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  • 1 day ago
SIR पर चर्चा की मांग... विपक्ष ने किया प्रदर्शन

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00:00नमस्कार मैं श्पेता सिंग आपका स्वागत करती हूँ
00:02वक्त है खबरे असरदार का जहां देश की संसद में लगातार दूसरे दिन भी हंगामा हुआ है
00:08और तब इस वक्त की बड़ी खबर ये है कि ऐसाई आर पर चर्चा को लेकर विपक्ष और सरकार के बीच अभी संसद में सहमती नहीं बन पाई है
00:17संसदिय कारियमंत्री किरन रिजजुजू ने रज्यसभा में कहा कि इलेक्टरॉल रिफॉर्म को लेकर हम लोग चर्चा करना चाहते हैं
00:28लेकिन उससे पहले वंदे मातरम पर चर्चा हो और विपक्ष टाइमलाइन की शर्च न लगाए
00:32विपक्ष कहता है पहले SIR पर ही चर्चा की जाए इस बीच लोग सभा कल तक के लिए स्थागित हो चुकी है
00:41लोग सभा राज्यसभा और मकरद्वार पर प्रदर्शन की तीन तस्मीरें हम आपको दिखा रहे हैं
00:50जहां पर इस मुद्दे को लेकर चर्चा गर्माई रही
00:56हिमांचू मिश्रा हमारे साथ इस समय सीधे जुड़ रहे हैं
01:06हिमांचू प्रधानमंत्री की तरफ से भी एक अपील की गई थी
01:10हालंकि उस अपील में भी टकराओ देखा विपक्ष ने
01:12और अब इस पूरे घटना क्रम में एक ही बात समझ में आ सकती है
01:17कि किस बात पर चर्चा पहले उस चीज को लेकर शायद चर्चा ही सुनने को नहीं मिल रही
01:23देखे इसलिए किस बात को लेकर चर्चा हो या वंदे मातरम की डेड़सोवी वर्षगार्ट को लेकर पहले चर्चा हो
01:31या फिर जो है चुनाव सुधार को लेकर चर्चा हो इसको लेकर गतिरोद बना है भी
01:36लेकिन स्पीकर ओम बिला ने अभी सभी पार्टियों के जो फ्लो लीडर्स हैं उनकी बैठक बुलाईए कि इस गतिरोध को जो है वो खतम किया जाए सरकार का ये तर्क है कि जो पिछली बीएसी हुई थी उसमें ये कहा गया था कि गुरुवार या शुक्रवार को जो है वो �
02:06सब्सक्राइब को क्यों बदला जाए लेकिन विपक्षी बात को लेकर अड़ा है कि उसको आप टाल दीजिए साथ तारीक को करिए और इससे पहले जो है वो आप चुनाव सुधार का पर चर्चा को ले लीजिए जिसमें साइय समेट चुनाव से जुड़े सभी मुद्दे
02:36मिडल पाथ निकालना चाहते हैं बीच का रास्ता निकालना चाहते हैं फिर उन्होंने भी सभी फ्लो लीडर को विपक्ष के बुलाया था लेकिन बातचीत नहीं हो पाई यह कहा गया कि दो बजी आप आई हाउस पे जो है वो एक स्टेटमेंट जे दीजिए कि सरकार जो है
03:06हो जाए विपक्ष भी चाहता है लेकिन उसका समय और तारीक क्या होगा यह देखने वाला है और मुझे लगता है इसका क्योंकि साड़े तीन बजे जो है लोकसभा की बिजनस एडवाईजरी कमेटी की मिटिंग है उसमें यह तह हो सकता है कि कब जो है वो चुनाव सुधा
03:36जो कहते हैं विपक्ष सदन को न चलने देने के बहाने ढूंडता है सदन में लगातार इस पर तीखी बहस आज भी हुई
03:43I want discussion should take place now only and in the interest in the interest of democracy in the interest of citizens in the interest of the country
04:00okay so I request you sir you should allow for discussion our members are ready we will definitely cooperate with you
04:12we don't want to say anything kindly allow so we'll keep quiet and one by one we'll speak
