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West Bengal में SIR (Special Voter List Revision) को लेकर राजनीतिक तनाव लगातार बढ़ रहा है। TMC और CM Mamata Banerjee का कहना है कि SIR प्रक्रिया राज्य को निशाना बनाकर की जा रही है, जबकि BJP इसे पारदर्शिता की दिशा में जरूरी कदम बता रही है। इस वीडियो में हम देखेंगे कि SIR विवाद ने कैसे दोनों दलों के बीच नैरेटिव वॉर को तेज किया है और इसका राजनीतिक प्रभाव क्या हो सकता है। जानिए SIR प्रक्रिया क्या है, दोनों पक्ष क्या दावे कर रहे हैं, और इसका Bengal की राजनीति पर संभावित असर क्या होगा।

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~HT.408~

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00:00अब इसमें एक चीज़ और हो रही है, नारे बाजी करके मम्तब अनर जी ने बहुत सारी यहों पर विरोध किया है, इसका अलग अलग जगह है, रेली कराई है, छितर विशिस, जिले वार, शेहर वार, रेलियां कराई है, साथ ही एक नेरेटिव गढ़ने की कोशिश दौनों
00:30क्योंकि सिर्फ वो अलप संख्यक हैं इस वजए से, यह गढ़ने की कोशिश की जा रहे है, दूसरा जो बीजेपी या एंडिया की तरफ से किया जा रहा है, कि एक सामाने प्रक्रिया है, जो समवेधानिक है और सही तरीके से हो रही है, बीयलो पर प्रेशर आ रहा है, यह �
01:00हर दिन एक बीयलो आफ दा डे का भी अनॉंसमेंट होता है, कि इन्होंने आज अच्छा काम किया, उमर दराज होते हुए भी अपना काम नियम से समय से पूरा किया है, लेकिन जो नेरेटिव वार है और जो नारेवाजी हो रही है, यह किस तरह से एक दूसरे को काट रहे है
01:30इन का इलेक्शन में बहुत बरा रोल होता है, कई सारी सरकारें आप देखेंगे इन नारों के बल पर बदल गई, अब की बार मोधी सरकार से पहले वी वो फोर्स, वो भी नेरेटिव था, बाद में पता चला कि वो फोर्स में कोई घोटाला ने हुआ था, सब को क्लिन चि�
02:00पांच साल पहले अभूत पुर्व मेजोरिटी लेके आई थी, आज तक उस रेकॉर्ड को नहीं तोरा जा सका है, उस सरकार को 1989 में बफोर्स गिरा देती है, फिर देखिए, अच्छे दिन आने वाले हैं, नेरेटिव की जीत हो जाती है, नितीशे कुमार है, बिहार में 2015 मे
02:30भारतिय जनता पाटी विजयरत पर आरोर थी, राज दर राज जीतती जा रही थी, उसको हराना लगभग नामुम्किन सा हो रहा था, वहां पर जाते हैं बिहार में, हलाकि बिहार में राजमतिक समीकरन भी बदलते हैं, लेकिन इस नारे का भी बड़ा योगदान था, कि न
03:00सारे बिहारियों के DNA पर सवाल उठा दिया, मतलब उन्हें वर्ण शंकर कह रहे हैं, मतलब उनके जन्म पर प्रसंचिन लगा रहे हैं, यह बिए ने ने नरेटिव वहां पर इतना बैक फायर करता है, कि भारतिय जनता पाटी तीसरे नंबर पर पहुंच जाते है, जो कि 2010 मे
03:30ममता बैनर जी की नजर अरजुन की तरह हमेशा पक्षी के आथ पर होती है, आप देखिए कि ममता बैनर जी ने क्या नारा दिया था पिछले चुनाओं में, ममता बैनर जी ने पिछले चुनाओं में नारा दिया था, खेला होगे, और क्या था खेला होगे, उस तेम में हम �
04:00हैं लोग जो सड़कों पर उत्पात मचा रहे थे उन सब को बीजे पी में पहुंचा दिया तो अपना बैगेज जो था वह बीजे
04:08दे दिया, फ्रेस केंडिडेट उतारे, एंटी इंकम्बिंसी को खतम किया, निगेट किया, यहां पर फ्रेस केंडिडेट मैदान में उतार कर, बीजेपी में यह ममताब एनर्जी के पार्टी टीमसी का बैगेज है, यह लोग अब उनके लिए वोट नहीं मांग सकते हैं, बी
04:38तमाम रड़नीती अपनाने के बाद भी बीजेपी वहाँ पर सफल ले रहे हैं, इस बार मंताब एनर्जी का चूप कर रही है, मुझे लगता है शायद कर रही है, एक राजनीतिक प्रेचक के तौर पर, पॉलिटिकल अब्जर्वर के तौर पर मुझे लगता है कि माइनर �
05:08ग्रैब कर लेती है पार्टी, तौहाँ पर उसकी सरकार बन सकती है, पस्ची मंगाल में पहती बार ऐसा हो सकता है, पैटन भी है कि वह हमेशा मतदाताओं को छोड़ के चुनाओ लड़ने है, बिल्कुल, बिल्कुल, और उन्हें इस चीज़ का अच्छा खासा ऐसास है कि ह
05:38सिदात देखिए क्या होता है सामानता बाहरी मतदाताओं को कोई नहीं शीकार करता है, पस्ची मंगाल के अस्थानिये, मुस्लिम ही क्यों नहों, उनको लग रहा होगा कि यह बंगलादेशी मुस्लिम आ रहे हैं, यह हमारा हिस्सा मार रहे हैं, तो उनको भी वह अच्छे �
06:08यहां तक कि आप यकीन नहीं करेंगे कि मतुवा समुदाय को नागरिक्ता देने की बात हुई तो पस्चिम मंगाल में हिंदू समुदाय के वोट में ममताव एनर्जी को चले गए 2020 में चले गए था आप देखिए जो मतुवा बहुली इलाके हैं वहां पर मत्रताओं का धुर
06:38ममताव एनर्जी की पार्टी नहीं जीती थी वहां भी जीती है तो यह ममताव एनर्जी यहां पर यह गल्ती कर रही हैं गल्ती इस तरह से मैं गहरा हो कलिंग पॉंग और यह वाला उसके नीचे वाला मुझे यह लगता है कि अलप संख्यक मतदाताओं को साधने के क्रम में
07:08ममताव इस तेंस वह बांगलादेश बांगलादेश साधने के का जिये ओंडगा वाने एक लिए टान्टी यह अफिटै तो यह रूंदो बटा इन रिट रांटी बांस आपनो सी एंधिए अब्सूलन खूल्टै नग्टै यह जो अफ्टैर रांपने को यह यह वाल्यों, �
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