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क्या सरकारी पैसे से वाकई 'बाबरी' बनाना चाहते थे नेहरू? देखें दंगल साहिल जोशी के साथ
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00:00नमसकार मैं हूँ साहिल जोशीर दंगल में आपका स्वागत है आज का दंगल
00:0316वी सधी की बावरी मस்जिद और 21वी सधी की हिंदुस्तानी सियासत पर
00:08राजनीती के गलियारे में बावरी मस्जिद एक बार फिर जिंदा है और लगता है कि जिंदार रहेगी
00:15और ऐसे जिन्दा है कि आप सियासी आफ़त मुल्क के पहले परधान मंतरी पंडित नहरू तक पहुँच चुकी है
00:23हुआ ये है कि देश के रक्षा मंतरी राज़नात सिंग ने बनोद्रा में सरदार पटेल की 150 वी जैनती पर आयोजित कारेक्रम में
00:31सरदार पटेल की तारीफ करते हुए पंडित नहरू पर तारीखी तोहफते गड़ दी
00:36राज़नात सिंग ने कहा कि पंडित नहरू सरकारी खजाने से अयोध्या की बाबरी मस्जिद बनवाना चाहते थे
00:43जिसे सरदार पटेल ने रोका था
00:45वैसे तो राजणात सिंग इस तरह के बयान नहीं देते आम तोर पर उनसे इस तरीकी के बयान नहीं देखे जाते लेकिन वनोद्रा में जिस मंच से उन्होंने भाषन दिया वो लिखा हुआ भाषन उन्होंने पड़ा है और नहरू पटेल सवात का जिक्र भी उन्होंने इस �
01:15सरकारी खजाने से बावरी मस्जिद बनाने की बात कही थी फिर भी
01:20बीजेपी पंडित नहरूं की चिट्टियों से लेकर उनके पुराने बयानों में से
01:25मंदिर मस्जिद खोचकर उन्हें हिंदू, हिंदुस्तान और मंदिर विरोधी करार देने पर आमादा है
01:31आज के इस दंगल में हम यही चर्चा करेंगे कि आखिरकार अयोध्या में राम मंदिरब बन चुका है
01:37बन जाने के बाद भी बाबरी में ऐसा क्या अटक गया है कि आज भी देश की सियासत बाबरी के करवट लेती हुई नजर आ रही है
01:46क्या वज़य है कि बंगाल से गुजरात और यूपी से हैदराबाद से लेकर हर जगर सियासत में बाबरी का जिक्र खतम नहीं हो रहा है
01:54इनी सवालों पर आज के दंगल में हम चर्चा करेंगे हमारे साथ कुछ खास विशेश मेहमान भी जुड़ेंगे लेकिन इससे पहले यह रिपोर्ट देख लेते हैं
02:04क्या सरकारी पैसे से बाबरी बनाना चाहते थे नहरू?
02:07क्या नहरू ने सोमनाथ जीरलो धार का विरोध किया था?
02:12क्या बाबरी में रखे विग्रह फोरण हटाना चाहते थे नहरू?
02:17क्या राश्टपती राज जिपाल को सोमनाथ जाने से नहरू ने रोका था?
02:22क्या मंदिरों के गल्यारों को नहरू ने डिप्रेसिव कहा था
02:27मुल्क के मौजूदा सियासत तारीख के पन्नों में खुलाचे भर रही है
02:34और उसमें नए हर्फो जमाल हिंदुस्तान के वजीरे दिफा राजनाथ सिंग गड़े है
02:39जब हिंदुस्तान की एक जहती मार्च में राजनाथ सिंग ठिखा हुआ फाशल पढ़ रहे है
02:50जब पंडिक जवाहर लांगे रूँ बावरी मश्जिद के बुद्धे पर सरकारी खजाने से पैसा खर्च करने की बाप जब उन्होंने छोड़ी छेड़ी थी
03:01सरकारी खजाने से पैसा कर्थ करते बावरी मस्जिद रवाई जाने चाहिए उसका भी विरोध के लिए किसी ने किया था तो गुजाबी मां की कौप से पैदा वे था तर बे दबाई पाई पटेल नहीं प्लेंदों को हिंदु मंदिर, पहली बार
03:22लेकिन बाबरी वाला एंगल नया था सो कॉंग्रेस हथे से उखन गए जो इस दुनिया में नहीं है पंडिजवाल लाल ने रूप सरदार पटे उनके बारे में जब तक तर्थों को सौवार जाजना ले महरवानी करके आमानना पूरो अपान जनक और जूटी बातें न कही ज
03:52नहीं किया था आरेसेस को बेन करने का कम सरदार प्टेल ने किया था राजनाठ सिंग्ग के दावे पर कॉंग्रेस ने दस्तावेस मांगी है प्रवक्ता दस्तावेसों का हवाला लेकर हाजिर थे
04:10नहरू ने बाबरी मस्जित का विशय उठाया सरदार पटेल ने उसका प्रतिरोध किया और उन्होंने कहा कि सोमनात के पुननिर्मान का विशय इससे बिलकुल भिन्न है वो एक प्राइवेट ट्रस्ट जिसकी अध्यक्षता जाम साहब अपनावनगर जो समराज प्रमुक थे
04:40शास इसके बाद नहरू जी शान्त हो गए बीजेपी सरदार पटेल की बेटी की डायरी का हवाला देते हुए राजनात सिंग के बयान की हिमायत कर रही है
