Cyclone Ditwah: बंगाल की खाड़ी में बन रहा चक्रवात दित्वा तेजी से तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। IMD ने कई जिलों में येलो व ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। तेज हवाएँ, भारी बारिश और समुद्र में ऊँची लहरें उठने की आशंका है। दित्वा का नाम यमन ने सोकोट्रा द्वीप के प्रसिद्ध डेटवा लैगून के आधार पर दिया है। अगले 24 घंटे बेहद अहम हैं क्योंकि इसकी दिशा और ताकत तेजी से बदल सकती है। तटीय इलाकों में रहने वालों को सावधानी बरतने और मौसम विभाग की सलाह मानने की अपील की गई है।
00:11चक्रवाती तूफान दित्वा इन रज्जियों में मजाएगा तबाही
00:16यमन ने किस साधार पर दिया चक्रवात को दित्वा नाम
00:21बंगाल की खाड़ी में मौसम फिर बिगड रहा है और एक नया चक्रवात बन चुका है
00:27जसका नाम है चक्रवात दित्वा
00:29ये तेजी से आगे बढ़ रहा है और 30 नवंबर की सुभह तक
00:34तामिलनाडू, पुड्डू चेरी और दक्षण अंद्रप्रदीश के तटों के करीब पहुँच सकता है
00:40आइमडी ने इसे गंभीर स्थिती बताते हुए लगतार निकरानी रखनी शिरू कर दी
00:46चक्रवात दित्वा इसलिए भी खतरनाक माना जा रहा है
00:49क्यों कि उसी वक्त एक और सिस्टम सैयार मलक्ता की खाड़ी में सक्रिया था
00:55सैयार अब कमजोर पड़ चुका है लेकिन उसके बाद बन रहे दित्वा का असर और ज्यादा तीज हो सकता है
01:02मौसम विशेशक्यों का मानना है कि दोनों सिस्टम का सैयुक्त प्रभाव दक्षन भारत में भारी से बहुत भारी बारिश ला सकता है
01:10फिलहाल दित्वा श्रीलंगा के पोर्ट तुविल अलाकी के पास है और उत्तर भारत पश्चिमी दिशा में तीजी से आगे बढ़ रहा है
01:17जसे जसी ये तरट के पास आएगा तीज होआउं और भारी बारिश का खत्रा बढ़ेगा
01:23तामिलनाडू के कईजिलों, चिननई, नागपटिनम, तिरुवलूर, तंजवूर और आसपास के क्षित्रों के लिए 27, 28 और 29 नवंबर को येलो और और औरेंज अलर चारी किया गया
01:37इसका मतलब साफ है कि इन दिनों में तीज होआउं, भारी बारिश और पानी भरने जैसे इस्थित्यां बन जाएंगी
01:44लोगों को समुद्र के पास न जाने के लिए अनावाशक प्यात्रा न करने के लिए और सुरक्षत जगाहों पर रहने की सलाहती गई
01:52बच्छवारों को समुद्र में न उतरने को कहा गया और रजिस्टर कारों ने भी रहत दलूं और बच्चा व्यवस्थाओं को तैयार रहने को कहा
02:00चक्रवाद का नाम दित्वा यमन ने दिया और ये नाम असल में यमन के सोकुट्रा द्वीब परमावजूद एक बेहद सुन्दर जग है डेट्वा लागून से लिया गया
02:10ये जगह अपने नीले पानी, सुनहरी रीट और अनूखी प्राग्रितिक सन्रचना के लिए मशूर है
02:16इसे 2007 में यमन का पहला रामसर स्थल घूशित किया गया
02:21सोकुट्रा द्वीब सम्हू अपनी खास जव विवित्ता के कारण युनस्को बियोस्फियर रजव भी है
02:28यमन ने इसी प्राग्रितिक स्थल के नाम पर दित्वा का नाम सुझाया
02:31चक्रवातु को नाम देनी की परमपरा कई साल पुरानी है
02:35उत्तर हिंद महा सागर में तूफानों का नामंकरण 2004 में शुरू हुआ
02:40जब भारत समेत आठ देशों ने मिलकर ये प्राग्रिया बनाई
02:442018 में यमन, इरान, कतर, सौधिय अरब और UAE को भी इस सुची में शामिल कर लिया गया
02:52हर देश अपनी तरफ से नाम देता है और उसी करम में चक्रवातों के नाम रखे जाते हैं
02:58भारत ने भी अगनी, बिजली, मेख और सागर जैसे नाम सुचाए
03:03अगले 24 घंटे बहुत महत वपूर्ण है
03:06इसी दोरान ये साफ होगा कि दित्वा की दिशा, गती और ताकत कितनी होगी कि निलाकों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा
03:15फिलाल अंदाजा है कि तुफान डक्षणी तामिलनाडू, पुड़ू चेरी और डक्षण आंधर प्रदेश में तीज हवाओं, उखटते पेड़ों, समुद्र में उची लहरों और भारी बारिश के कारण बन सकता है
03:2830 एलाकों में रहने वालों को सतर को रहने की कड़ी सलाह दी गई
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