04:20यह देखें आप लोग आप चुनाव नहीं नहीं जीप पाते हैं जनता आपको बिशास नहीं करते हैं और आप जो है बुशा या सदन में निकालते हो यह तो बिलकुल ठीक नहीं है
04:36यह तो लोग तंत्र में चुनाओ का प्लेड़फोर्म जनका का भीच होता है यह कर दो हमने निकेश किया है यह बिजनेस तैयार किया गया है हम लग चर्चपने तैयार है लेकिन एक बात तो हम लोग ऑज्चारिक मिलना तो चलिए
04:51लेकिन एक बात तो हम लोग तंत्र का मंदिर है लोग तंत्र का मतलब क्या है कि सारी अवाजे आए उठे सब सुने अलग अलग अवाजे अलग विचारधारा बातचीत करें चर्चा करें और फिर अगे बढ़ें लेकिन ये लोग तो किसी बात पे चर्चा नहीं करना चाहते
05:21चलेगा सदन तो हम क्या मौन रखें रहें आप लिस्ट बदल रहे हो सारी वोटर लिस्ट बदल रहे हो तमाम लाकों लोगों को काट रहे हो लिस्टों पे से वोट चोरी हो रही है तमाम इशूज है अब प्रदूशन इतना खराब है दिल्ली में प्रदान मंत्री जी कहरे
05:51वहाँ सीटे नहीं आती
05:55जन्ता के मुद्दों से जैसे कोई सरोकार ही नहीं रहा
06:00आज किसान के मुद्दों पर चर्चा होनी थी
06:03गाउं के मुद्दों पर चर्चा होनी थी
06:07अगर दम है
06:09तो चर्चा करो घेरो सरकार को
06:14अपोजीशन के पास ना कोई दिसा है
06:19सरकार लगातार विपक्ष से हंगामा न करने की अपील कर रही है
06:40लेकिन विपक्ष अड़ा हुआ है
06:41विपक्षी दलों का कहना है कि जब तक चर्चा नहीं होगी विरोध जारी रहेगा
06:49प्रोटेस्ट करते रहेंगे जो इंजेस्टी सेर्ड डेमोकरसी को बचाने के लिए कर रहे हुआ हमने पहला दिन से कहा
07:10कि जी तहलिए में हंड़ा दिमाग से चर्चा करना चाहिए हमने बार बार अनुरोध किया है
07:18कल भी हमने अनुरोध किया
07:22आज में फिर से करना चाहता हूँ देश में कई मुद्धे हैं किसी भी मुद्धे को हम छोटा नहीं मानते हैं
07:30लेकिस करना चिसा नियुम से चलते हैं एक मुद्धे को लेकरके बाकि मुद्धों का दबा नहीं सकते हैं इसके इससां में कई
07:43पार्टी से चोटे टो में पार्टी का स� пришand It का भी हैं सब कर भाद सुनने चाहिए नहीं
07:54करेंगे ये फिल्कुर ठीक नहीं है जुदाओने बुछ सब्सक्राइब करेंगेंगे यह थीक नहीं है
08:24का मुद्दा जोर्शोर से उठा था विपक्ष ने सरकार की घेराबंदी की पूरी कोशिश की लेकिन चुनावी नतीजों में इसका कोई असर नहीं दिखा अब शीतकालीन सत्र में विपक्ष के हंगामे पर बिहार के NDA सांसत भी सवाल उठा रहे हैं
08:37करनाटक में सरकार होती है तो बोर्ट चोरी नहीं हिमाचल में होती है तो बोर्ट चोरी नहीं यह लोग बेसर्म हैं लोग तंत्र के नाम पे कलंग सरकार चर्चा क्यों नहीं करवारी वो कह रहे हैं
08:52सरकार चर्चा के लिए हर समय तयार।
09:22नहीं हुआ एक कोटन काओ लिंगं उन्हें इस नहीं हुआ एक जगह वाइलेंस नहीं हुआ और बहार के जंता ने
09:40SIR के मुद्दा पर ही नेता प्रतिपक्ष लोक सभा के विहार में यात्रा किये थे। यही न मुद्दा था। उसका वर्डिक्ट आयक नहीं आये। कॉंग्रेस कहा है विहार में।
10:10हालिक उन्होंने ये भी कहा कि शायद पालतू जानवरों को यहाने की इजाज़त नहीं। अंत में नेता प्रतिपक्ष बोले कि मुझे लगता है कि आजकल भारत इन्हीं चीज़ों पर चर्चा कर रहा है।
10:40क्या कि आजकल प्रतिपक्ष आजकल अंत में।
10:41है।
10:44इस प्रतिपक्ष आज़।
10:46इस त्रतिपक्ष आज़।
10:50no but they are not pets, maybe pets are not allowed.