04:50हलाटे उसमें सरकारी पैसे से बाबरी मस्जित बनाने के बाद नहरू के हवाले से कही नहीं लिखी गई है
04:55पीजेपी पंडिस नहरू को हिंदू मंदिर हिंदुस्तान विरोधी करार देने के लिए और हवाले गिनाती
05:02सोमनात मंदिर के उद्गाटन के समय उन्होंने जाम साहब को लेटर लिखा 24 अपरेल 1951
05:12ये सेलेक्टेड वर्सो जवाल नहरू सिरीस टू वालूम 47 में है
05:16सोमनात मंदिर के निर्माण में कोई भूमिका नहीं निर्माण करी आपको वो अटेंड भी नहीं करना चाहिए
05:28जाम साहब को जो किराजा थे मगर बाबरी मस्जिद वनवानी चाहिए
05:39और आपने देखा होगा
05:41राजनात सिंग के बयान के बहाने बिजेपी अपने तारीखी तोहमतों पा वो पिटारा खोल बैठी थी जिसमें नहरू और कॉंग्रेस को हिंदू विरोधी करार देती रही है
05:4917 मार्च 1969 को जावाला नहरू क्या लिख रहे है
05:52वो कह रहे है दक्षन भारत के मंदिर कितने भी उतसे हो मैं डिप्रेस्ट फील करता हूँ
05:57मुझे समझ में नहीं आता है कि मुझे डिप्रिशन क्यों लगता है उन कॉरिडोर्स में मूख करते समय
06:03तो इसका आर्थ हुआ कि वहां से लेके और आज तक राम मंदिर के शिलान्यास मिना जाना
06:10राम मंदिर की ध्वजा का विरोध करना बाबरी मजजिद बनाने का संकल्प लेना वो एक पुराना गाना था ना ये रईसी है खांदानी और रईसी नहीं ये कहानी है था
06:23सरदार पठेल और पंडित नहरू के राजनीतिक रिष्टों को लेकर बीजेपी पिछले कुछ वर्सों से जिस तरह से तबादलाएं खयाल कर रही है उसमें कई दफा तारीख के पन्नों को जुटलाया तो कई दफा नाहक मतालबे निकालने की कोशिश होती है
06:40जबकि बाबरी के हवाले से पंडित नहरू की खतों किताबत की तारीख बस कुछ ऐसा जिकराता है कि 22 से 23 दिसंबर 1949 की रात अयोध्या में विवादीत धाचे में मूर्तिया रखी गई थी
06:5126 दिसंबर 1949 को ततकालीन पीम नहरू ने यूपी के CM GB 5 को खत लिखकर मूर्तिया हटाने को कहा
06:596 जनवरी 1950 को पंडित नहरू ने CM 5 को फिर सचिठी लिखी और मूर्तिया नहीं हटने पर चिंता जाहिर की
07:065 मार्च 1950 को पंडित नहरू ने केजी मश्रूवाला को खत लिखा कि फैज़ाबाद के DM केके नायर ने हुकम अदूली कर दी और मूर्तिया नहीं हटवाई
07:15और फिर सजा के तौर पर केके नायर को नौकरी से हाथ दोना पड़ा था
07:19तो बरसो बात बाबरी एक बार फिर सियासत के मरकसी मुद्दा बनता दिख रहा है
07:28क्योंकि गुजरात के वडोधरा में सरदार पठेल की जयनती पर नहरू के हवाले से यूपी की बाबरी का जिक्र यूही नहीं हुआ था
07:34दरसल 4-5 दशक पुरानी बीजेपी को 500 साल के इंतजार के बाद बने शिरीराम जनभूमी मंदिर का 2024 में पूरा चुनावी आशिरवात नहीं मिल सका
07:43क्रिपा 400 के मुकाबले 240 तक आते आते अधूरी सी रह गई बीजेपी खुद अयोध्या से हार गई
07:49मगर बरसो बरस तक जो हिंदुत्यों की सियासत हुई थी वो ऐसे निश्फल नहीं हो सकती थी
07:53लेहाजा बिहार की जीत ने फिर भरोसा जडाया और बंगाल में बाबरी बनाम राम मंदिर के सियासत से लेकर
07:59यूपी में विराट हिंदू समागम तक शिरीराम जन्भूमी के कैलेंडर पर सवार सियासी हिंदुत्यों
08:05पूरे उत्तरप्रदेश के पिछले दलितों के घरों तक पहुचने वाला है
08:08मतलब बाबरी फिर से फैशन में है सियासत मजभी एक जहती के तशन में है
08:13वरना यूही तारीक के पन्नों में कॉंग्रेस नहरू और बाबरी की मिसाले खोज-खोज कर
08:18मंदिर मस्जिद हिंदू मुसल्मान की राजनीतिक चर्चा चेलने की कोशिश नहीं की जाती
08:22आज तक बेरो
08:24तो सरदार पटेल की देड़सोवी जैनती चल रही है और उसके उपलक्ष में भारतिय जनता पार्टी सरकार के तरफ से
08:32पूरे गुजरात में यात्रा निकाले हुए और हर यात्रा के पड़ाव पर एक बड़े मंत्री सरकार से जाकर वहाँ पर सरदार पटेल पर भाशन भी दे रहे हैं
08:41राज राजनात सिंग का टन था और वहाँ पर लिखित भाशन राजनात सिंग यहाँ पर पढ़ रहे थे लेकिन सवाल ये है कि बाबरी मस्जिद डेबॉलिश होकर इतने साल हो गया लेकिन आज भी बार-बार बाबरी का नाम क्यों निकला जा रहा है और उसमें कहीं न कहीं 50
