बाकी हिस्सों में भी उते हैं, और बहुत इंपोर्टेंट रोल अदा करते हैं, बहुत सारे बैक्टीरिया तो पहां से रहें, मित्टी से मिलते हैं, उन उन में स
01:49we are this planet we don't live on this planet we are this planet because we are not two at all
01:58either the two of us live together or we go down together because we are not two at all we are one
Be the first to comment