11:13they are the things that India is discussing these days
11:16तो जिस प्रकार विवेक को दर्किनार करके रेनुका चौधरी जी ने जवाब दिया
11:26कि असली डसने वाले और काटने वाले पारलामेंट में बैठे हैं, सरकार चलाते हैं
11:33पारलामेंट में बैठ कर जो रोज हमें डसते
11:37मैं उन शब्दों का ना तो प्रयोग करूँगा और ना गुसे से कुछ कहूँगा
11:45मगर मुझे दुख लगता है कि कॉंग्रेस के हतासा का स्तर ये हो सकता है
11:51कि उनके सांसद इस प्रकार की भाषा का प्रयोग पार्लमेंट के अंदर बैठे अपने साथियों के लिए कर सकते हैं
12:00और आज राहूल गांदी जो कॉंग्रेस पार्टी के सर्वोच नेता हैं लोपी हैं लीडर ओफ उपोजिशन है
12:08जब उन से पूचा गया तो अंदर तो अलावड है अशारा करते हुए सदन की तरफ
12:31और और वहाँ उन्होंने ये नहीं कहा कि अंदर तो सरकारी रूप से अलावड है
12:34अंदर अपने भी सांसदों को अपने गटबंधन के सांसदों को और देश के तमाम सांसदों को उन्होंने कहा अंदर तो अलाउड है
12:47तो इनको क्या तक्लिफ है काटने वाला कुट्ता दिखा कि इतनी सी तो है काटने वाले और है का पार्लेमेंट में पुटे में
13:06कौन सी सेक्यूरिटी कंसर्ण है अचा बना दो बागे तो हम क्या बोले थोड़ा एतिक्स तो समान लापड़ेगा मुझे इसके पर जादा वाश्री करने की आवश्यक्ता नहीं लगती हरे को समझना चाहिए कि हम कहां बैटे हैं और कहां जा रहे हैं तो कल को सभी लोग लेक
13:36उनको एहसास नहीं कि लोग सभा राजी सभा देश की जनता की भावनाओं को प्रतिमित करने वाली है वहां पर अपने डॉप को लेकर आए उस पर सवाल किया जाए तो उस पर जिस तरह का बयान दे रहे हैं तो देश को सर्मसार कर रहे हैं अपने खुद लोग तंत्र का प
14:06मेधक निकल रहा है यह खबर मध्यप्रदेश के गौलियर से आई है जहां वीडियो के आधार पर दावा हुआ कि गौलियर के शासकीय प्राथमिक विद्याले गोकुलपुर में मिड़े मील के लिए बनी सबजी जब परूसी जाने लगी तो उसमें मेधक मरा हुआ दिखा
14:36चूहा इस बार मेधक की यह तस्वीर है गनीमत यह रही कि तब तक बच्चे खाना नहीं खाये थे किसी बच्चे की तवियत नहीं बिगड़ी है
14:43और अब रश्टाचार की वो खबर जहां 23 साल बाद सरकारी खजाने से लूट का पता चला
15:13मध्यप्रदेश में 23 साल से मिली भगत करके उस स्कूल को सरकारी बताकर शिक्षकों के नाम पर सालरी सरकारी खजाने से दिलवाई गई
15:21जो असल में सरकारी कभी था ही नहीं अब 15 करोड की रिकवरी का आदेश जारी हुआ है
15:27मध्यप्रदेश बहुत अजब है जहां एक तरफ वो बेरोजगार जो पिछले महीने तक सड़क पर इसलिए संघर्ष करते रहे ताकि वर्षों से लटकी भरती में नियुक्ति मिल सके वो शिक्षक बन सके दूसरी तरफ एक ऐसा स्कूल जहां सरकारी मिली भगत से फरजी �
15:5723 साल से स्कूल शिक्षा इभाग से सेलरी देता रहा सरकारी टीचर की तरह इने साल 2002
16:02और इसमें एक बड़ी खबर आपको बता दें पीएमो सेवा तीर्थ के नाम से जाना जाएगा ये नाम बदला जा रहा है पीएमो यानि जो प्रधान मंतरी कार्याले है उसको अब सेवा तीर्थ कहा जाएगा और जो राजभवन अब तक कहे जाते थे यानि कि अलग-अल�
16:32होगा तो प्रामिंस्टर्ज उफिस को सेवा तीर्थ और राजभवनों को लोक भवन नाम दिया गया है
16:39नाम बदलने की ये प्रक्रिया दरसल अभी की नहीं है
16:48लंबे समय से चल रही है आमने देखा किस तरीके से दिल्ली में राजपत को कर्तव विपत का नाम दिया गया
16:53अब राजभवन जहां राजजिपाल रहते हैं
17:01वो कहलाएंगे लोकभवन और प्रधान मंत्री कार्याले परिसर का नाम अब सेवा तीर्थ किया गया है
17:08यहां तक कि जो प्रधान मंत्री आवास था उसको भी रेसकोस रोड से नाम का परिवर्तन किया गया था
17:20नाम के परिवर्तन के साथ जो जिम्मेदारियां होती है जो दायत वो होता है उसके अनुसार नाम रखने की परंपरा दरसल काईम करने का यह प्रयास है
17:36हे बांचू यह जो बदलाव किये गए है पीमो को सेवा तीर्थ कहा जाना राजभवनों को लोक भवन अब कहा जाना क्या सोच बताई जा रही है इसके पीछे
17:53अज़ ज़िए प्रद्धान मंतरी नरेंद मोधी आपको याद है कि इसी तरीके से काम करते हैं पहले ज़िए ज़िए जो सरकारी आवास है उसका नाम हो तका सेवन रेज पूस उसके बाद उसको लोक तल्यान मार्क तिया गया और अब जितने राजभवन है ज़िए ज़ि
18:23कि कि से बाद मंतरी नरेंद मोधी जो है उसको देश की जो आतमिता जो एक सोच साथ की तरीके से परिवाश्य करते हैं आपको याद वो राजपत का नाम चींच किया गया था कतब बड़ बन रखा गया था और सेंटल सेकर्टियर जो है उसको अग्टब बहौन नाम रखा �
18:53जो काम करने वाली जगह है उनकी स्वोच के लिए काम करती है उसका नाम लोग है यानि कि आवा जिस पहले भी कहते रहे हैं कि गरीब तल्यान भूजनाई हो है उसके फोकस किया जाए तो
19:17अब अभी के लिए इतना ही देश और दुनिया के बागी खबरों के लिए आप देखते रहे हैं आज तरह
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