09:11हमिल हो रहे है प्रोफेसर संगीत रागी और अशुतोष भी अपनी घुमी का इस पूरी चर्चा को लेकर रखेंगे यह डिबेट थोड़ी सी हिटेड होने वाली है तो मेरी एक रिक्वेस्ट आप सभी से होगी कि कि किसी भी तरीके से परस्नलाइज कमेंट्स एक दूसरे
09:41पहला सबान सरदार पटेल के बाहने नहरू तक बावरी की चर्चा क्यों ले जाना चाहती है भारती जनता पार्टी सरदार पटेल का बाहन है सरदार पटेल के नाम पर दरसल यह यात्रा निकाली जा रही है सरदार पटेल का गुनगान समझा जा सकता है लेकिन उसके बाहन
10:11हिंदुत्व के अजेंडे पर मुकाबला करना चाहती है
10:14क्योंकि अब उत्तरपंदेश के चुनावोंगे
10:16बंगाल के चुनावोंगे
10:17एक बार फिर हिंदुत्व के अजेंडे पर
10:19मुकाबला करने की कोशिश होगी
10:21और तीसरा एहम सवा
10:22क्या नहरू और कॉंग्रेस के सेकुलरिजम को बीजेपी तुष्टी करण साबित करना चाहती है
10:28बार-बार ये कहा गया है उस दिन प्रधान मंतरी के भाशन में भी MMC का जिक्र किया गया था
10:33कि कॉंग्रेस अब माववादी मुस्लिम पार्टी बनती जा रही है
10:36तो कही न कहीं कॉंग्रेस और मुस्लिम ये एक साथ जोड़कर साधने की कोशिश यहां पर की जा रही है क्या
10:42ये कई सवाल इसमें जुड़े जाते हैं कॉंग्रेस के तरफ से ये भी आरूप लगाय जा रहा है
10:46कि ध्यान भटकाने के लिए दरसल ये सारे मुद्बे उखाड़े जाते हैं और बड़ी इंटरस्टिंग बात
10:51राजनात सिंग पहली बार लिखिद भाशन पढ़के वहां पर बता रहे थे
10:56सरदार पटेल के बारे में राजनात सिंग को जानकारी काफी जादा होगी लेकिन इस बार लिखिद भाशन भी उन्होंने पढ़ा है
11:02शुरुबात करेंगे प्रेम शुकला जी
11:03हिस्टॉरिक तथ्या अइतियासिक तथ्या और आज की राजनीती
11:08कहिना कहीं से जोड़ कर पेश करने की कोशिश की जा रही है
11:11जो आरोप यहां पर लग रहा है कॉंग्रेस तो कह रही है कि यह इसमें तो तथ्या भी नहीं है
11:15आप जो कहने की कोशिश कर रहे है
11:18जी सरदार पटेल के डेड़सभी विजेयनती के आउसर पर
11:24सरदार पटेल के जब हम उनके पुन्यकारियों का उल्लेक करेंगे तो समकालीन राजनितिग्यों के साथ उनकी उनके विमर्ष्प का स्वाभवत तौर पर जिक्र होगा और जो कहरें कि तत्थ नहीं है तत्थ इससे बड़ा क्या होगा स्वेव सरदार पटेल की पुत्री मनि
11:54जिसके अंतिम परिछेद में पहला ही वाक्य है दिफरेंसेज बिट्विन नहरू एं सरदार पटेल अल्मोस्ट कम टू ए ब्रेकिंग स्वरी नहरू आउस रेज़ेशन आप बावरी मस्जिद पर सरदार पटेल मेड इट क्लियर अट दिगर्वर्वन्मेंट कूड नॉट
12:24कोरी मस्जिद बनवाना चाहते थे यह पहली लाइन इस पस्टता से कहती है और उस परिच्छेद में इस पस्ट किया गया है कि सरदार पटेल ने इस पस्टता से कहा कि सरकारी खर्च पर हम मस्जिद नहीं बना सकते कोई मस्जिद नहीं बना सकते तो सोबनात मंदिर का जो
12:54सब्सक्राइब किसी भी तरह के सरकारी खर्च से नहीं हुआ यह सबस्क्राइब और जब आप इसी ऐतिहासिक डायरी के पुरिष्ट क्रमांग 25 को पढ़ें गया साहिल भाई तो आप और आश्चर चकित हो जाएंगे उसमें तो घंस्यामदास बिड़ला के हवाले से
13:16कहा गया है कि अगर जवाहर लाल नहरू अगर महात्मा गांधी जैसे आध्यात्मिक व्यक्ति के संपर्क में नहीं आते तो उनका परिवार कब का मुसल्मान कनवर्ट हो गया होता यह प्रेम शुक्लिया आदर्णी राजना सिंग जी का आरोप नहीं है यह मनिबेन पटेल की �
13:46संपर्क में और यह मैं नहीं कह रहा हूँ आप कहें तो पढ़के सुना दू प्रिष्ट क्रामांग 25 का पहला परग्राफ है यह प्रिष्ट के मांधी के संपर्क में नहीं आते तो वह सकता है
14:07मैं उद्र कर रहा हूँ यह घनशान दाज बिरला का इंफरेंस है यह आप घनशाम दाज बिरला ठीकर रहा है उनको ऐसा लगता था यह बात मनी बेन पटेल वहां पर कह रही है
14:22मनी बेंट पतेल ने जो कहा है, वहां पर एक हिस्टॉरियन है, इर्फान अबीड, उनका ये कहना है कि वाई शूट जवाराल नेरू बिल्ट बाबरी मस्जिद, वन बाबरी मस्जिद वज अल्रेडी एक्जिस्टेड, आपको भी पता है कि बाबरी मस्जिद कब गिराई ग�
14:52इर्फान अबीड, इर्फान अबीड, वन बाबरी मस्जिद ढाई गई, वो क्या राचा था, वो बाबरी मस्जिद गिराई को शौरिय दिवस बनाना चाहिए, आपी के बंतरी राजस्तान के कह रहे थे, वो क्या था, बहुत बहुत अच्छा प्रशने, इसका उत्तर सुन
15:22एक जैगा, किसी भी मस्जिद में सुवर की मूर्ति हो सकती कि बताईएगा, बाबरी जो ढाचा था, उसमें वराह देवता कैसुवर की प्रतकृति वाली मूर्ति थी, वहाँ वजू का किसी प्रकार का कुऊँआ या तालाब नहीं था, वहाँ पर उस मस्जिद जिसको आ�
15:52किताब 2001 में आई हुई है निजलंगपा ने उस पर फॉरवर्ड लिखा हुआ है आप मुझे बताइए कि आज राजनाथ सिंग इस बात को क्यों इसका जिक्र क्यों कर रहे हैं उसका जवाब दिए उसके बारतुलों ने पार्टिन से पास चलेंगे क्योंकि मरीबन पटेल कौ
16:22करचा होना स्वाभाविक है जब आप जवाहरलाल नेहरू जी की डेड़तों में जेंती मनाएंगे तो आप जवाहरलाल जी के द्वारा किये गए कृत्यों पर चर्चा करेंगे की नहीं करेंगे उनके समकाली इतियास पुरुष्णों के साथ उनके विमर्ष की चर्चा हो�
16:52को आइना दिखाने की कोशिश हुई और मनी बेन पटेल की जिस बुक का जिक्र उन्होंने किया हुआ है किताब का जिक्र उनके डाइरी के एंट्रीज उसमें है और उसके आधार पर ये किताब लिखी गई है दोजार एक में ये किताब प्रदर्शित हुई थी और उस पे �
17:22सांसद रही है मनी बेन पटेल कॉंग्रेस की विधायक रही है और उसके बाद जब वो चुनाव हारी तो उसके बाद कॉंग्रेस के टिकेट पर राज्य सभा भी उन्हें भेजा गया था 1977 में उसके बाद हाला कि जनता पार्टी के टिकेट पर वो लोग सभा की सांसद भी �
17:52पन्ना निकलता है और इसी के आधार पर आज राजनाथ सिंग इस बात का जिक्र कर रहा है देखे राजनाथ सिंग जी ने ऐसा क्यों कहा शायद 1991 में एक अच्छा ट्वीट लिखाया अच्छो पांडे जी ने आज आज
18:03कि 1991 में राजना सिंग जी को सर्दार वल्लाबाई पटल होनोलू में एक राग को चुपचाप से गोलवर कर होटेल के 420 नंबर के कमरे में मिले और उन्हों ने उनको ये बात किए यह उतनी सच है जितनी जितनी की बात राजना सिंग जी ने कही है तो यह एक हिस्टॉरियन
18:33कि शुरुती रानि की शादी होती है तो वे हिंदू है के साथ तो यह वही नर्येटिव है जहां 2 करोट रोजगार नहीं दे सकते
18:41ब्लैक मनी लानी सकते, किसान की आय दोगनी नहीं कर सकते, अभी चार ट्रिलियन डॉलर जुट बोलना धाई ट्रिलियन डॉलर है, एकोनॉमिस्ट का कहना है, तो मूल मुद्दे जो है वो बता नहीं सकते, इसके उपर है, अब मैं ही ये देखना चाहता हूं साइल जी, कि सद
19:11हिंदुस्तान बनने के बाद, और यही वो कहानी है कि जन्होंने आरेसस पे बैन लगाया था, तो क्यों लगाया था, उसकी भी एक समर्पक चर्चा, जो है समग्र चर्चा, जो जर्दार वल्लब भाई पटेल के अच्छे कृत्य जो है, उसकी चर्चा भी जरूर होगी, इ
19:41जो लोग पाकिस्तान चोड़के हिंदुस्तान में आये अपने प्रॉपर्टी चोड़कर या जो हिंदू पाकिस्तान से भरत में उनको वहां 15 जाकर अपनी प्रॉपर्टी डिस्पोज आफ करकर अपना पैसा लेकर वापस आने की सहुलियत देनी वाला वो पैक्ट था, उ
20:11अबी मैं देख रहा था किया मुझी का पिल्ग्रिमेश तु फ्रीड़म ए उस बुक में लिखा कि महत्मा गांदी जी ने सुम्नात मंदिर का चरणा करना चाहिए, सेकुलर गवर्मेंट में कभी भी किसी भी इसमें नहीं जाना चाहिए, तो कैबिनेट में लिया गया
20:40तो नेरुजी ने, उने कहा था कि हम secular government है,
21:00किसी भी इसमें जाना ठीक नहीं हो, किसी भी धार्मी कारणों में हमने
21:02चामिल नहीं होना चाहिए, और तब जब भाकरान अंगल बनाया उन्हों न,
21:05उन्होंने कहा था, ये नए भारत के मंदिर है,
21:09Temple of New India कहा था उन्होंने उसके तो यह सोच का जो अंतर है न यह अंतर क्या है कि हम लोग धरातल पर भुनियादी सेवाओं को लेकर भुनियादी जीजों को लेकर कुछ नहीं कर सकते इसलिए हिंदू-ुसल्मान करते है इतियास को आप किस परस्पेक्टर में देखते हैं वो भ
21:39की जिम्मेदारी है यह खुद कॉंग्रेस के सरकार के समय कहा था लेकिन आज जब यह भुता निकलता है तब आप कहते हैं तो इसमें हैं एक कट्रम में बता दो इसमें हैं ने मैं मुझे
