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  • 5 hours ago
यूक्रेन युद्ध के बीच कैसे मजबूत हुआ भारत-रूस का रिश्ता?

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00:01भारत और रूस के बीच में दोस्ते की एक और बड़ी वज़ा ट्रम्प का टारिफ कांड भी है
00:05यूक्रेन यूदु के बीच में जब से डानल्ड ट्रम्प ने रूसी तेल खरीद को लेकर पतिबंधों वाले पॉलिटिक्स की है
00:10भारत ने अपने संबंधों और हितों को एहमियत देते हुए रूसी तेल खरीदने का सहाथ दिखाया
00:15हाला कि हाली अब बाना है बायानों में ट्रम्प में दवा किया है कि भारत अब रूस से तेल नहीं खरीज़ेगा
00:20लेकिन भारत और रूस के बीच में बढ़ते आर्थिक रिष्टों की कहानी बुलंद होते जा रहे है
00:24मिसाल की तोर पर आपको बताएं तो साल 2015 में भारत से रूस को लगबग
00:29एक अरब एक दर्शनब छे एक अरब डॉलर का निरियात
00:33जबकि 4.5-3 अरब डॉलर का आयात हुआ था
00:37और 5 साल के बाद 2020 में ये बढ़ गया है
00:41दो अरब डॉलर के निरियात अब 5 अरब से ज़दे हैने कि 6 अरब डॉलर के नस्दीक पहुँच गया है
00:46लेकिन यूक्रेन यूद के बाद 2024 में ये कारूबार 4.8-8 अरब डॉलर निरियात
00:51और 66.2 अरब डॉलर के आयात तक पहुँच गया था
00:55और इसमें लगबग 60 अरब डॉलर का पेट्रूलियम आयात है
00:58जो कि यूक्रेन यूद के बाद पैदा हुए उर्जा संकट के बीच भारत ने रूस से कारूबार किया है
01:03आज कारूबारी रिष्टों के मजबूती कुछ ऐसी है कि भारत तो रूस के बीच में
01:082024-25 में 68.7 अरब डॉलर का दुईपक्षिया कारूबार है
01:12जैसे 2030 तक 100 अरब डॉलर का अनुमान लगाया जा रहा है
01:16इस कारूबार में भारत रूस से क्रूड, पेट्रोलियम प्रोड़क्ट, स्खाद, हीरे जैसे चीजें ले रहा है
01:21जिसका इंपोर्ट साइस लगबग 63.8 अरब डॉलर का है
01:25जो भारत रूस को फार्मस्योटिकल्स, एग्रो, इंजिनिरिंगोट्स, लोहा, कैमिकल, मशीनरी, एरक्राफ, कॉंपोनेंट्स जैसे चीजें बेच रहा है
01:34जो की लगबग 4.88 अरब डॉलर का है
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