क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल करने वालों में एक बड़ी गलती आम तौर पर देखी जाती है, जरूरत पड़ते ही कार्ड ब्लॉक तो कर देते हैं, लेकिन उन्हें लगता है कि इससे पूरा अकाउंट बंद हो गया। यही वजह है कि बाद में अचानक बिल, लेट फीस या ब्याज दिखता है और लोग हैरान रह जाते हैं कि जब कार्ड ब्लॉक कर दिया था, फिर चार्जेज क्यों लग रहे हैं? असल में, RBI के नियम साफ बताते हैं कि कार्ड ब्लॉक करना और कार्ड क्लोज कराना दोनों अलग चीजें हैं। ब्लॉक करना सिर्फ सुरक्षा के लिए ट्रांजेक्शन रोकता है, जबकि क्लोजिंग में अकाउंट हमेशा के लिए बंद होता है और बैंक आगे कोई चार्ज नहीं लगा सकता। इस गलतफहमी के कारण कई लोग अनजाने में CIBIL स्कोर तक खराब करा बैठते हैं। इसलिए कार्ड ब्लॉक और क्लोज का फर्क समझना बेहद जरूरी है।
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