21:46सब्सक्ट का संबंद मुस्लिम समुदाई से जब जोड़ा जाता है या बाबरी मस्जिद से जोड़ा जाता है
22:16से जोडने की कोशिश की जाती है
22:19तब क्यूं कॉंग्रेस बैक फूट पर जाती है
22:22अगर आपकी पॉलिटिकल भूमिका है कि बाबरी मज़िद
22:24नहीं तोड़ी जानी चाहिए थी तो आप आकर कहिए
22:26कि हाँ हमको नहीं तोड़ी जानी चाहिए थी
22:27परदान मंतरी जवारलाब नेरू ने उस वक्त
22:31उत्तर परदेश के मुख्य मंतरी को चिठी लिखकर कहाता
22:34कि वहां से मूरतिया हटाइए जिस तरीके से वहां पर
22:37वो रखी गई है वो गलत तरीके से रखी गई है
22:38यह कहा था उनुनि अगर कॉंग्रेस की यह इस्टोरिकल भूमिका है तो क्यों नहीं आप लेते इस भूमिका को
23:08देखना यह सेकुलरिजम है सरकार का प्रमुख काम होता है क्योंकि उसकी शपत ही ली जाती है एक तरीके से मेरा सवाल आपसे यह है कि अगर इस बात को लेकर
23:30बड़े ही क्लियर थे कि भाई इस तरीके से विवाद नहीं खड़ा होना चाहिए अगर कॉंग्रेस की सरकार इस बात को लेकर बड़ी क्लियर थी कि बाबरी मजजिद को इस तरीके से नहीं ड़ाया जाना चाहिए यह बात जो हूए है तो क्यों नहीं वो आज आकर कहती है आ�
24:00कि अगर देश के सामने आज बीओ उनका वीडियो जो है स्टेट्मेंट जो आज भी है कि नहीं वह बहुत गलत हुआ दुनिया के सामने यह बहुत है कि लेटराओ स्पिरिट है हमारा जो मोदी जी ने कहा था लेकिन हिंदू तो कोई धरम नहीं है हमने हमारी हमारी भूमी क
24:30का हैं यह हमानतöl सब को समानतजा से सबको समानता से देखर सबके लिए काम करना यह एमारी भूमी का जो में लेकिन करना है आपको मेरा सवाल यह नहीं था गुमा फूरी तरीके से Bluetooth अपनेश्ड़ यह बें आपके पास दोबारा आना पढ़ेगा मुझे लेकिन जी बाद
25:00पर्टेल ने ये बात भी कही थी और एक ख़त प्रधान मंतरी नहरू लिखते हैं उस वक्त दूसरा ख़त ग्रे मंतरी प्रधान मंतरी सरदार पटेल लिखते हैं और कहते हैं कि भाई अभी अभी पार्टिशन हुआ है हम ये सहन नहीं कर पाएंगे कि वहाँ पर भी किसी भी �
25:30ये भी ख़त वहाँ पर सरदार पटेल लिखते हैं इस बात की भी चर्चा होनी चाहिए कि क्या सत्मुच के सरदार पटेल ने रसेस पर पावंदी लगाई थी मात्मा गांडी के हत्या के बाद में आपको याद होगा इस बात को क्या ये बात भी कही जाएगी नेरू के बा
26:00दकाली रियासत के राजाँ श्रीमान हरिशिंग को जो है भारत में समाहित होने के लिए बेव दूद के लूप पे सरदार पटेल जी नहीं भेजाता ये भी कई जाएगी ये भी कही जाएगी सरदार पटेल के रहते ही राश्ति स्वएम सेवकसंग का प्रतिबंद जो है कि
26:30उनका रोलता ही है अदालतों के फैसले है, कमीशन का फैसला है, अदालतों का फैसला है, और साहिल जी जो कहा जा रहा है कि मंदिर का निर्मान कराना जो है, वो सरकार का काम नहीं तो आपकी जानकारी के लिए बता दें, इसको अपने कैमरामेन को भेज कर और अपने रिपोर्
27:00निर्मान भारस सरकार ने कराया और पंडि जवालल निहरु उस्फ निर्मान स्थल पर स्वैम गए
27:07अगर महात्मा बुद्ध की निर्मान स्थली को बनाना सरकार का दाइत हुं था तो श्री सोमनाद मंदिर पर सरकार क्यों भाग रही تھی और राम मंदिर बनाने पर क्यों
27:17मगतियार खिल जी और घजनी तीनों के कामकाज तो एक जैसे ही थे गजनी ने सोगना तोला था बाबर ने श्री राममंदिर तोला था वक्तियार खिल जी ने
27:47मैं तो बाबरी राच्छा बता रहा हूँ ने देख लिजिए आप आप जाके अपने कैमरामेन को आज ही बेजिए आज रिपोर्टर बेजिए वहां महात्मा पंडिजवाल लाल नहरू के द्वारा इसका बाकाइदा फलक लगा हुआ है उस फलक को देख लिजिए आप और ब
28:17पंडित नहरू मुस्लिम सपोर्टर थे एक नहीं डेफिनेशन यहां पर नजर आ रही है इने सरदार पटेल असलियत में सेकिलर थे यह भी बात कहीं नहरू को कटगरे में खड़ा करके कॉंगरेस को कटगरे में खड़ा करने की एक कोशिश है आपको इसका पॉलिटिकल ज
28:47नहीं बारत सरकार ने गया बोध्या के माबुधीन मंदिर का नियर्मा नहीं किया था
28:55मैं आपके बीच में बोला नहीं कुषी नगर में जुट भॉल रहे हैं उप मैं कोई मंदिर का काम बढ़ ए
29:04में निर्वान रसा यहां, बीच में बूला नहीं बिचमे बूला नहीं, नियुक्स है नियुक्त मेंमा ऐंगार के लोड़ते हैं
29:25दोकरियों के लिये काम नी करना हैं, इंड़स्टीरी में तारहों,
29:42पुषी नाज़ पुषे निएा है, यह पूर जञता पनता है,
29:48तुनिये एक आरेसे के बैंट जाने साई कभी नहीं होगी नेगे तु तड़ाक पे आ रहे हैं अब तू तड़ाक ने प्लीज यह ऐसे देडिल मत चारी हुआ तू मोणे पड़ी प्लीज नहीं नहीं तू तरौ मैंने वे यह देड़ाक की शुरुआ कि ज़रा ही
30:16हीटेड टॉपिक है एक दूसरे पर पसकर टिपने मत कर तूँ तरग मिद्स में प्लिस मैं प्लिस अगर ऀखा.. चलिए अगर प्धिया तक छोड़ दीजीए लिकर आब इसके आगे
30:26लेकिन चुखी नगर का मुददा निकला है तो जब सपाड़ीयों इसके सान को
30:47अतू लोँड़े पाड़ीनिया टुशी नेफ़ील कुशिन मुददा झरनी निकला है कई सारे
30:54तो यह जो महा परिर्णिर्वान टेम्पल है यह उनीस सो चपन में बनाय था फचीस सो साल पूरे होने पर उनकी कहुतम बुद्ध की डेथ अनिवर्सरी को लेकर और उसके बाद यह बना गया था उनीस सो चपन में उसका परपस यह था कि उनके उनको कमोमरेट करने के लिए �
31:24उसको लेकर राजनीती नहीं हुई थी मामला यह है कि जब बंदिर या मस्जित को लेकर राजनीती होती है अशुतोष आप क्या कारण डेखते हैं कि बाबरी खतम होने का नाम नहीं ले रही है बाबरी मस्जित तोड़ दी उस पर दोजार उनीस में सुप्रिम कोर्ट के प
31:54वहाँ पर मंदिर बनेगा मस्जित के लिए अलग जगा भी दे दी गए लेकिन उसके बावजूद भी हिस्टोरिकल कॉंटेक्स्ट में बार बार बाबरी निकाली जा रही है कहीं ना कहीं और कॉंग्रेस से जोड़कर वहाँ पर वो निकालने की कोशिश हो रही है
32:05साहिल सबसे पहले तो मैं अपने दर्शकों के बता दूँ आपने चुकर सुप्रिम कोर्ट का जिक्र किया इसकी सुप्रिम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद ढहाने को एक क्रिमिनल एक्ट कहा था
32:17और ये भी कहा था कि दरसल वहाँ पे किसी मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाए जाने का कोई सबूत नहीं मिला था
32:25ये सुप्रिम कोर्ट का आदेश है जो स्पस्ट तोर पर लिखा हुआ है
32:29मैं दो-तिन चीज़ें स्पस्ट करना चाहता हूँ
32:32पहली बात यह है कि जब नहरूजी का जिक्र किया जा रहा है उस्वक्त आरेसेस के जनसंग के एजेंडे में अयोध्या राममंदिर कहीं था ही नहीं हिंदू महासभा ने इसको बड़े पैमाने पर उठाने की कोशिश की थी आरेसेस को राममंदिर की याद तब आई
32:471982-83 के आसपास तब तक अब भी आरेसेस को भी इस बारे में कोई सुध भी नहीं थी कि राममंदिर कहीं है कहीं कोई बावरी मस्जिद भी है लेकिन आज इसका जिक्र क्यों हो रहा है आज इसका जिक्र इसलिए हो रहा है क्योंकि 2024 के चुना में भारती जनता पार्टी को उ
33:17और मेरे लिए वो बड़े भाई की तरीके से हैं लेकिन उन्होंने जो यह बयान दिया है क्यों दिया है मैं बताओं क्योंकि आज की तारीख में इस बारे में चर्चा ना हो कि रुपया डॉलर की तुल्ला में 90 के पार होता हुआ दिखाई पड़ रहा है क्योंकि आएमफ ने
33:47यह मेरे पास एकनॉमिक टाइम्स है और यह एकनॉमिक टाइम्स की जो खबरें तीन खबरें से चपी हुई है पैदी खबर यह है कि इंडस्ट्रियल आउट्पुट अपने 14 महीने के सबसे कम अंग पे है चिंता की बात यह है कि एलेक्रिसिटी ग्रोथ नेगेटिब में है
34:175% माइनिंग माइनस 1.8% और मैनुफेक्चरिंग 1.8% इसी में एक दूसरी खबर चपी हुई है मैनुफेक्चरिंग एक्टिबिटी पिसने 9 साल के लोवेस्ट पॉइंट पे है यह भी खबर चपी हुई है कि द्यान भटकाने के लिए चीज की जानी है लेकिन बाबरी ही क
34:470.7% है और आपका जो नॉमिनल जीडिपी ग्रोथ है जब भी दस प्रक्षट से नीचे आता है इसका मतलब यह कि आपकी आर्थी किस्तिती देश की आर्थी किस्तिती ठीक नहीं है गड़बड है तो एक तरफ सरकार 8.2 प्रक्षट की जीडिपी ग्रोथ की बात करती है और
35:17काडिगरी में डाल चुका है अब आपने का बाबरी मस्जिद चूंकि मुद्दे को भटकाना है चूंकि हेडलाइन सापको मैनेज करना है इसलिए बाबरी मस्जिद को लेकर आते है और आपने देखा जैसे बाबरी मस्जिद का जिक्राया नहरूस उसको जोड़ा गया वै
35:47वो सही था देखे यह यह i aur ने ऐसा कभी नहीं किया यह गलत गलत करने के कौशिष कीसके जारी जो आस्मान में थूक ना जो आप के मुझ पर आ
36:03वं brewing को जितना उने के पायंगे क्योंकि गोले रानी के बात நीं कर सकते क्योंकि हेड़ गवार की बात नही
36:11इसने नहरू की बात करते हैं वो नहरू जिनकों तराश मनतरी अगर बड़ोधरा जाकर
36:31यह बात करने लगते हैं को की स्टोरी old इससे से पणना निकाले कर कह दे clearly
36:36देखे यहां पर यह ह हुआ ता तो उस पर तो चर्चा होगी आपको Bangkok है
36:40आज सभी लोग पार्लमेंट पर उसी को लेकर बयान दे रहे हैं मिलिया कैसे चलती है आपको भी पता है यह ऐसा नहीं कि कोई छोटे मोटे नेता ने बात किये इसको लेकर
36:49मैं साहिल मैं आपको यह दिखा सकता हूँ कि किस तरीके से राजंदर प्रशाद जी ने डॉक्टर राजंदर प्रशाद ने 1947 चौदार मई को सरदार पटेल को चिठ्ठी लिखी थी और उन्होंने RSS के बारे में क्या कहा था मैं पढ़के सुना दूंगर कहिए तो आप उस प
37:19लेकिन इसकी पूरी कोशिस हेडलाइन मेनेजमेंट है और दूजा 27 के लिए जो इनका हिंदूों के इंदर खिसकता हुआ जलाधार है उसको कुछ नहीं कुल मिलाकर बार बार बारी मस्जित को निकालने की बताने की क्या जरूत है सरदार पटेल के बारे में बात होती है त
37:49है साहिल राजनाज जी ने कितना ध्यान भटका या यह तो मुझे नहीं मालूम है
38:02कि दो लेकिन और सुतोष ने क्या मुद्दे पर कोई बात की कि आपने सवाल किया उसपर कोई उत्तर दिया उन लेकर क्या गुल्वलकर को ये
38:13करके आए सावरकर को यह व्यक्तित्तों की तुलना करना शुरू कर दिया और जो मूल प्रशन था उस पर उन्होंने एक यही होता है कि बार मैं व्यक्तिकर्ट टिपनी नहीं करना चाहता है
38:26मैं सिर्फ इतना करता हूं कि आप मुद्दे पर आपके पास कुछ बोलने के लिए नहीं है इसलिए आपने सारे स्टेटिस्टिक्स गिनाए अब रही बात आपने एक सवाल उठाया था साहिल और जरा ध्यान से सुनिएगा जितना समय उनको दिया था दीजिएगा गौर से कि
38:56तक वहां पर रामलला की मुर्ति अस्थापित की जा चुकी थी उन्नी सो उन्चास में और इसी संदर में सोमनात का रिनोवेशन का मुद्दा उठ गया था उसी संदर में यह बात आई है तो यह आउट ओफ कॉंटेक्स नहीं है और प्रेम सुक्रा जी ने फिर बोला यह क�
39:26पत्रकारों का वो गिरोह वो दर्बारी इंटिलेक्चलों का गिरोह जिसने नहरू को महिमा मंदित करने की कोशिस की यह क्यों हम भूल जाते हैं कि 15 अगस्त 1948 को लाड माउंट बेटन ने सिकुरिटी कांसिल में लेकर के मैं यसलिए जिक्र कर देना चाहता हूं कि नहरू न
39:56इन सब चीजों के जो पापों को इन बौधी गिरोहों ने और दर्बारी इंटिलेक्चलों ने वो पत्रकारों ने सतर साल से ढख करके आ रहा है वो पाप का घड़ा फुट करके बाहर निकल रहा है किसी ने सोचा था ये पहले किसी को जानकारी थी कि जो है लाड माउंट �
40:26बड़ा आपको परिशानियां हो रही होंगी ये किसी को पता था कि डॉक्टर रादिन प्रसाद की मृत्तू होने की करीब थी तो सरदार पटेल तो पंडित नेहरू ने कहा कि जमुना के किनारे कहीं एक जगा ढूंडो ताक नहीं तो ये आदमी यहीं पर मर जाएगा तो �
40:56जैसे आशुतोस को सुनाना जैसे आशुतोस को सुनाना जैसे आशुतोस को सुनाना जैसे आशुतोस को सवाल पूछ रहते हैं मैं भी बुक कर रहा हूं सवाल पूछ ने लगते हैं साहिल आप क्यों परिशान होने लगते हैं साहिल आप क्यों परिशान होने लगते हैं मैं
41:26कर रहेगा ना मेरा हम तो दोजार पचीस पे बैठ है ना आप तो यही बताने की कोशिश कर रहे ना कि जवार्वाल देरु ने देश पर अन्याई किया है यह आपकी भूमी का है और इसके लिए आप कुछ हिस्टॉरिक कॉंटेक्स देने की कोशिश कर रहे है अलगला किताब
41:56है यह समझने की कोशिश हो रही है यह सवाल पूचा जा रहा है संगिर रही जवाब देना है क्योंकि निरुजी पे सवाल उड़ाया है देखे देखे देखे देखे आता हूं आपके पास साहिल साहिल साहिल साहिल यह सवाल आज इसलिए important है कि बगल में पाकिस्तान आप द
42:26को आप जानते हैं ना परिवार के लिए सारी देखे गदारी भी सुईकार हो जाता है इसी लिए जरूरी है कि नेहरू के पूरी legacy को question किया जाए क्या क्या क्या नेहरू ने किया था इस देख में Muslim League को जिन्दा किस ने किया इस लेश में Muslim League को जिन्दा पंडित नेहरू ने क
42:56तो आज यही मुद्धे उठाने के वज़े से सरकार को उसका फाइदा होगा
43:13अज़िवराओं की इतिहास को सही परस्पिक्र में रखा जाना चाहिए आज़िए एक तो है कि जो अपने बाप अपनी बेटी को सता सोबता है बेटी अपने बेटे को सता सोबता है
43:42बेटी जो बेटा का बेटा का आता है ए पूरा का पूरा एक परिवारी की चला कर के आता है और दूसरी बेट मानीबें थी ठेक है आश्ची दोष्च को और इनको चुप कराइए बाई चुप कराइए इनको देखे मैं साहिल जाई
44:10दरसल संगीत रागी विजयराजे सिंधिया का जिक्र कर रहे हैं जब वो डानिस्टी की बात करते हैं उसके बाद मादोराव सिंधिया जियोति राज तमाम सिंधियाओं का जिक्र करते हैं तो चलिए उस डिबेट मैं नहीं पढ़ता हूं मैं उस डिबेट में नहीं पढ़ता
44:40प्रदान मंतरी नरेंदर मोदी ने 2014 में क्या कहा था कि रुपया जिस तेजी के साथ नीचे गिर रहा है उससे देश की अर्थवस्तार चौपट हो जाएगी तब तो 55 था आज 90 हो गया है इसका मतब देश की
45:05अर्थवस्तार असातल में चली गई है इससे बचाने के लिए लोगों का ध्यान हटाने के लिए इस तरीके की नेरू याद आते हैं ध्यान हटाने के लिए 50-75 साल पहले जो खत लिखेंगे वो याद आते हैं जल्दी से आपका जवाब इसके बाद अतुलोंडे पाटिल बोल
45:351960 में बाइदवे अफगानिस्तान जब गए थे न तो बाबर की मजार पर भी अपनी सद्धांगली व्यक्त करके आये थे उनका बस चलता तो इस देश का इसलामी करन पूरी तरीके से हो जाता नेहरू को भारत की संस्कृति से कोई लेना देना नहीं था जिस व्यक्ति ने म
46:05पूछने वाला नहीं है कोई गोलवलकर के बारे में और जिस शब्द में बात करते हैं यह डिबेट टाइनिंग ओल तक जाएगे
46:34लेकिन अतुलोंडे पाटल जल्दी से आपका जवाब चलिए अतुलोंडे पाटल जल्दी से आपका जवाब
46:41जो इतियास पे आपके लोगों ने किया है उसका जवाब आपको भी देना पड़ेगा
47:11जो इनके नाम से इनके नाम से इनके नाम से क्या है तो
47:41प्रेम शुकला जी जो सवाल आशितोष यहां पर खड़ा कर रहे है इतिहास के पन्ने निकालने से आज की समस्याई क्या हल होगी
47:59उन्होंने रुपिय का मुद्धा निकाला 55-90 रुप्य तक पहुँच गया है डॉलर के मुकाबले
48:05इतिहास के पन्ने निकालने से क्या आज की समस्याई हल होगी और से ध्यान बटकाने के लिए बीजेपी के लिए सा बार बार इस तरीकी की बयान बादी करते हैं
48:14नेरो जी ने इंद्रा जी को सवाल पूचा है और इंपोर्टेंट सवाल है आप भी सुन आप भी उसका जवाब सुन देगेगा
48:31तो पहले उसका जवाब देता हूँ
49:01मैं पहले इसका जवाब दूगो ना इंटीज इंट्रेस्टिंग तो लेडी माउंट बेटन को प्रतिदिन मिलकर जवाहर लाल नहरू दिया करते थे
49:26तो जवाहर लाल नहरू अंग्रेजों के पता रही कौन को उसे अंग्रे चाट रहे थे
49:31मुझे नहीं पता है तो तलवा चाटने की बात कर रहे है
49:33अगर बान भी लिया जाए कि मनी बेन पटेल की किताब पूरी तरीके से सौ प्रतिशत सच है
49:38जो बनी बेन पटेल कॉंग्रेस के टिकेट पर दो बार सांसत बनी राज्य सभा की सांसत बनी उनकी किताब सो प्रतिशत सच मान लिया जाए
49:47सवाल आज की स्थिती बें यह है जो आश्यतोष यहां पर उठाने की कोशिश कर रहे है इतिहास के पन्ने निकालने से आज रुपया क्या मजबूत होगा
49:55क्या आज की समस्या है हलोगी द्यान भटकाने की कोशिश यह सवाल पूचा जारा है प्रेव शुकला जी जल्दी से आपका जवाब
50:01तब यही होना होता है और इसलिए मैंने कारेकरम के शुरुआत पे कहा था कि कहीं ना कहीं वर्स में तित्तिया नहीं होनी चाहिए
50:27लेकिन मुझे लगाई था कि आखिरकार यही बात होगी लेकिन एक बात तो साफ है कि इतियास के पन्ने जितने खंगाले जाएंगे उसमें कई सारी चीज़े निकल के आ सकते है इतियास को आप क्या आज की राजजिती के परपेक्ष में नजब देखने की कोशिश कर रहे ह
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